मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सीबीआई-ईडी को सुप्रीम नोटिस

29 जुलाई को अगली सुनवाई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार (16 जुलाई) को सुनवाई हुई। दिल्ली शराब नीति मामले में जेल में बंद सिसोदिया की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई और ईडी को नोटिस जारी किया है।मनीष सिसोदिया ने दोनों जांच एजेंसियों की ओर से दर्ज केस में जमानत मांगी है, इस मामले में अगली सुनवाई अब 29 जुलाई को होगी।
शराब नीति मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने सिसोदिया के ऊपर केस दर्ज किया है, जबकि सीबीआई ने भ्रष्टाचार के केस में आप नेता पर मुकदमा दर्ज किया। दिल्ली शराब नीति को अब रद्द कर दिया गया है, लेकिन इसमें हुए तथाकथित घोटाले के आरोप में आप के कई नेता जेल गए हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल भी शराब नीति मामले में ही जेल में बंद हैं। राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी इस केस में जेल जा चुके हैं और फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।

दिल्ली पुलिस कोर्ट में पेश करेगी 1000 पन्नों की चार्जशीट, बढ़ सकती हैं बिभव कुमार की मुश्किलें

आम आदमी पार्टी की सांसद व दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवार के साथ मुख्यमंत्री आवास मे हुई मारपीट के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक विभव कुमार द्वारा मारपीट के मामले में दिल्ली पुलिस मंगलवार को तीस हजारी कोर्ट में चार्जशीट दायर करेगी। दिल्ली पुलिस इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार के खिलाफ आरोपों की सूची तैयार करेगी। सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने जांच लगभग पूरी कर ली है। पुलिस अब तीस हजारी अदालत में बिभव कुमार के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने के लिए तैयार है। पुलिस ने मामले के संबंध में 1,000 पन्नों का आरोपपत्र भी तैयार किया है, जिसमें घटना के समय केजरीवाल के आवास पर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों का भी उल्लेख है।

16 महीनों से जेल में बंद हैं मनीष सिसोदिया: वकील

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस संजय करोल और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई की। आप नेता की तरफ से पेश वकील विवेक जैन ने दलील दी कि उनके मुवक्किल पिछले 16 महीनों से जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ मुकदमा उसी स्टेज में हैं, जैसा वह अक्टूबर, 2023 में था।

केजरीवाल की जमानत के खिलाफ ईडी की याचिका पर सुनवाई 7 अगस्त को

नई दिल्ली। हाईकोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की उस याचिका पर सुनवाई 7 अगस्त तय की है जिसमें कथित आबकारी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दी गई जमानत को चुनौती दी गई है। हाईकोर्ट ने इससे पहले ट्रायल कोर्ट के 20 जून के आदेश पर रोक लगा दी थी। इसके तहत केजरीवाल को मामले में जमानत दी गई थी। याचिका पर सुनवाई करने वाली न्यायमूर्ति नीना बंसल कृष्णा को केजरीवाल के वकील ने बताया कि ईडी ने उन्हें रविवार देर रात ही अपने जवाब की प्रति दी है और उन्हें इस पर जवाब दाखिल करने के लिए कुछ समय चाहिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी है और वे आदेश की प्रति रिकॉर्ड में रखेंगे। वकील ने कोर्ट से आग्रह किया कि उन्हें जवाब दाखिल करने के लिए 15 दिन का समय दिया जाए। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 7 अगस्त को तय की है।

महाराष्टï्र में बस और ट्रैक्टर टकराए पांच तीर्थयात्रियों की दर्दनाक मौत

कल्याण डोंबिवली से पंढरपुर जा रही थी बस

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर बीती देर रात एक निजी बस और ट्रैक्टर में टक्कर हो गई। बस तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही थी। हादसे में पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है। वहीं सात लोग गंभीर रुप से घायल हुए है। ये हादसा इतना भयंकर था कि इसमें कुल 42 लोगों को चोटें आई हैं। जब हादसा हुआ तब बस में कुल 54 यात्री सवार थे।
बता दें कि ये बस कल्याण डोंबिवली से पंढरपुर जा रही थीं। इसी बीच मुंबई-पुणे एक्सप्रेस हाइवे पर बस एक ट्रैक्टर से टकरा कर सडक़ के नीचे खाई में गिर गई। इस हादसे के संबंध में पुलिस ने बताया कि जो लोग इस घटना में घायल हुए हैं उनमें वारकरी (भगवान वि_ल के भक्त) थे। ये सभी मुंबई के पास अपने गृहनगर डोंबिवली से आषाढ़ी एकादशी पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पंढरपुर जा रहे थे। उसने बताया कि सोमवार करीब आधी रात को बस ट्रैक्टर से टकराकर खाई में गिर गई। पुलिस उपायुक्त विवेक पानसरे ने संवाददाताओं को बताया कि डोंबिवली से बस में कुल 42 यात्री पंढरपुर जाने के लिए सवार हुए थे। उन्होंने बताया कि बस अदने गांव के पास एक ट्रैक्टर से टकरा गई जिससे पांच लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है।

