करवा चौथ की रात जैन मंदिर से इतने लाख कलश चोरी, समाज में रोष

मंदिर समिति के पदाधिकारी ने बताया कि ये मंदिर लगभग 25 साल पुराना है. जिसके शिखर पर 17 सालों से कलश स्थापित था.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के ज्योति नगर थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यंहा एक जैन मंदिर के शिखर पर लगा करीब 40 लाख रूपए की कीमत का कलश अज्ञात चोर चुरा ले गए। यह घटना शुक्रवार करीब 10:30 बजे की बताई जा रही है

उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के ज्योति नगर थाना क्षेत्र से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां करवा चौथ की रात जैन मंदिर के शिखर पर लगा लाखों रुपए का कलश चोरी हो गया. इस बाद की जानकारी होते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. इस घटना को लेकर जैन समाज के लोगों में भारी आक्रोश है. उन्होंने तुरंत घटना की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर मंदिर के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की तलाश शुरू तेज कर दी है.

ज्योति नगर थाना क्षेत्र में स्थित जैन मंदिर के शिखर से कलश चोरी होने की घटना शुक्रवार रात करीब 10:30 बजे की बताई जा रही है. मंदिर से थाने की दूरी महज 150 से 200 मीटर है. इसके बावजूद चोरों में पुलिस और कानून को लेकर कोई डर नहीं हैं. कलश चोरी होने की सूचना मिलते ही मंदिर के बाहर स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जुटी गई. इसके बाद तुरंत घटना की जानकारी पुलिस को दी गई.

जैन मंदिर के शिखर से 40 लाख का कलश चोरी
मौके पर पहुंची पुलिस ने शिकायत दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस मंदिर के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान कर उनकी खोजबीन में लग गई है. चोरी हुई कलश की कीमत करीब 40 लाख रुपए बताई जा रही है. कलश का वजन 30 किलो है, जिस पर सोने की परत चढ़ाई गई थी. मंदिर समिति के पदाधिकारी ने बताया कि ये मंदिर लगभग 25 साल पुराना है. जिसके शिखर पर 17 सालों से कलश स्थापित था.

जैन समाज में भारी आक्रोश
स्थानीय लोगों ने मिलकर मंदिर को सजाया था. कलश को धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक माना जाता है. इस घटना से जैन समाज के लोगों में भारी आक्रोश है. उन्होंने पुलिस पर जांच सही ढंग से नहीं करने के आरोप लगाए हैं. चोरी की बढ़ती घटनाओं ने इलाके में कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है. लोगों का कहना है कि यहां चोरी की घटनाएं बेहद आम हो गई हैं. चोर, चोरी करके फरार हो जाते हैं, पुलिस उन्हें ढूंढ ही नहीं पाती है.

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