सपा विधायक अबू आजमी को विधानसभा सत्र तक किया गया निलंबित

4PM न्यूज़ नेटवर्क: महराष्ट्र में मुगल आक्रांता औरंगजेब को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। इस दौरान महाराष्ट्र के मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट से विधायक अबू आजमी को आज (5 MARCH) विधानसभा कार्यकाल सत्र तक निलंबित कर दिया गया है। दरअसल, अबू आजमी ने कहा था कि ‘औरंगजेब इंसाफ पसंद बादशाह था। उसके कार्यकाल में ही भारत सोने की चिड़िया बना। मैं औरंगजेब को क्रूर शासक नहीं मानता हूं।
आपको बता दें कि आजमी ने हाल ही में औरंगजेब के समर्थन में बयान दिया था। इसके बाद अबूआजमी का जमकर विरोध हुआ और उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया। शिवसेना के प्रमुख और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने खुद अबू आजमी के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। शिवसेना आजमी के निलंबन पर भी अड़ी हुई थी।
औरंगजेब की तारीफ कर फंस गए अबू आजमी
अबू आजमी औरंगजेब की तारीफ कर बुरे फंस गए हैं। औरंगज़ेब का गुणगान करने पर उन्हें विधानसभा कार्यकाल सत्र तक निलंबित कर दिया गया है। हालांकि, मामला तूल पकड़ने पर अबू आजमी ने सफाई देते हुए कहा कि मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए एक्स पोस्ट में लिखा कि ‘मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर दिखाया गया है। औरंगजेब रहमतुल्लाह अलेह के बारे में मैंने वही कहा है, जो इतिहासकारों और लेखकों ने कहा है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या अन्य किसी भी महापुरुषों के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है। लेकिन, फिर भी मेरी इस बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपने शब्द, अपना स्टेटमेंट वापस लेता हूं।
उन्होंने आगे कहा, “इस बात को राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है और इसकी वजह से महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र को बंद करना, मैं समझता हूं कि यह महाराष्ट्र की जनता का नुकसान करना है। इससे पहले अबू आजमी ने कहा था कि “औरंगजेब इंसाफ पसंद बादशाह था। उसके कार्यकाल में ही भारत सोने की चिड़िया बना। मैं औरंगजेब को क्रूर शासक नहीं मानता हूं। औरंगजेब के समय में राजकाज की लड़ाई थी, धर्म की नहीं थी, हिंदू-मुसलमान की लड़ाई नहीं थी। औरंगजेब ने अपने कार्यकाल में कई हिंदू मंदिरों का निर्माण करवाया। औरंगजेब को लेकर गलत इतिहास दिखाया जा रहा है।”
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी द्वारा औरंगजेब के मुद्दे पर दिए बयान पर यूपी में भी सियासत जारी है। यूपी विधानमंडल के बजट सत्र के अंतिम दिन विधान परिषद् में सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी की।