सुषमा ने संभाली लखनऊ के महापौर की कुर्सी
नवनिर्वाचित पार्षदों के साथ हुआ शपथ ग्रहण
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ की नवनिर्वाचित मेयर सुषमा खडक़वाल ने नगर के पहले नागरिक के रुप में शपथ ले लिया। उनके साथ अन्य विजयी पार्षदों ने भी शपथ ग्रहण किया। समारोह गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुआ। इस अवसर पर उनके साथ उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक व संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना मौजूद रहे। पूर्व मेयर संयुक्ता भाटिया और लखनऊ विकास प्राधिकरण की कमिश्नर रोशन जेकब भी नयी मेयर का साथ देने के लिए मौजूद रही।
समारोह में 3,000 से अधिक लोग शामिल हुए। लखनऊ नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक, कार्यक्रम में 1500 मेहमानों को निमंत्रण भेजा गया है। लखनऊ नगर निगम मेयर चुनाव में बीजेपी ने पिछले तीन दशक का रिकॉर्ड कायम रखा है। बीजेपी प्रत्याशी सुषमा खर्कवाल मेयर पद का चुनाव जीत चुकी हैं। उन्होंने रिकॉर्ड मार्जिन से सपा प्रत्याशी को शिकस्त दी। नगर निगम के इतिहास में यह दूसरी बार हुआ है जब किसी महिला मेयर को नगर निगम की कमान मिलेगी। शपथ लेते ही मेयर एलएमसी की प्रभारी का पद संभालेगी। नवनिर्वाचित महापौर सुषमा खरखवाल के बाद लखनऊ के सभी इलाको के नवनिर्वाचित पार्षद गणों ने एक के बाद एक शापत ग्रहण करी। सभी ने अपने इलाक़ों की पूरी तरह देख रेख की जिम्मेदारी लेने का फ़ैसला लिया।
नवनिर्वाचित महापौर ने थामी गदा
नवनिर्वाचित महापौर ने 107 साल पुरानी एक परंपरा को आगे बढ़ाया जिसकी जड़ें ब्रिटिश शाही दरबार में थीं – एक औपचारिक गदा, जिसे रॉयल गार्ड के रूप में भी जाना जाता है, जो सम्मान, शक्ति और शासन का प्रतीक है। महापौर के हाथ में गदा लिए बिना एलएमसी आवास आगे नहीं बढ़ सकता है। यह गदा एलएमसी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पहली बार शपथ ग्रहण समारोह में वीर नारियों एयर पूर्व सैनिकों के लिए सीट आरक्षित की गई हैं क्यूँकि महापौर शुष्मा खरखवाल के पति पूर्व सैनिक हैं। इस कारण रिटायर्ड सैनिकों की बड़ी संख्या शामिल कार्यक्रम में शामिल होगी। 2017 में बीजेपी प्रत्याशी संयुक्ता भाटिया लखनऊ की मेयर बनीं थी। उन्हें लखनऊ की पहली मेयर बनने की उपलब्धि हासिल हुई थी। समाजवादी पार्टी की मीरा वर्धन दूसरे नंबर पर थीं। लखनऊ नगर निगम 110 वार्डों में बंटा है। इनमें से 37 वार्ड महिलाओं के लिए रिजर्व हैं।
अभिषेक बनर्जी की जांच जारी रहेगी, सीबीआई-ईडी पर स्टे नहीं
सुप्रीम कोर्ट नेे हाईकोर्ट के आदेश को बरकरार रखा, जुर्माने पर लगाई रोक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय एजेंसियों को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता अभिषेक बनर्जी से पूछताछ करने की अनुमति देने वाले कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाने से शुक्रवार को इनकार कर दिया। मामला पश्चिम बंगाल के स्कूलों में भर्ती अनियमितताओं से जुड़े करोड़ों रुपये के कथित घोटाले की जांच से जुड़ा हुआ है।
हालांकि, शीर्ष अदालत ने उनके खिलाफ 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगा दी है। जस्टिस जेके माहेश्वरी और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की अवकाश पीठ ने कहा कि वह अवकाश के बाद इस मामले की सुनवाई करेगी और मामले को 10 जुलाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया। कोर्ट ने कहा किभर्ती घोटाले से जुड़े मामलों में अभिषेक से पूछताछ करने की जांच एजेंसियों को अनुमति देने वाले कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश में हस्तक्षेप नहीं करेगा।
