फोन नहीं उठाने वाले इंजीनियर और कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई : शर्मा
लखनऊ। बिजली विभाग में उपभोक्ताओं का फोन नहीं उठाने वाले इंजीनियर और कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। ऊर्जा मंत्री ने आदेश जारी किया है कि किसी भी इंजीनियर और कर्मचारी का फोन बंद नहीं होना चाहिए। विभाग की तरफ से उनको मिलने वाला सीयूजी नंबर 24 घंटे चालू रहेगा। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने यह भी आदेश जारी किया है कि उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण जल्द करना होगा। उन्होंने विद्युत वितरण निगमों के प्रबंध निदेशकों को निर्देशित किया है कि निर्धारित शिड्यूल के अनुरूप प्रदेश के हर क्षेत्र को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा सभी संबंधित अधिकारी विद्युत व्यवस्था की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए रात्रि पेट्रोलिंग करें। साथ ही अपना मोबाइल 24 घंटे चालू रखें, जिससे विद्युत शिकायतों आदि की सूचनाएं उन्हें समय से प्राप्त हो सके। उन्होंने उपभोक्ताओं से प्राप्त शिकायतों पर तत्काल प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। ऊर्जा मंत्री ने कहा है कि बढ़ रही गर्मियों में प्रदेशवासियों को बेहतर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके, इसके लिए वितरण निगमों के अधिकारी एवं कर्मचारी अपने स्तर से लगातार मॉनिटरिंग कर यह सुनिश्चित करें कहीं कोई समस्या आती है तो उसको तत्काल ठीक किया जाए। इसके लिए आवश्यक गैंग एवं सामग्री की उपलब्धता पहले से रहे। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से गर्मी के दिनों में बिजली के तारों के टूटने की वजह से फसलों के नुकसान की घटनाएं प्रकाश में आ रही हैं। ट्रांसफार्मर का लोड बढ़ने की वजह से इसके क्षतिग्रस्त/फूंकने की समस्याओं से निर्बाध विद्युत आपूर्ति में बाधा हो रही है। इन सभी बिन्दुओं पर विभागीय अधिकारी/कर्मचारी विशेष सतर्कता बरतते हुए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें।
उपभोक्ताओं का उत्पीड़न किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं
ऊर्जा मंत्री ने कहा है कि इस समय प्रदेश में गर्मी के कारण विद्युत मांग में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसी स्थिति में यदि किसी कार्मिक का मोबाइल बन्द होने या न उठाने की शिकायत प्राप्त होती है तो उसके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। उपभोक्ताओं का उत्पीड़न किसी भी कीमत पर प्रदेश सरकार को बर्दाश्त नहीं होगा। प्रदेश सरकार की मंशा है कि उपभोक्ताओं को बिजली की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित हो, इसके लिए लगातार प्रयास किए जाएं।
शमशुद्ïदीन बने बसपा के जोनल प्रभारी
लखनऊ। यूपी चुनाव में करारी हार के बाद अब बहुजन समाज पार्टी की राष्टï्रीय अध्यक्ष मायावती ने पार्टी के ढांचे में बदलाव शुरू कर दिया है। मायावती के निर्देश पर शमशुद्दीन राइन को जोनल प्रभारी बनाया गया है। जिलाध्यक्ष रामेश्वर चौधरी बब्लू ने बताया कि राइन कानपुर, लखनऊ, चित्रकूट और झांसी मंडल के प्रभारी होंगे। इस टीम में लालाराम आहिरवाल (झांसी), ब्रजेश जाटव (जालौन), संघप्रिय गौतम (औरैया) हैं। इनकी नियुक्ति पर पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने इस मनोनयन पर हर्ष व्यक्त किया है। बता दें कि इस बार के विधानसभा चुनाव को बहुजन समाज पार्टी को सिर्फ एक सीट मिली थी। यह जीत बसपा को बलिया की रसड़ा विधानसभा सीट पर मिली। वहां से बसपा के टिकट पर उमाशंकर सिंह ने तीसरी बार जीत हासिल की। हालांकि यह जीत भी कड़े संघर्ष के बाद 6585 मतों से मिली थी। उमाशंकर सिंह को 87345 वोट मिले। वहीं, सुभासपा के महेंद्रा 80681 मत मिले।
हनी ट्रैप से आईएस के संपर्क में आया था मुर्तजा
लखनऊ। गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने वाले मुर्तजा ने एटीएस की पूछताछ में अहम खुलासा किया है। उसने बताया है कि वह लगभग साल भर पहले हनी ट्रैप का शिकार हो गया था। एक लड़की ने खुद को आईएसआईएस कैंप में कैद होने की बात कह पैसे मांगे थे। मुर्तजा ने लड़की के खाते में 40 हजार रुपए ट्रांसफर किए थे। उसने मुर्तजा को अपनी तस्वीर भेजी थी और भारत आकर मिलने का वादा भी किया। सूत्रों का कहना है कि लड़की ने तीन बार अलग-अलग बहाने से मुर्तजा से अपने खाते में पैसे मंगाए। दोनों के बीच ईमेल के जरिए बातचीत शुरू हुई। इसके बाद मुर्तजा ने आईएसआईएस ज्वाइन की। उसने आईएसआईएस के आतंकियों द्वारा बताई गईं किताबों को इंटरनेट के माध्यम से डाउनलोड किया और पढ़ा। इससे वह खुद भी कट्टरपंथी बन गया। उसने मोबाइल एप बनाने की कोडिंग सीखी पर वह कोई ऐसा एप विकसित नहीं कर पाया, जो आईएसआईएस के लिए सहायक हो। एटीएस के अधिकारियों का कहना है कि जब तक पूछताछ पूरी नहीं हो जाती है, तब तक इस संबंध में कोई खुलासा नहीं किया जाएगा। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार पहले ही कह चुके हैं इस मामले में बारीकी से जांच की जा रही है, जिससे कोई निर्दोष न फंसे और दोषी भी न बच सके। मुर्तजा अब्बासी अरबी भाषा के कोड में बात किया करता था। एटीएस को मुर्तजा के घर से जिहादी लिटरेचर मिला है।