महाराष्ट्र बीजेपी में हलचल, सतारा में किस पर चला दांव !

लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान का काउंटडाउन शुरू हो गया है.... पहले चरण के मतान में महज तीन दिन का समय शेष बचा है... देखिए खास रिपोर्ट.... 

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान का काउंटडाउन शुरू हो गया है…. पहले चरण के मतान में महज तीन दिन का समय शेष बचा है… वहीं पहले चरण की सभी सीटों को जीतने के लिए… सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है…. और पहले चरण में वोटरों को साधने के लिए किसी भी दल नो कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है…. और जनता से सभी दलों ने वादों का औ विकास का पिटारा खोल दिया है… पीएम मोदी ने अपने घोषणा पत्र के जरिए विकास की गंगा बहाने का काम किया है… लेकिन उस विकास की गंगा मे कही भी रोजगार, महंगाई की बात नहीं की गई है… वैसे पीएम मोदी दो हजार चौदह और उन्नीस में भी विकास की खूब गंगा बहाने की बात किए थे लेकिन धरातल पर कोई भी विकास की गंगा बहती नजर नहीं आ रही है… इसी कड़ी में फिर वोटरों को साधने के लिए बीजेपी के द्वारा अपने विकास के पिटारे से तमाम बड़े-बड़े वादों को लेकर बात की गई है… लेकिन वह विकास का पिटारा जनता को रास नहीं आ रही है… और जनता ने इस बार अपना मूड बना लिया है… और बजेपी का सफाया तय है….

सतारा सीट से भाजपा ने की उम्मीदवार की घोषणा

वहीं सियासी हलचल के बीच महाराष्ट्र में टूट के कगार पर खड़ी भाजपा ने बहुत सोच समझकर और लंबे इंतजार के बाद काफी चर्चा मे रही सतारा सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है… और सतारा सीट से उदयन राजे भोसले को अपना प्रत्याशी बनाया है… वहीं बावजूद इसके अभी महाराष्ट्र की कई ऐसी सीटे है… जहां पर बीजेपी उम्मीदवार उतारने के लिए काफी मेहनत कर रही है… इससे पहले महाराष्ट्र की जनता ने साफ बता दिया है…. कि वह सीएम शिंदे के काम से संतुष्ट नहीं है… और सीएम शिंदे ने राज्य के विकास के लिए कोई खास काम नहीं किया है… बीजेपी ने सरकार बनाने से पहले जो वादे किए थे उन वादों को धरातल पर उतारा नहीं गया है… जिसको देखते हुए इसबार महाराष्ट्र से बीजेपी के सफाया का मन बना लिया है…. और इस बार महाराष्ट्र में बीजेपी को करारी शिकस्त मिलेगी… जिसको देखते हुए पीएम मोदी समेत सभी दिग्गज चिंतित दिखाई दे रहे है… आपको बता दें कि बीजेपी से जनता का भरोसा उठ चुका है… जनता पीएम मोदी के झूठे वादों को सुन-सुनकर परेसान हो चुकी है…. जिसको देखते हुए बीजेपी सभी को नए तरीके से साधने में जुट गई है… और अपने नेताओं कार्यकर्ताओं के माध्यम से डोर-टू-डोर भेजकर अपने कामों को गिनाने का काम कर रही है….

सतारा सीट का मुकाबला हो गया है बहुत दिलचस्प 

वहीं सतारा सीट का मुकाबला बहुत दिलचस्प हो गया है… बता दें कि इस सीत से शरद पवार ने शशिकांत शिंदे को अपना उम्मीदवार बनाया है…. वहीं बीजेपी ने क्षत्रपति उदयनराजे भोसले को चुनावी मैदार में उतार दिया है… बता दें कि बीजेपी ने अपनी बाराहवी लिस्ट जारी करते हुए… सतारा सीट से उम्मीदवार की घोषणा की है… आपको बता दें कि महाराष्ट्र में सातारा लोकसभा क्षेत्र राज्य के अड़तालीस  संसदीय क्षेत्रों में से एक है…. सातारा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र चुनाव दो हजार चौबीस के लिए मतदान सात मई को तीसरे चरण में निर्धारित है…. और इस सीट से नतीजे सभी सीटों के साथ चार जून को आएंगे…. वहीं दो हजार उन्नीस के लोकसभा चुनाव में सतारा से एनसीपी उम्मीदवार श्रीमंत उदयनराजे प्रतापसिंह महाराज भोंसले पांच लाख उन्नासी हजार छब्बीस वोट पाकर जीते थे…. और एनसीपी ने शिवसेना उम्मीदवार नरेंद्र अन्नासाहेब पाटिल को हराया था…. जिन्हें चार लाख बावन हजार चार सौ अट्ठानबे वोट मिले थे….बता दें कुल वोट शेयर का एनसीपी को बावन फीसदी वोट मिले थे….

सतारा से हैं पूर्व सीएम शरद पवार

आपको बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार सतारा से हैं… और सतारा लोकसभा क्षेत्र में छः विधानसभा सीटें वाई, कोरेगांव, कराड उत्तर, सतारा, कराड दक्षिण और पाटन है… वहीं दो हजार चौदह में देशभर में मोदी लहर के बावजूद एनसीपी के उदयनराजे सतारा सीट से जीत हासिल करने में कामयाब रहे….. और सांसद बने…. और उन्हें पांच लाख बाइस हजार पांच सौ एकतीस वोट मिले थे…. जबकि दूसरे स्थान पर रहे निर्दलीय उम्मीदवार पुरूषोत्तम जाधव को एक लाख पचपन हजार नौ सौ सैंतीस वोट ही मिले थे…. वहीं इस बार भोसले को शशिकांत शिंदे टक्कर दे रहे है… जिसका नतीजा कुछ अलग देखने को मिलेगा… जिसका मुख्य कारण शरद पवार का गृह जनपद है… जिसका लाभ पवार को मिलेगा… पनार वहां के जमीनी नेता है… और उनकी जनता में काफी पकड़ है…. शरद पवार की राजनीति का चौरासी साल का इतिहास रहा है… और शरद पवार ने महाराष्ट्र में तमाम दिग्गजों को मात देने का काम किया है… शरद पवार जितने शांत दिखते है…. उतनी ही तेजी के साथ फैसले लेते हैं और सामने वाले को मात देने कोई कसर नहीं छोड़ते है….

