शरद पवार ने PM मोदी को बताया ‘जेबकतरा’! अजित की लगाई क्लास

मुंबई। देश के अंदर सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनावों के पहले चरण का मतदान शुक्रवार 19 अप्रैल को हो गया। इसके बाद अब नेताओं व राजनीतिक दलों द्वारा अपने-अपने कयास लगाए जा रहे हैं और अपनी-अपनी जीत के दावे किए जा रहे हैं। वहीं नेताओं द्वारा एक-दूसरे पर सियासी हमले भी बोले जा रहे हैं। इस बीच अब पहले चरण का रण पूरा होने के बाद सभी राजनीतिक दल और उन दलों के नेता अन्य चरणों के चुनावों में व्यस्त हो गए हैं। इसको लेकर अपने-अपने दावे कर रहे हैं। इस बीच 48 लोकसभा सीटों वाले महाराष्ट्र राज्य में भी पहले चरण में पांच सीटों पर मतदान हुआ। इन पांच सीटों पर हुए मतदान के बाद राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। तो वहीं अब प्रदेश में आगामी चरणों के चुनावों को लेकर सियासत तेज हो गई है। नेताओं द्वारा एक-दूसरे पर हमले बोले जा रहे हैं और सियासी बायनवाजी की जा रही है. इन सबके बीच प्रदेश का सियासी पारा हाई बना हुआ है और नेताओं द्वारा सियासी सरगर्मी काफी तेज है।

इस बीच एनसीपी शरद पवार गुट के मुखिया और एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने महाराष्ट्र में भाजपा व पीएम मोदी पर जबरदस्त हमला बोला है। प्रधानमंत्री मोदी को आड़े हाथों लेते हुए शरद पवार ने कहा कि पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह 50 दिनों में पेट्रोल के दाम कम कर देंगे। 50 दिन में दाम कम नहीं हुए बल्कि दाम डेढ़ गुना बढ़ गए। उन्होंने पेट्रोल-डीजल महंगा कर दिया और चीनी-दूध सस्ता कर दिया। आप जो उगाते हैं उसे वे सस्ता कर देते हैं और दूसरों को उठाने के लिए आपकी जेब से पैसा निकाल लेते हैं। वे कहते हैं कि उन्होंने हर किसी की जेब में कुछ हजार रुपये डाले। लेकिन एक जेब में पैसा डालना और नीचे वाली जेब से दोगुना निकाल लेना, ये जेबतराशी बंद होनी चाहिए या नहीं? अगर जेब कटना रोकना है तो ये पता करना होगा कि वो जेबकतरा कौन है? एनसीपी के संस्थापक नेता शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए और उन्हें किनारे कर दिया जाना चाहिए।

दरअसल, इस बार बारामती में शरद पवार की बेटी व एनसीपी शरद पवार गुट की नेता सुप्रिया सुले का मुकाबला काफी रोमांचक हो गया है। क्योंकि उनके सामने इस बार किसी और की नहीं बल्कि उनकी भाभी और दादा अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार ने ही चुनौती खड़ी कर दी है। इसीलिए हर बीतते दिन के साथ सुप्रिया सुले का चुनावी अभियान तेज होता जा रहा है। इसलिए इस बार शरद पवार भी बारामती में अपनी बेटी के चुनाव प्रचार में काफी मेहनत कर रहे हैं और पूरा जोर लगा रहे हैं। क्योंकि इस बार मुकाबला पवार परिवार में ही हो रहा है। वहीं चाचा-भतीजे द्वारा एक-दूसरे पर हमले व बयानवाजी भी काफी तेज हो गई है।

इससे पहले उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक रैली में कहा था कि ईवीएम मशीन में बटन दबाया। कहा गया कि हमारी ओर से पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी। उसी बात को उठाते हुए शरद पवार ने कहा कि हम विवाद नहीं बढ़ाना चाहते हैं। हम संघर्ष नहीं बढ़ाना चाहते हैं। हम पूरे दिल से काम करना चाहते हैं और काम करते समय ट्रम्पेट बटन दबाना चाहते हैं। कल किसी ने मुझे बताया कि कैसे बटन दबाना है। मैं तुम्हें यह नहीं बताऊंगा। शरद पवार के इतना कहते हैं सभा में मौजूद लोग हंसने लगे। अजित पवार पर इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए शरद पवार ने कहा कि बटन दबाएं ताकि आप कुछ भी न चूकें। मैं इतनी गहराई में नहीं जाना चाहता लेकिन। श्रेय लेकर राय मांगना हमारी भूमिका नहीं है। यहां हमारी भूमिका काम करना है, लोगों को शक्ति देना है, लोगों की सेवा करना है और वोट मांगना है। शरद पवार ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के बयान पर ध्यान दिया।

