भारत-पाकिस्तान तनाव पर सैयद सदातुल्लाह हुसैनी का बयान, सीमावर्ती नागरिकों की सुरक्षा पर तत्काल ध्यान दें.

हुसैनी ने कहा कि, "सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले निर्दोष भारतीय नागरिकों की मौत की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। यह अत्यंत दुखद है और हमें इन खतरों पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव और लगातार हो रहे हमलों के बीच जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी का बयान सामने आया है। उन्होंने सीमावर्ती इलाकों में आम नागरिकों के जीवन पर मंडरा रहे खतरे को लेकर गहरी चिंता जताई है।

हुसैनी ने कहा कि, “सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले निर्दोष भारतीय नागरिकों की मौत की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। यह अत्यंत दुखद है और हमें इन खतरों पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे हालात में सरकार को नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव, गोलीबारी और हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, “हम भारतीय अधिकारियों की इस बात के लिए सराहना करते हैं कि उनका संघर्ष को और बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है। यह रुख सकारात्मक है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही शांति बहाल होगी।” गौरतलब है कि हाल के दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ा है। पंजाब, जम्मू और राजस्थान जैसे सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं और आम नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

दोनों देश गरीबी को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और अपने लोगों की समृद्धि और प्रगति के लिए काम कर रहे हैं और दोनों परमाणु शक्तियां हैं. ऐसे हालात में, युद्ध और अशांति से किसी का हित नहीं होता और दोनों देशों की गरीब आबादी को सबसे गंभीर नुकसान होगा. हमें उम्मीद है कि दोनों देशों का राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व अब स्थायी शांति की दिशा में तेजी से और ठोस कदम उठाएगा.

मुस्लिम संगठन ने क्या-क्या कहा?
जमात-ए- इस्लामी हिंद के अध्यक्ष ने आगे कहा, सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले आम भारतीय नागरिकों की मौत की खबरें लगातार आ रही हैं. निर्दोष नागरिकों को जिन खतरों का सामना करना पड़ रहा है, उन पर हमें तत्काल ध्यान देने की जरूरत है. हम मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं और मांग करते हैं कि सरकार इन परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर सभी जरूरी सहायता और सुरक्षा दें. उन्होंने आगे कहा, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीमा के दूसरी ओर कई नागरिक भी मारे गए हैं. निर्दोष नागरिकों की हत्या – खासकर महिलाओं और बच्चों की – चाहे उनकी जाति, धर्म, भाषा, राष्ट्रीयता या वर्ग कुछ भी हो, बेहद दुखद है. सभी हालात में निर्दोष लोगों की जिंदगी की सुरक्षा सुनिश्चित करना सभी पक्षों की सामूहिक जिम्मेदारी है.

आतंकवाद को लेकर क्या कहा?
अध्यक्ष ने आतंकवाद को लेकर बात करते हुए कहा, क्षेत्र में आतंकवाद एक गंभीर मुद्दा है. हमारे देश में इसके चलते कई बहुमूल्य और निर्दोष जिंदगियां खो गई हैं और पाकिस्तान में भी लोग लगातार इसके शिकार होते रहे हैं. अब समय आ गया है कि हम संकीर्ण हितों से ऊपर उठें और इस मूल मुद्दे का स्थायी समाधान खोजने पर ध्यान केंद्रित करें.

भारत-PAK के बीच तनाव
आपको बता दें,कि पहलगाम अटैक के बाद भारत ने 6-7 मई की देर रात पाकिस्तान से पहलगाम अटैक का बदला लिया औरऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया. इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के 9 ठिकानों पर भारत ने हमला किया. इस अटैक के बाद पाकिस्तान बौखला गया और उस ने एलओसी पर फायरिंग की. इसी के बाद गुरुवार की रात पाकिस्तान ने भारत के 15 इलाकों में हमला किया, जिसका भारत ने करारा जवाब दिया और पाकिस्तान की तरफ से दागी गई मिसाइल और ड्रोन को गिरा दिया है.

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