राज्य का दर्जा वापस हो, विस चुनाव जल्द हो
- विपक्ष की बैठक में अब्दुल्ला बोले- संसद में बताएंगे जम्मू-कश्मीर की असलियत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू। जल्द संसद में जम्मू कश्मीर की मौजूदा असलियत को रखेंगे। इसके लिए दिल्ली में राष्ट्रीय नेताओं से बात करके उनका समर्थन लिया जाएगा। जिसके बाद प्रधानमंत्री, गृहमंत्री से मिलने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। राष्ट्रीय नेताओं को ïसाथ लेकर चुनाव आयोग से भी मिला जाएगा।
यह बातें पीएजीडी के प्रमुख, नेकां अध्यक्ष सांसद डा. फारूक अब्दुल्ला ने बठिंडी जम्मू स्थित अपने आवास पर हुई सर्वदलीय बैठक में कही। साथ ही उन्होंने प्रदेश की मजबूती के साथ राज्य का दर्जा वापस देने के साथ जल्द विधानसभा चुनाव करवाने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि दिल्ली में राष्ट्रीय नेताओं के सामने जम्मू-कश्मीर के जमीनी हालात को रखा जाए, जिसके बाद ही प्रदेश की बेहतरी के लिए कोई कदम उठाया जाएगा। चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री की बंद की काल जम्मू की आवाज बनकर उभरी है। बच्चों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है। रात को कानून पास करके दूसरे दिन लागू किए जा रहे हैं। सालों से काम कर रहे नंबरदारों को बाहर निकाल दिया गया है। हम जम्मू कश्मीर के सभी ज्वलंत मुद्दों पर राष्ट्रीय नेताओं से मदद मांगेंगे। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री कह रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हो गए हैं। यहां मई में जी20 की बैठक भी करवाई जा रही है तो फिर विधानसभा चुनाव क्यों नहीं करवाए जा रहे हैं। इस मुद्दे को चुनाव आयोग के समक्ष उठाया जाएगा। सर्वोच्च न्यायालय ने भी सिफारिश की है कि छह माह में चुनाव करवाए जाने चाहिए। राष्ट्रीय नेताओं से चर्चा के बाद जम्मू कश्मीर में राजनीतिक दलों के साथ फिर बैठकें की जाएंगी।
हिंदू और मुस्लिम के नाम पर लड़ाया जा रहा
डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वोट बैंक के लिए देश और जम्मू कश्मीर में हिंदू-मुस्लिम के नाम पर लड़ाने की कोशिश की जाती रही हैं। लेकिन जम्मू कश्मीर में आज भी भाईचारे और धर्मनिरपेक्षता कायम है। गांधी जी का रामराज का मकसद सभी धर्मों का सम्मान करना था। हमने अपने कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के कारण आक्ट्राय पोस्ट को हटा दिया था। राज्य कर पर राहत देने के साथ किसानों की वस्तुओं से सभी करों को हटा दिया था। कोई भी हिंदू या मुस्लिम खतरे में नहीं है, यह सिर्फ हवा बनाई जा रही है।