बलरामपुर पहुंचे स्वत्रंत देव, राप्ती नदी का किया निरीक्षण

  • जल शक्ति मंत्री ने सपा और बसपा पर बोला हमला

लखनऊ। योगी सरकार में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह बलरामपुर पहुंचे। यहां स्वतंत्रदेव ने सपा और बसपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कटानरोधी कार्यों का निरीक्षण किया। जिले में बाढ़ एवं कटान निरोधक कार्यों का जायजा लेने स्वतंत्र देव सिंह सदर विकास खंड के सरदारगढ़ गांव पहुंचे। यहां 178.13 लाख रुपये से हो रहे कटानरोधी कार्यों का निरीक्षण किया। ग्रामीणों से कहा कि हर 15 दिन पर राप्ती मइया की पूजा-अर्चना कर दीपक जलाएं। इससे विपदा नहीं आएगी। बाकी सरकार व विभाग अपना कार्य कर रहे हैं। मंत्री के आगमन को लेकर सुबह से ही सरदारगढ़ में मेले जैसा माहौल रहा। बाढ़ खंड के अभियंताओं व प्रशासनिक अधिकारियों में बेचैनी रही। अधिशासी अभियंता जेके लाल ने जल शक्ति मंत्री को कटान निरोधक कार्य का डायग्राम चार्ट दिखाया। कहा कि कार्य लगभग पूरा हो चुका है। नदी की धारा को मोड़ दिया गया है, जिससे 17 गांवों ऊपर से कटान का संकट टल जाएगा। बताया कि कटान की जद में आ रहे परिषदीय विद्यालय को भी बचा लिया गया है। इस पर जल शक्ति मंत्री ने कहा लग रहा है 15 जून तक काम पूरा हो जाएगा। वहां मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि राप्ती नदी कल्याणपुर गांव में तेजी से कटान कर रही है।

गत वर्ष आई बाढ़ में यह गांव टापू बन गया था। गांव का परिषदीय विद्यालय भी नदी की धारा में समा गया था। इस पर जल शक्ति मंत्री ने ग्रामीणों को बचाव कार्य शीघ्र होने का भरोसा दिलाया। यहां से निकल कर जल शक्ति मंत्री राप्ती नदी के बाएं तट पर स्थित मदारा गांव में हो 152.72 लाख रुपए से हो रहे सुरक्षात्मक कार्य का जायजा लिया। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि बसपा और सपा में मंत्री साल भर आराम करते थे। चुनाव के समय ही उनका बाहर निकलना होता था। भाजपा के सभी मंत्री सरकार बनने के बाद क्षेत्र में है। वह जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं का निस्तारण करवा रहे हैं।

स्वामी प्रसाद को विधान परिषद भेजेगी सपा

लखनऊ। विधानसभा चुनाव हारने के बाद अब स्वामी प्रसाद मौर्य को समाजवादी पार्टी विधान परिषद के रास्ते सदन में भेजने की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि पार्टी की बैठक में स्वामी के नाम पर मुहर लग गई है। विधान परिषद में 6 जुलाई को 13 सीटें खाली होने वाली हैं। इसमें सपा के 6, भाजपा और बसपा के 3-3 और कांग्रेस के 1 एमएलसी का कार्यकाल पूरा हो रहा है। विधायकों की संख्या के आधार पर 9 सीटें भाजपा और 4 सपा को मिल रही हैं। बसपा और कांग्रेस को एक भी सीट मिलती नहीं दिख रही है। सपा मुखिया अखिलेश स्वामी प्रसाद मौर्या को सदन भेज कर यह संदेश देना चाहते हैं कि साथ आए लोगों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। दरअसल, विधानसभा चुनाव हारने के बाद स्वामी पर भाजपा ने काफी हमला किया था। ट्विटर से लेकर फेसबुक पर उनके खिलाफ भाजपा समर्थक और कार्यकर्ताओं ने काफी कटाक्ष किए थे। ऐसे में अखिलेश यह संदेश देना चाहते हैं कि चुनाव हारने से नेता की हैसियत कम नहीं होती।

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