शरद पवार का शाह पर वार, 10 सालों का जनता तो दो हिसाब

लोकसभा चुनाव के रण की शुरूआत हो चुकी है... सभी दल भारी बहुमत से अपने-अपने जीत का दावा कर रहे है... देखिए खास रिपोर्ट...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव के रण की शुरूआत हो चुकी है… सभी दल भारी बहुमत से अपने-अपने जीत का दावा कर रहे है… लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान उन्नीस अप्रैल को संपन्न हो चुका है… और सभी दल दूसरे चरण के मतदान की तैयारियों में जुट गए है… जनता को साधने के लिए चुनावी जनसभाएं कर रहे है… और जनता के बीच पहुंच कर सरकार की उपलब्धियां गिनाने का काम कर रहे है… इसी कड़ी में महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव को लेकर तमाम नेताओं ने अपनी कमर कस ली है…. वहीं उन्नीस अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण में पांच सीटों पर वोट डाले जाए…. इस बीच एनसीपी के संस्थापक शरद पवार का बड़ा बयान सामने आया है…. शरद पवार ने अमित शाह और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा है….

अमित शाह जनता को 10 सालों का दें हिसाब- पवार

बता दें कि शरद पवार ने अमित शाह को लेकर कहा कि अमित शाह पिछले दस सालों से सत्ता में है… और जनता को सरकार के कार्यों का हिसाब दें कि दस सालों में सरकार ने जनता के लिए क्या किया है… और जनता को जवाब देना सरकार का धर्म है… क्योंकि जनता ही अपने मताधिकार का प्रयोग करके सरकार को चुनती है… इस सरकार के द्वारा देस और समाज का विकास होगा… रोजगार को बढ़ावा मिलेगा… महंगाई पर लगाम लगेगी… और देश में खुशहाली रहेगी… जनता को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी…. लेकिन बीजेपी सरकार में ऐसा कुछ नहीं हुआ है… सरकार के पार जनता को बताने के लिए कुछ है ही नहीं… कि सरकार ने पिछले दस सालों में क्या किया है… देश की जनता सरकार के सभी मनसूबे को समझ चुकी है… कि सरकार ने पिछले दस सालों में जनता के हित के लिए क्या किया है… देश में महंगाई चरम पर है… गैस सिलेंडर से लेकर रोजमर्रा के जरूरी सामानों की कीमत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है…. पेट्रोल-डीजल के दामों में रिकार्ड वृद्धि हो रहा है… शिक्षा का स्तर दिन ब दिन घटता जा रहा है… स्कूल तो हैं लेकिन पढ़ाने वाला शिक्षक नहीं है…. सरकारी विद्यालयों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है… जिसके चलते कांवेंट स्कूलों की संख्या में इजाफा हो रहा है… और कांवेंट स्कूल मनमानी फीस वसूल रहे है… जिससे जनता परेशान है…

देश में चरम पर है बेरोजगारी

आपको बता दें कि देश में बेरोजगारी चरम पर है… जिसकी तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है… बस मौजूद सरकार मंचों से तो बड़े-बड़े दावे करती है… लेकिन धरातल पर कोई योजनाओं का असर दिखाई नहीं देता है… जिससे युवा बहुत परेशान है… और देश में प्रतिदिन दो से चार .युवा परेशान होकर अपनी जान दे रहें है… पिछले 10 सालों में करीब सत्तर हजार युवाओं ने बेरोजगारी के चलते मौत को गले लगाया है… वहीं चरम पर बेरोजगारी होने के चलते अपराध में बढ़ावा हो रहा है… बेरोजगार युवा गलत रास्तों पर जा रहा है… लेकिन सरकार अपना गुणगान करने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ रही है… वहीं जब बीजेपी के नेताओं से इस बारे में पूछा जाता है…. तब नेता के पास जवाब देने के लिए कोई उत्तर नही होता है… और वे जनता को भटकाने के लिए नए मुद्दे बीच में ले आते हैं… और उस पर अपनी प्रतिक्रिया देने लगते है… वहीं जनता बीजेपी के सभी मनसूबे को समझ चुकी है…. जिसका परिणाम चार जून को देखने को मिलेगा… जनता रोजगार मांगती है… सरकार दावा करती है कि बीजेपी मुफ्त राशन योजना को नहीं बंद करेगी… और सरकार जनता को अगले पांच सालों तक मुफ्त राशन देने का काम करेगी… मुफ्त राशन देने से किसी भी परिवार का गुजारा नहीं होगा… हर परिवार से एक व्यक्ति को रोजगार दो… जिससे वह परिवार समृद्ध होगा…. और उसकी आने वाली संताने भी पढ़ लिखकर समृद्ध होंगी…. लेकिन सरकार को इन सबसे कोई मतलब नही है… बस जनता को लालच देकर जनता से मत लेकर सत्ता में बने रहकर खुद को समृद्ध बनाने की मशा है…