उमेश पाल हत्याकांड: दाखिल हुई चार्जशीट, नौ आरोपियों के हो सकते हैं नाम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड में शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल हुई। ज्ञात हो इसमें नौ आरोपियों का नाम हो सकता है। इनमें साजिशकर्ता सदाकत समेत वे शामिल हैं, जिन्हें उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी बनाया गया है और जो जेल में हैं। चार्जशीट दाखिल करने की 90 दिन की समयावधि में तीन दिन शेष हैं।
24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या के बाद से अब तक इस हत्या मामले में आठ आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। इसके अलावा उम्रकैद की सजा काट रहे अतीक के वकील खान सौलत हनीफ को भी पुलिस आरोपी बना चुकी है। इस तरह से मौजूदा समय में इस मामले में कुल नौ लोग नैनी जेल में निरुद्ध हैं। प्रकरण में पहली गिरफ्तारी 27 फरवरी को हुई थी। पुलिस ने मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल से सदाकत खान को अवैध असलहा के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद 21 मार्च को अतीक अहमद के नौकर राकेश उर्फ लाला, ड्राइवर कैश अलावा हत्याकांड में रेकी करने वाले अख्तर कटरा, मो. सजद व नियाज अहमद को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। हत्याकांड में एक और गिरफ्तारी एक अप्रैल को हुई जब एसटीएफ ने अतीक के नौकर शारुप उर्फ शाहरुख को गिरफ्तार किया। चार अप्रैल को अतीक के बहनोई डॉ. अखलाक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। 27 अप्रैल को उमेश पाल हत्याकांड में खान सौलत हनीफ की रिमांड बनवाई गई। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में जेल में निरुद्ध सभी नौ आरोपियों की हत्याकांड में संलिप्तता के पर्याप्त सबूत पुलिस जुटा चुकी है।
भाजपा नेता ने लिफ्ट देकर किया बलात्कार, पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
आगरा। योगी जी के आदेश को उनकी पुलिस ही नकार रही है। एक पीडि़ता अपने साथ हुए दुष्कर्म की शिकायत पुलिस को दे चुकी है पर यूपी पुलिस कोई कार्रवाई नही कर रही है। अब पीडि़ता ने सीएम से मदद की गुहार लगाई है। मामला आगरा के थाना शमशाबाद क्षेत्र के एक गांव का है। सफेदपोश नेता और उसके साथियों पर महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है।
पीडि़ता ने बताया कि कार में लिफ्ट देने के बहाने बैठाकर उसे सूनसान जगह ले जाकर दुष्कर्म किया गया। मामले में पुलिस पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगा। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर सफेदपोश नेता हरेंद्र सिंह व दो अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ है, लेकिन अभी तक मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री से मिली पीडि़ता
पीडि़त महिला के मुताबिक वह लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिली। सीएम ने उसे आरोपी पर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। साथ ही पीडि़त महिला का कहना है कि आरोपी नेता उस पर रिश्तेदारों द्वारा सुलह करने का दबाव बना रहा है। साथ ही जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पीडि़त महिला ने आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की है।
ये हुई थी घटना
पीडि़ता ने बताया कि विगत 12 फरवरी का यह घटनाक्रम है। नेता ने लिफ्ट देने के बहाने महिला को कार में बैठाकर दुष्कर्म किया था। मामले में तीन माह बाद कोर्ट के आदेश पर महिला की तहरीर पर थाना शमशाबाद में भाजपा से जुड़े नेता हरेंद्र सिंह और दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल भी कराया है और मजिस्ट्रेट के सामने बयान भी हो चुके हैं। बावजूद इसके अभी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।