महाराष्ट्र की देश के राजनीति में है बहुत महत्व

आपको बता दें कि यूपी के बाद महाराष्ट्र भी सभी राजनीतिक दलों के लिए बहुत महत्व रखता है…. क्योंकि यह लोकसभा सीटों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या वाला राज्य है…. राज्य में लोकसभा की कुल अड़तालीस सीटें हैं…. और महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के रण में बीजेपी, कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी, अजित पवार की एनसीपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) वंचित बहुजन अघाड़ी… और ओवैसी की पार्टी AIMIM है… जिसे देखते हुए कुछ कह पाना या अनुमान लगा पाना मुश्किल है कि इस बार महाराष्ट्र के रण में कौन अपनी बादशाहत को कायम ऱखने में सफल होता है… क्योंकि उद्धव ठाकरे का अपना भी इतिहास रहा है… और उन्नहोनें सीएम रहते हुए तमाम कार्यों को किया है… और महाराष्ट्र को विकास के पथ पर आगे पहुंचाने में बहुत काम किया है… उनके कामों से वहां की जनता काफी परिचित है… जिसको देकते हुए इस बार के चुनाव में बीजेपी के लिए राह आसान नहीं है….

हार की डर से बौखलाई हुई है बीजेपी

वहीं अपने हार की डर से बौखलाई हुई बीजेपी कुछ भी बोलने से बचती नजर आ रही है…. पीएम मोदी की लहर कम हो चुकी है… बीजेपी की जनसभाओं में जनता जाने से कतराने लगी है… और अब पीएम मोदी की जनसभाओं में पहले कितनी भीड़ दिखाई ही नहीं दे रही है… जिसको देखते हुए पीएम मोदी बहुत उदास नजर आ रहे है…. और पहले की तरफ की चमक पीएम मोदी के चेहरे से गायब है…. वहीं पूछे जाने पर मोदी जनता को जबाव तक नहीं दे रहें है… और बीजेपी के नेताओं को जनता के द्वारा दौड़ाने का काम किया जा रहा है… जनता बीजेपी के नेताओं का वहिष्कार कर रही है… और जनता का साफ कहना है… कि पीएम मोदी मेरा पहले वाला दिन ही लौटा दे…. हमे अब अच्छे दिन नहीं चाहिए…. जिसको देखते हुए बीजेपी अमलें में कोई जबाव नहीं है….वही लोगों के विरोध को देखते हुए दिग्गज नेताओं को अपने कार्यक्रम कैंसिल करने पड़ रहे है….

उदयनराजे ने सतारा से की थी राजनीति की शुरूआत

आपको बता दें कि अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद उदयनराजे भोसले ने सतारा से राजनीति की शुरुआत की… और उनका सियासी सफर सतारा नगर पालिका के पार्षद से लेकर सांसद तक का रहा है… औऱ उन्होंने उन्नीस सौ छियानबे में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ा… इसके बाद वह सतारा विधानसभा के उपचुनाव में उतरे और विजयी रहे…. वह महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना की गठबंधन सरकार के दौरान राजस्व राज्य मंत्री भी थे…. उदयनराजे भोसले दिवंगत बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे के चलते बीजेपी में शामिल हुए थे… बता दें कि दो हजार चार विधानसभा चुनाव में हार मिलने के बाद उदयनराजे भोसले कांग्रेस में शामिल हो गए… वहीं कुछ दिनों तक कांग्रेस में रहने के बाद उन्होंने दो हजार नौ के लोकसभा चुनाव से पहले भूमाता गौरव यात्रा के जरिए क्षेत्र में अपने पक्ष में माहौल तैयार किया….. इसके बाद शरद पवार ने उदयनराजे भोसले को एनसीपी से टिकट दिया… फिर दो हजार नौ के लोकसभा चुनाव में उदयनराजे भोसले ने शिवसेना उम्मीदवार पुरूषोत्तम जाधव को शिकस्त दी…..

उदयनराजे ने जीता था चुनाव

वहीं उदयनराजे ने दो हजार नौ के लोकसभा चुनाव की जीत को दो हजार चौदह में भी बरकरार रखा…. वहीं उसके बाद के दौर में राजनीतिक समीकरण बदलने के बाद भी शरद पवार खेमे के विधायकों के विरोध के बावजूद उदयनराजे भोसले को फिर उम्मीदवार बनाया गया…. उदयनराजे ने मोदी लहर के बावजूद दो हजार उन्नीस का लोकसभा चुनाव भी जीता….हालांकि बदले राजनीतिक हालात के चलते उदयनराजे भोसले ने एनसीपी छोड़ दी…. और बीजेपी में शामिल हो गए…. इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें श्रीनिवास पाटिल से हार मिली…. जिसके चलते बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा से सांसद बना दिया….। लेकिन अब एक बार फिर उदयनराजे भोसले लोकसभा चुनाव के रण में उतर गए हैं….  वहीं इस बार का लोकसभा चुनाव का रण काफी दिलचस्प हो गया है….

 

 

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