महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सर्वे में हुआ चौंकना वाला खुलासा, NDA को पटकेगा MVA !    

महाराष्ट्र सर्वे का मुताबिक किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं। इसका अनुमान व्यक्त किया गया है। इसमें क्षेत्रवार लोगों को कौन से मुद्दे प्रभावित कर रहे हैं...

4PM न्यूज नेटवर्क: जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनावों के बीच मंगलवार (10 सितंबर) को महाराष्ट्र का एक बड़ा सर्वे सामने आया है। जिसकी वजह से सियासी पारा हाई है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के ऐलान में अभी करीब तीन से चार हफ्ते बाकी हैं। इससे पहले महाराष्ट्र की नब्ज टटोलने वाला सर्वे सामने आ चुका है। महाराष्ट्र सर्वे का मुताबिक किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं। इसका अनुमान व्यक्त किया गया है। इसमें क्षेत्रवार लोगों को कौन से मुद्दे प्रभावित कर रहे हैं। महायुति और महाविकास आघाडी को कितनी सीटें मिल सकती है। इसकी भी अनुमान व्यक्त किया गया है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नवंबर महीने में होने की संभावना है। इसके लिए महायुति और महाविकास आघाडी के घटक दल राज्य में सक्रिय हैं।

MVA को विधानसभा चुनावों में मिल सकती हैं इतनी सीटें

आपको बता दें कि सर्वे के अनुसार MVA को विधानसभा चुनावों में 141 से 154 सीटें मिल सकती है। इतना ही नहीं महायुति के हाथ से सत्ता फिसल सकती है। उसे सर्वे में 115 से 128 सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है। महाराष्ट्र के अन्य दल जो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं। उन्हें 5 से 18 सीटें मिल सकती हैं।

सूत्रों के मुताबिक सर्वे में जो सबसे बड़ी बात उभरकर सामने आई है। वह है कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है, लेकिन इसके लिए उसे मजबूत प्रचार की जरूरत होगी। इसके साथ ही सर्वे में कहा गया है कि एकनाथ शिंदे की लोकप्रियता बढ़ी है फडणवीस की घटी है।

सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा

  • लोक पोल का सर्वे बताता है कि महाराष्ट्र में एनडीए को 115 से 128 सीटें तक मिल सकती हैं, जबकि उसका वोट शेयर 38-41% तक रह सकता है।
  • सर्वे में विपक्षी गठबंधन एमवीए 141-154 सीटें हासिल कर सकता है, जबकि उसका वोट शेयर 41-44% हो सकता है।
  • महाराष्ट्र पर किए गए लोक पोल के ग्राउंड सर्वे के मुताबिक, वहां अन्य को पांच से 18 सीटें तक मिल सकती हैं और वोट शेयर 15-18% रह सकता है।
  • लोक पोल ने जब महाराष्ट्र को लेकर किए सर्वे के रिजल्ट को जोनवार (कुल 6 जोन) समझने की कोशिश की तो बड़ी ही रोचक जानकारी सामने आई है।

पहला जोन

  • पहला जोन विदर्भ है। वहां 62 विस सीटें हैं। वहां एनडीए को 15-20, MVA को 40-45 और अन्य को एक से पांच सीटें मिल सकती हैं।
  • बताया जा रहा है कि वहां पर लोगों कांग्रेस के पक्ष में है। ग्रामीण संकट के साथ अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के वोटर्स का एकीकरण वहां अहम फैक्टर है।
  • वहां के किसान सोयाबीन और कॉटन के दामों को लेकर खासा नाराज हैं।

दूसरा जोन

  • आपको बता दें कि दूसरा जोन खानदेश है, जहां प्रदेश की 47 विस सीटें हैं. वहां एनडीए 20-25, एमवीए 20-25 और अन्य शून्य-दो सीटें जीत सकता है।
  • इस क्षेत्र की एसटी बेल्ट MVA का समर्थन कर रही है पर इलाके के बाकी हिस्से में मजबूत नेतृत्व और RSS की मौजूदगी NDA की मदद करेगी।

तीसरा जोन

  • तीसरा जोन ठाणे-कोंकण है, वहं 39 विस सीटें हैं, वहां एनडीए को 25-30, एमवीए को पांच से 10 और अन्य को एक से तीन सीटें मिल सकती हैं।
  • वहीं MVA का नेतृत्व इस इलाके में मजबूत नहीं है, जिस वजह से कोंकण बेल्ट में एनडीए का स्ट्रॉनहोल्ड (गढ़) है।
  • उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना का प्रभाव, पीडब्यूपीआई और सीपीआई(एम) भी एमवीए को प्रासंगिक बनाए हैं।

चौथ जोन

  • चौथ जोन मुंबई है, वहां विस की 36 सीटें आती हैं, एनडीए 10-15, एमवीए 20-25 और अन्य शून्य से एक सीट हासिल कर सकते हैं।
  • इस शहर में अमीर बनाम गरीब का चुनावी नैरेटिव रहा है. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को एससी वोटर्स से लाभ मिला है।
  • जबकि कांग्रेस मुस्लिम वोटबैंक से फायदा पाएगी, न्याय यात्रा की वजह से कांग्रेस का कद यहां बढ़ा है।
  • हालांकि बीजेपी वहां रहने वाले गुजराती वोटर्स के बीच पॉपुलर है।

पांचवां जोन

  • पांचवां जोन पश्चिम महाराष्ट्र है, जिसके तहत 58 विस सीटें आती हैं। NDA को 20-25, MVA को 30-35 और अन्य को एक से 5 सीटें हासिल हो सकती हैं।
  • बारामती (सतारा बेल्ट) में शरद पवार की मौजूदगी दिखती है।
  • कोल्हापुर (सोलापुर बेल्ट) में कांग्रेस को पहले से फायदा हुआ है।

 

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