धुआं-धुआं महाराष्ट्र

  • मराठा आरक्षण की चिंगारी से राजनीतिक हड़कं प
  • आजाद मैदान में एकत्र हुआ मराठा समाज, फूटा गुस्सा
    संजय राउत भी कू दे कहा- सभी को अधिकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। मराठा आरक्षण की मांग से महाराष्ट्र की राजनीति सुलग उठी है। आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल 400 किलोमीटर की यात्रा कर अपने हजारों समर्थकों के साथ आजाद मैदान में डेरा जमा चुके हैं।
मुंबई में जगह—जगह जाम की स्थिती है और संशय के बाद मंडरा रहे हैं। विपक्षी नेता संजय राउत ने सरकार से संयम बरतने की मांग की है। मनोज जरांगे पाटिल आर-पार के मूड में आ गए हैं। जरांगे पाटिल ने कहा है कि जब तक हमारी माँगें पूरी नहीं हो जातीं हम मुंबई नहीं छोड़ेंगे।

चाहे गोलियां चलें हम पीछे नहीं हटेंगे

43 साल के जरांगे अन्य पिछड़ा वर्ग ओबीसी श्रेणी के तहत मराठों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहे हैं। जरांगे ने आजाद मैदान पहुंचते ही तेवर बदल दिए हैं। उन्होंने कहा कि चाहे गोलियां भी चलें, हम पीछे नहीं हटेंगे। जरांगे आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।

गणेश उत्सव के चलते प्रशासन हलकान

मनोज जारंगे पाटिल ने कहा है कि उनके समर्थक शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करेंगे और चल रहे गणेश उत्सव में बाधा नहीं डालेंगे। वह मांग कर रहे हैं कि सभी मराठों को कुनबी के रूप में मान्यता दी जाए जो ओबीसी श्रेणी में शामिल एक कृषि प्रधान जाति है। जिससे वे सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण के पात्र बनेंगे। पुलिस ने जरांग और उनके समर्थकों पर 40 शर्तें लागू करने के बाद उन्हें मार्च जारी रखने की अनुमति दी थी। इन शर्तों में उन्हें कानून-व्यवस्था की किसी भी स्थिति से बचने वाहनों की आवाजाही में बाधा न डालने और आपत्तिजनक नारे लगाने से बचने का निर्देश दिया गया है।

जारंगे के कंधों पर राजनीतिक बंदूक!

गौरतलब है कि उनके आंदोलन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस ने अप्रत्यक्ष रूप से कहा है कि कोई जरांगे पाटिल के कंधे पर बंदूक रखकर राजनीति कर रहा है। इस पर शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा है कि एक समाज अगर अपनी न्यायिक मांग को लेकर महाराष्ट्र की राजधानी में आया है तो इसमें राजनीति क्या दिख रही है? जब भी आप सत्ता में आए हैं आपने इस आरक्षण मुद्दे को हवा दी है और इसका राजनीतिक लाभ उठाया है। मिस्टर फडणवीस अगर आज कोई जरांगे पाटिल के कंधे पर बंदूक रखकर राजनीति कर रहा है तो आप बताइए कि वह कौन है? वह आपकी सरकार में है या विपक्ष में है या क्या वह आपकी कैबिनेट का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि मुंबई में इतनी बड़ी संख्या में मराठी लोग आ रहे हैं हम उनका स्वागत करते हैं क्योंकि पिछले कुछ समय से मुंबई में मराठी आवाज कमजोर हो रही है। अगर इस समय मराठी लोग अपने अधिकारों के लिए एकजुट होकर आ रहे हैं तो मुंबई के दुश्मनों को यह ताकत दिखनी चाहिए।

जारंगे 10 फीसदी आरक्षण की कर रहे हैं मांग

जरांगे पाटिल के मुंबई पहुंचे से दक्षिण के कई हिस्सों में ट्रैफिक की समस्या खड़ी हो गई है। कुछ दिन पहले मनोज जरांगे पाटिल जालना स्थित अपने गांव से सैकड़ों वाहनों के साथ मुंबई के लिए निकले थे। आज सुबह वह मुंबई के आजाद मैदान पहुंचे हैं। मुंबई पहुंचने से पहले जरांगे पाटिल का कई जगह पर स्वागत किया गया। उनके स्वागत में सबसे ज्यादा भीड़ वाशी में देखने को मिली। जरांगे पाटिल के आजाद मैदान पहुंचते ही वहां पर बड़ा जनसमूह भी उमड़ा है। जारंगे अपने समर्थकों के साथ मुंबई से 400 किलोमीटर दूर अंतरवाली सरती गांव से फिर से भूख हड़ताल शुरू करने के लिए निकले हैं।

सरकार को संयम बरतने की अपील

शिवसेना यूबीटी के नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय राउत ने जारंगे के आंदोलन को राजनीति से न जोडऩे की अपील की है और प्रदेश सरकार को संयम बरतने की नसीहत भी दी। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा है कि मुंबई महाराष्ट्र और मराठी लोगों की राजधानी है। महाराष्ट्र के कोने-कोने से मराठी लोग अपने हक के लिए मुंबई आए हैं। मुंबई की कानून और व्यवस्था बनाए रखना कोर्ट का काम नहीं है। अगर कोई इसे कोर्ट के भरोसे छोड़ रहा है तो यह गलत है। यह सरकार और राज्य के गृह विभाग का काम है। खासकर मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है।

शुक्रवार को पूरे देश की सियासत में उबाल!

  • बिहार में भाजपा का कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन
  • पटना से लेकर लखनऊ तक बवाल
  • राहुल बोले -सत्य कभी दब नहीं सकता है
  • पीएम के विदेश दौरे पर कांग्रेस का तंज
  • कांग्रेस दफ्तर में घुसे बीजेपी कार्यकर्ता

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। शुक्रवार को देश में सियासत चरम पर रही। जहां कांग्रेस ने पीएम नरेन्द्र मोदी की विदेश यात्रा को लेकर उन पर प्रहार किया है। वहीं भाजपा ने बिहार में एक रैली के मंच से पीएम मोदी को गाली देने का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस के खिलाफ पटना में बवाल मचा दिया। बवाल इतना मचा कि भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच लाठियां तक चल गईं। वहीं यूपी में संभल मामले में आई रिपोर्ट के बाद हिंदुवादी संगठनों पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किया। वंही मुस्लिम संगठनों ने भी इसे खारिज कर दिया। इन सबके बीच आरएसएस चीफ द्वारा इस्लाम के पक्ष में दिए गए बयान का मुस्लिम नेताओं ने स्वागत किया है। उधर पटना में हो रहे बवाल के बाद नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सत्य कभी असत्य के आगे झुकता नहीं है। हम हिंसा का जवाब अहिंसा से नहीं देते हैं।

पीएम ने हिंसा प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से अपने हाथ खींच लिए : जयराम रमेश

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान यात्रा और आगामी चीन यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने हिंसा प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से अपने हाथ खींच लिए हैं। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में, रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री विभिन्न देशों की यात्रा करते रहे, लेकिन मणिपुर के लंबे समय से पीडि़त लोग अपने जख्मों पर मरहम लगाने के लिए उनकी यात्रा का इंतजार कर रहे थे, जिसे प्रधानमंत्री ने सीधे और हठपूर्वक अस्वीकार कर दिया था। अपने पोस्ट में आगे, कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि भारत को चीन के साथ अपने संबंधों को सामान्य करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

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