तिरंगा अभियान के जरिए सपा की जनता से जुड़ाव की रणनीति
- तिरंगा फहराने के पीछे सपा कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की मुहिम
लखनऊ। योगी सरकार में राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे पर अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कभी-कभी बुलडोजर उल्टा भी चलता है। दिनेश खटीक ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। अखिलेश यादव ने इसे सही फैसला करार देते हुए ट्वीट किया कि जहां मंत्री होने का सम्मान तो नहीं, परंतु दलित होने का अपमान मिले। ऐसी भेदभावपूर्ण भाजपा सरकार से त्यागपत्र देना ही अपने समाज का मान रखने के लिए यथोचित उपाय है। कभी-कभी बुलडोजर उल्टा भी चलता है। अखिलेश यादव ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार और कुशासन की क्रॉनॉलॉजी समझिए। अखिलेश ने कहा पहले लोक निर्माण विभाग के मंत्रालय में विद्रोह। फिर स्वास्थ्य मंत्रालय में विद्रोह। अब जल शक्ति मंत्रालय में विद्रोह। जनता पूछ रही है, उप्र की भाजपा सरकार ईमानदारी से बताए। अब अगली बारी किसकी है? दिनेश खटीक के इस्तीफे से प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। प्रदेश सरकार के एक अन्य मंत्री जितिन प्रसाद भी सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं। इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से 9 से 15 अगस्त तक अपने घरों पर राष्टï्रीय ध्वज फहराने की अपील की है।
उन्होंने कहा लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए आम लोगों को समाजवादियों के साथ आगे आना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा और आरएसएस में राष्टï्रध्वज के प्रति कभी सम्मानभाव नहीं रहा है। उन्होंने सवाल किया कि संघ के नागपुर मुख्यालय में राष्टï्रध्वज क्यों नहीं फहराया जाता? अखिलेश ने कहा एक सप्ताह का यह पर्व स्वतंत्रता आंदोलन की स्मृति, शहीदों को नमन तथा संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए समर्पित होगा। उन्होंने कहा कि नौ अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन का आह्वान किया था। कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी के बाद जयप्रकाश नारायण, डॉ. राममनोहर लोहिया जैसे समाजवादियों ने ही भारत छोड़ो आंदोलन की बागडोर संभाली थी। अब यह जिम्मेदारी आम जनता की है। नौ से 15 अगस्त तक घरों में तिरंगा फहराने के अभियान के पीछे सपा कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने और जनता से जुड़ाव की रणनीति है। इस दौरान लोकतंत्र, संविधान और नागरिक अधिकारों को बचाने का सपाई संकल्प भी लेंगे। रणनीतिकारों का मानना है कि सात दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम से जनता में जागरूकता आएगी। इन कार्यक्रमों के जरिए लोगों को समझाया जाएगा कि भाजपा सरकार की नीतियों से लोगों को कितनी समस्याएं हो रही हैं। इस दौरान लोगों को पार्टी से भी जोड़ा जाएगा।
योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश: नितिन अग्रवाल
लखनऊ। मेरठ के हस्तिनापुर से भाजपा के विधायक दिनेश खटिक के केंद्र सरकार में गृह मंत्री अमित शाह को अपना इस्तीफा देने के साथ सरकार में बात ना सुनी जाने की बात कहने के बीच में आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल के भी नाराजगी की चर्चा ने जोर पकड़ा है। इसी बीच समाजवादी पार्टी ने भाजपा में आने वाले नितिन ने नाराजगी की बात को सिरे से खारिज कर दिया। नितिन अग्रवाल ने सरकार ने अपनी नाराजगी का खण्डन किया है। मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि इन दिनों योगी आदित्यनाथ सरकार को बदनाम करने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि जो लोग नाराज हैं वह उनकी व्यक्तिगत नाराजगी हो सकती है। प्रदेश सरकार में मंत्री विभाग का हेड होता है और यहां पर अधिकारी सरकार की नीतियों को लागू कराने के लिए होते हैं। आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा है कि कुछ समाचार पत्रों ने उन्हें भी असंतुष्ट खेमे में खड़ा कर दिया है, जबकि उनसे किसी से बात नहीं हुई। इन पत्रों में गलत तथा आधारहीन तरीके से उनका नाम लिखा गया है, उन्हें नोटिस भी भेजेंगे। आबकारी मंत्री ने कहा कि सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में कार्य कर रही है उन्हें जो लक्ष्य दिया गया है उसे पूरा कर रहे हैं, सरकार विकास कार्यों का रिकॉर्ड बना रही है। आबकारी मंत्री ने विधानभवन स्थित कक्ष में पत्रकारों से कहा कि सरकार की गाइडलाइन मुख्यमंत्री तय करते हैं, उसे जमीन पर उतारना मंत्रियों व अधिकारियों की जिम्मेदारी है। सभी मिलकर कार्य कर रहे हैं।
सतह पर मंत्रियों व नौकरशाही के बीच खींचतान
लखनऊ। प्रदेश सरकार में मंत्रियों और नौकरशाही के बीच चल रही खींचतान सतह पर आ गई है। कई विभागों में मंत्रियों और आला अधिकारियों में तालमेल की कमी के कारण विभागीय कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। कई दिग्गज मंत्री अपने महकमे के अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को बदलने की सिफारिश कर चुके हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह की भी विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव व सिंचाई विभाग के प्रमुख सचिन अनिल गर्ग से नहीं पट रही है। वे दोनों को बदलने का आग्रह कर चुके हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद की खींचतान जगजाहिर हो चुकी है। ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री अरविंद शर्मा की भी यूपी पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज से ठनी हुई है। देवराज की कार्यशैली को लेकर स्वयं नौकरशाह रहे शर्मा लखनऊ से दिल्ली तक शिकायतें कर चुके हैं। पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद का विभाग के प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण से तालमेल नहीं बैठ पा रहा है। जितिन ने तबादलों में भूषण की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं और विभाग के कामकाज पर भी कई बार नाराजगी जता चुके हैं।