सीनियर पवार ने कहा कि इस बार के बारामती लोकसभा चुनाव ने महाराष्ट्र समेत पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इसीलिए अमेरिका के साथ-साथ अलग-अलग राज्यों के पत्रकार बड़ी उत्सुकता के साथ बारामती में दाखिल हुए हैं। हर कोई उत्सुक है कि बारामातीकर क्या करता है। जैसा कि वे जानते हैं, मजाक करना आसान नहीं है। जहां सिखाने की आवश्यकता होती है, वहां पाठ पढ़ाये जाते हैं। उन्होंने बारामातीकरों की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि वे वहां ठोस काम करते हैं जहां ठोस काम करना होता है। वहीं अयोध्या में बने राम मंदिर का मुद्दा उठाते हुए शरद पवार ने कहा है कि अयोध्या के राम मंदिर का मुद्दा अब समाप्त हो गया है और अब कोई भी इस मुद्दे पर चर्चा नहीं कर रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार से जब सवाल किया गया कि क्या मौजूदा चुनावों में राम मंदिर की कोई महत्वपूर्ण भूमिका होगी तो उन्होंने कहा कि अयोध्या के राम मंदिर का मुद्दा अब समाप्त हो गया है और अब कोई भी इस बारे में चर्चा नहीं कर रहा है।

वहीं एनसीपी संस्थापक शरद पवार ने पीएम मोदी और अजित पवार के साथ-साथ देश के गृह मंत्री अमित शाह पर भी जमकर निशाना साधा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए शरद पवार ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि हमारा सबसे ज्यादा ध्यान विधानसभा के चुनाव पर है। हम विधानसभा में ज्यादा जगह पर लड़ने की कोशिश करेंगे। मैं 10 साल से सत्ता में नही हूं। शरद पवार ने पूछा कि अमित शाह बताएं 10 साल तक आप सत्ता में थे क्या किया? वहीं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए शरद पवार ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने धनगर समाज को आरक्षण देने की बात कही थी। धनगर समाज को न राज्य में न्याय मिल रहा है ना दिल्ली में न्याय मिल रहा है। बीजेपी की सरकार राज्य में भी है और केंद्र में भी, लेकिन फिर भी धनगर समाज को न्याय नही मिल रहा है। वहीं भाजपा के साथ जाने की खबरों और कुछ एनसीपी नेताओं द्वारा शरद पवार के भाजपा में जाने की चर्चाओं का जवाब देते हुए एनसीपी संस्थापक ने कहा कि बीजेपी के साथ जाने की कभी भी सहमति नही थी और ना ही आगे रहेगी।

शरद पवार ने पिछले 10 वर्षों में विकास कार्यों में उनके योगदान के बारे में पूछने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर पलटवार करते हुए कहा कि शाह सत्ता में हैं और इसलिए उन्हें इसका हिसाब देना चाहिए। उन्होंने वोटों के बदले विकास निधि का वादा करने के लिए महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार का नाम लिए बिना उन पर भी कटाक्ष किया।  शरद पवार ने कहा कि अमित शाह मुझसे पिछले 10 साल में मेरे योगदान का हिसाब मांगते हैं। मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि 2014 से वह सत्ता में हैं, मैं नहीं। इसलिए, उन्हें यह बताना चाहिए कि सत्ता में रहते हुए उन्होंने क्या हासिल किया है।

वहीं दूसरी ओर शरद पवार और अजित पवार की एनसीपी द्वारा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी लगातार जारी है। दोनों ही गुटों द्वारा लगातार एक-दूसरे पर आरोप लगाए जा रहे हैं और एक-दूसरे के खिलाफ शिकायतें भी की जा रही हैं। आचार संहित उल्लंघन के भी आरोप लगाए जा रहे हैं। इस बीच एनसीपी (SP) के प्रमुख शरद पवार की ओर से बीजेपी और एनसीपी के नेता अजीत पवार पर आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत पर कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं। पार्टी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस बारे में जानकारी साझा की गई है। शरद पवार गुट की पार्टी एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा गया, ”हमने अजीत पवार, मंगेश चव्हाण और चंद्रकांत पाटिल द्वारा आदर्श आचार संहिता के प्रावधान VII और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 123 के बार-बार उल्लंघन के लिए भारत के चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की थी।

एनसीपी (शरदचंद्र पवार) ने आगे लिखा, ”वे बार-बार अपने आधिकारिक पदों का इस्तेमाल करके राज्य वित्त के संवितरण का वादा करते रहे हैं। ये कानून की घोर अवहेलना है। यह प्रथम दृष्टया रिश्वतखोरी और भ्रष्ट आचरण है, जो आश्चर्यजनक रूप से महाराष्ट्र राज्य में सत्ता में बैठे लोगों की ओर से अपनाया जा रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग ने स्थानीय कलेक्टर और डिप्टी इलेक्शन ऑफिसर को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है। हमारे लोकतांत्रिक देश में निष्पक्षता, न्याय और कानून के शासन का पालन सुनिश्चित करने के लिए त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की उम्मीद है।

फिलहाल अब जब पहले चरण का मतदान निपट गया है तब महाराष्ट्र में चुनावी सरगर्मी और भी तेज हो गई है। क्योंकि पांच सीटों पर मतदान के बाद अब प्रदेश की 43 लोकसभा सीटों पर मतदान होना बाकी है,। जाहिर है कि महाराष्ट्र में 5 चरणों में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पहले चरण के मतदान के बाद अब सभी राजनीतिक दलों व उनके नेताओं ने दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है और एक-दूसरे पर सियासी बयानवाजी भी शुरू कर दी है। शरद पवार के चुनावी प्रचार में उतरने के बाद अब इंडिया गठबंधन व एनसीपी (एसपी) का पलड़ा भारी लग रहा है। तो वहीं शरद पवार के करारे हमलों से बीजेपी व अजित पवार का खेमा काफी दबाव में है। फिलहाल देखना ये है कि आने वाले वक्त में क्या होता है।

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