नहीं तोड़े जाएंगे पंतनगर व रहीमनगर के मकान

सीएम के आश्वासन के बाद लोगों में खुशी, हर निवासी की सुरक्षा और संतुष्टि हमारी जिम्मेदारी : मुख्यमंत्री

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते एक माह से अपने सपनों के घर को तोड़े जाने की भ्रामक खबरों से परेशान पंतनगर, इन्द्रप्रस्थनगर एवं रहीमनगर आदि क्षेत्रों के लोगों की समस्या का समाधान कर दिया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पहुंचे प्रभावित परिवारों के भय और भ्रम का समाधान करते हुए ने मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि पंतनगर हो या इंद्रप्रस्थ नगर, वहां निवासरत लोगों की सुरक्षा और शांतिपूर्ण जीवन के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
संबंधित प्रकरण में एनजीटी के आदेशों के क्रम में नदी के फ्लड प्लेन जोन का चिन्हांकन किया गया है। फ्लड प्लेन जोन में निजी भूमि भी सम्मिलित है। लेकिन निजी भूमि को खाली कराने की न तो वर्तमान में कोई आवश्यकता है और न ही कोई प्रस्ताव है। निजी भूमियों में बने निजी भवनों के ध्वस्तीकरण का कोई विषय विचाराधीन नहीं है। यही नहीं, उन्होंने कहा कि फ्लड प्लेन जोन चिन्हींकरण के दौरान भवन निर्माणों पर लगाये गये संकेतों से आम जन में भय और भ्रम फैला है, इसका कोई औचित्य नहीं था और इसके लिए जवाबदेही तय की जाए। मुख्यमंत्री ने उक्त क्षेत्र में साफ-सफाई व जनसुविधाओं के विकास के लिए भी आवश्यक निर्देश दिए हैं।

अधिकारियों को सीएम का निर्देश, क्षेत्र में जाएं लोगों से मिलकर उनका भय और भ्रम दूर करें

सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि तत्काल क्षेत्र में विजिट करें, लोगों से मिलें और उनका भय और भ्रम दूर किया जाए। प्रभावित परिवारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवर बेड विकसित करने में यदि कोई निजी भूमि पर बना भवन निर्माण आता है, जिसका प्रमाणित स्वामित्व किसी निजी व्यक्ति का है, उसे नियमानुसार समुचित मुआवजा देकर ही अधिग्रहीत किया जाएगा। मुख्यमंत्री से मिलने के बाद प्रसन्नचित परिवारों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया और योगी हैं तो यकीन है के नारे भी लगाए।

गुजरात में संदिग्ध चांदीपुरा वायरस से छह बच्चों की मौत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अहमदाबाद। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने कहा कि पिछले पांच दिनों में राज्य में संदिग्ध चांदीपुरा वायरस से कम से कम छह बच्चों की मौत हो गई है, जिससे कुल संदिग्ध मामलों की संख्या बढक़र 12 हो गई है। इन 12 मरीजों में से चार साबरकांठा जिले से, तीन अरावली से और एक-एक महिसागर और खेड़ा से हैं। इसके अलावा, दो मरीज राजस्थान से और एक मध्य प्रदेश से हैं।
पटेल ने कहा, इन 12 मरीजों में से चार साबरकांठा जिले से, तीन अरावली से और एक-एक महिसागर और खेड़ा से हैं। दो मरीज राजस्थान से और एक मध्य प्रदेश से हैं। इनका इलाज गुजरात में हुआ था। राज्य में संदिग्ध चांदीपुरा वायरस से छह मौतें हुई हैं, लेकिन नमूनों के नतीजे आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि ये मौतें चांदीपुरा वायरस के कारण हुई हैं या नहीं।

पुणे भेजा गया नमूना

उन्होंने कहा साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर के सिविल अस्पताल से छह में से पांच मौतें रिपोर्ट की गई हैं। साबरकांठा के आठ समेत सभी 12 नमूनों को पुष्टि के लिए पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) भेजा गया है।

भूजल सप्ताह

जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने लखनऊ के 1090 चौराहे पर भूजल सप्ताह के अवसर पर मानव श्रृंखला व जल मैराथन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। जल मैराथन के लिए मानव श्रंृखला को झंडी दिखाई। स्कूल के छोटे-छोटे विद्यार्थियों ने भू-गर्भ जल संरक्षित करने का सन्देश दिया।

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