केशव मौर्य के बयान पर शिवपाल यादव का पलटवार, “जनता जानती है माफिया और दंगाई कौन हैं”

उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत से पहले ही राज्य की सियासत गरमा गई। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए सोशल मीडिया पर लिखा— “गुंडे, माफिया और दंगाई, सभी सैफ़ई परिवार के भाई हैं।” इस बयान ने सियासी माहौल को और भी गरमा दिया और भाजपा-सपा के बीच शब्दों के तीखे तीर चलने लगे।
केशव मौर्य के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने कड़ा पलटवार किया। उन्होंने मौर्य पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “ये वही लोग हैं जिन्होंने बुलडोज़र से कानून का गला घोंटा, किसानों पर लाठियां बरसाईं और उनकी ज़मीनों पर कब्जा किया। बेरोज़गारी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले भी इन्हीं के ‘परिवार’ के लोग हैं।” शिवपाल ने आगे कहा कि सैफई परिवार ने प्रदेश को अस्पताल, स्टेडियम, नौकरियां और विश्वविद्यालय दिए, जबकि भाजपा के ‘परिवार’ ने सिर्फ नफरत, महंगाई और जंगलराज दिया।
दिखावा करने का आरोप लगाया
इस बयानबाज़ी से पहले भी मानसून सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला था। उन्होंने सपा के शासनकाल में व्यापारियों पर हुए अत्याचार, ‘गुंडा टैक्स’ वसूली और कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सपा की आलोचना की। योगी ने संभल, बहराइच और गोरखपुर जैसे उदाहरण देते हुए सपा पर लोकतंत्र में विश्वास का दिखावा करने का आरोप लगाया।
पुलिस का दुरुपयोग किया जा रहा है
इसी बीच, सियासी हलचल के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी एक वीडियो चर्चा में रहा। बीते सोमवार को दिल्ली में विपक्षी दलों के इंडिया ब्लॉक का संसद से चुनाव आयोग तक मार्च निकाला गया था, जो बिहार में विशेष समरी रिवीजन (SIR) और 2024 लोकसभा चुनाव में कथित वोटर धोखाधड़ी के खिलाफ था। दिल्ली पुलिस ने विपक्षी नेताओं को आगे बढ़ने से रोका, लेकिन अखिलेश यादव पुलिस बैरिकेड पार कर आगे निकल गए। उन्होंने पुलिस कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष को रोकने के लिए पुलिस का दुरुपयोग किया जा रहा है। मानसून सत्र के इस दौर में भाजपा और सपा के बीच जुबानी जंग लगातार तेज होती जा रही है। केशव मौर्य और शिवपाल यादव के बीच हुई यह बयानबाज़ी आने वाले दिनों में सत्र के भीतर और बाहर दोनों जगह गरमागरमी बढ़ा सकती है।