शरद पवार का दावा, कहा- हमारा ध्यान चुनाव पर है

वहीं शाह के बयान को लेकर शरद पवार ने कहा कि हमारा सबसे ज्यादा ध्यान विधानसभा के चुनाव पर है…. हम विधानसभा में ज्यादा जगह पर लड़ने की कोशिश करेंगे…. मैं 10 साल से सत्ता में नही हूं…. अमित शाह बताए 10 साल तक आप सत्ता में थे क्या किया… देवेंद्र फडणवीस ने धनगर समाज को आरक्षण देने की बात कही थी…. लेकिन धनगर समाज को न राज्य में न्याय मिल रहा है ना दिल्ली में न्याय मिल रहा है…. बीजेपी की सरकार राज्य में भी है… और केंद्र में भी…. लेकिन फिर भी धनगर समाज को न्याय नही मिल रहा है…. बीजेपी के साथ जाने की कभी भी सहमति नही थी और ना रहेगी…. बता दें कि पवार ने चुनाव के समय में बीजेपी के सामने धनगर जमाज के आरक्षण का मुद्दा छेड़ दिया है… और सत्ताधारी पार्टी से सवाल करते हुए कहा कि धनगर समाज को आरक्षण नहीं दिया और न ही धनगर समाज को न्याय मिल रहा है… उन्होंने कहा कि, फडणवीस ने धनगर समाज को आरक्षण देने की बात कही थी… वहीं यह स्थिति तब है जबकि भाजपा की सरकार राज्य और केंद्र दोनों जगहों पर है…. बता दें कि फडणवीस ने धनगर समाज से आरक्षण का वादा तो कर दिया… लेकिन सत्ता में आते ही अपने वादे को भूल गए…. जिसको लेकर शरद पवार ने कहा कि, भाजपा के साथ जाने की कभी भी सहमति नही थी और न रहेगी…. शरद पवार के इस बयान के बाद कई राजनैतिक मायने निकाले जा रहे हैं…. राजनैतिक विश्लेषकों का पहले से ही मानना है कि एनसीपी में बंटवारा होने… और अपने भतीजे अजीत पवार की बगावत के बाद शरद पवार अब पहले से काफी कमजोर हुए हैं…. वहीं राजनैतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस लोकसभा चुनाव में शरद पवार काफी थके… और निराश दिख रहे हैं….. उनमें पहले वाली उर्जी भी नहीं दिख रही है…. इसका एक कारण तो उनकी बढ़ी हुई उम्र है…. और दूसरा कारण एनसीपी में हुआ बंटवारा है… जिसने उन्हें गहरी चोट पहुंचाई है….

शरद पवार ने शाह पर किया पलटवार

आपको बता दें कि शरद पवार ने पिछले 10 वर्षों में विकास कार्यों में उनके योगदान के बारे में पूछने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर पलटवार किया…. और कहा कि शाह सत्ता में हैं और इसलिए उन्हें इसका हिसाब देना चाहिए…. उन्होंने वोटों के बदले विकास निधि का वादा करने के लिए महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार का नाम लिए बिना उन पर भी कटाक्ष किया…. और कहा कि उन्होंने वोट के बदले विकास का वादा किया था… वहीं सत्ता में आने के बाद वादों का क्या हुआ है… जनता के विकास के लिए क्या किया गया… बता दें कि बीजेपी ने सत्ता में आने के बाद से जनता का तो विकास नहीं किया है… लेकिन खुद का विकास जरूर किया है… वहीं बीजेपी को खुद के विकास से मतलब है… जनता के विकास और परेशानी से सरकार को कुछ भी लेना देना नहीं है… वहीं जनता सरकार को समझ चुकी है… आज देश के अन्नदाता किसान सड़कों पर है… किसानों को उनकी फसल की सही कीमत नहीं मिल पा रही है… पिछले साल से शुरू हुआ आंदोलन अभी तक समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है…. लेकिन सरकार किसी भी मंच से जनता के हितों के मुद्दों पर बात नहीं करती है… बस जनता को बरगलाने के लिए बाते करती है… जिनका कोई मतलब नहीं होता है…

बारामती सीट पर ननद-भौजाई में टक्कर

वहीं शरद पवार ने कहा कि अमित शाह मुझसे पिछले दस साल में मेरे योगदान का हिसाब मांगते हैं…. मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि दो हजार चौदह से वह सत्ता में हैं…. मैं नहीं….  इसलिए, उन्हें यह बताना चाहिए कि सत्ता में रहते हुए उन्होंने क्या हासिल किया है… औऱ जनता के विकास के लिए उन्होंने क्या किया…. आपको बता दें कि शरद पवार की बेटी और मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले बारामती में डिप्टी सीएम अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं…. जिसको लेकर बारामती का मुकाबला दिलच्सप हो गया है… और बारामती सीट से ननद-भौजाई ताल ठोक रही है… वहीं इस दिलचस्प मुकाबले का परिणाम क्या होता है…. आने वाला वक्त तय करेगा…

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button