देश को लूटने में लगे हैं गद्दियों पर बैठे लोग, बीजेपी पर स्वामी प्रसाद मौर्य का निशाना

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने एक बयान में देश के सभी प्रतिष्ठित पदों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि देश में तीन कुर्सियां होती हैं जो देश को लूटने में लगी हुई हैं। इस दौरान उन्होंने केंद्र-राज्य सरकार, धर्मगुरुओं और बड़े बिजनेसमैनों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि तीन गद्दियों पर सवार लोग मिलकर देश को लूटने का काम कर रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने इस भाषण का वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है।
जानकारी के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान एक बयान दिया था जो कि राजनीतिक गरियारों में चर्चा का विषय बन रहा है। उन्होंने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। इस वीडियो में उन्होंने कहा है कि आज तीनों गद्दियां देश को लूटने का काम कर रही हैं। भाषण की शुरुआत में उन्होंने कहा कि देश में तीन तरह की गद्दी हैं। इसमें पहले गद्दी है राज गद्दी, यानी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की गद्दी है।
मौर्य ने आगे कहा कि दूसरी गद्दी देश में है मठ की गद्दी जो कि शंकराचार्य, मठ और पुजारियों की गद्दी है। वहीं तीसरी गद्दी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह है सेठ की गद्दी यानी की अडानी-अंबानियों की गद्दी। मौर्य ने आरोप लगाया है कि इन तीनों गद्दियों में आज के दौर में गठजोड़ हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह गठजोड़ बहुत पुराना हो गया है। उन्होंने कहा कि जब राजगद्दी पर खतरा आता है तो सेठ की गद्दी और मठों की गद्दी दोनों ही अपनी पूरी तिजोरी को राजगद्दी को चलाने के लिए दे देती हैं।
स्वामी मौर्य ने कहा कि जब मठ की गद्दी पर खतरा आता है तो सेठ की गद्दी और राज गद्दी उन्हें सपोर्ट करते हैं। इसी क्रम में जब सेठ की गद्दी पर खतरा आता है तो मठ की गद्दी और राजगद्दी उन्हें सपोर्ट करते हैं। लेकिन, इन तीनों ही गद्दियों में आम जनता कहीं नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘ये तीनों गद्दी मिलकर आज देश को लूटने का काम कर रही हैं।’
बता दें कि इससे पहले भी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था। जिसमें उनके खिलाफ चार्जशीट भी दायर की गई है। उन्होंने कहा था कि रामचरित मानस में कुछ अंश ऐसे हैं जिन पर उन्हें आपत्ति है और ऐसे में उन अंशों को प्रतिबंधित कर देना चाहिए। उन्होंने कहा था कि किसी भी धर्म में किसी को भी गाली देने का अधिकार नहीं दिया गया है। इस मामले में पूरे उत्तर प्रदेश में स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन हुए थे।

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