राहुल व ओवैसी में बढ़ी तल्खी, राहुल के वार पर किया ओवैसी ने पलटवार
नई दिल्ली। तेलंगाना विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार जैसे-जैसे गर्माता जा रहा है वैसे-वैसे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। राहुल गांधी ओवैसी पर हमला करते हैं और बदले में ओवैसी राहुल को धो डालते हैं। राहुल गांधी ने तेलंगाना में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि ओवैसी भाजपा से पैसे लेते हैं उसके बाद तो हैदराबाद के सांसद और उनकी पार्टी ने कांग्रेस नेता पर जोरदार हमला बोल दिया।
हम आपको बता दें कि राहुल गांधी ने एआईएमआईएम पर आरोप लगाया था कि जहां-जहां कांग्रेस, भाजपा के खिलाफ उम्मीदवार उतारती है, वहां-वहां ओवैसी की पार्टी पैसे लेकर अपना उम्मीदवार खड़ा कर देती है। इसके बाद ओवैसी ने सवाल किया कि 2008 में अमेरिका के साथ परमाणु सौदे और अन्य मुद्दों पर संयुक्त प्रगतिशील गठबन्धन (संप्रग) सरकार का समर्थन करने के लिए उनकी पार्टी को कितने पैसे दिए गए थे। राहुल गांधी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में सवाल किया, बेचारे राहुल गांधी ये बताइए कि 2008 परमाणु सौदे में संप्रग का समर्थन करने के लिए हमने कितने पैसे लिए थे? राहुल गांधी की अमेठी लोकसभा सीट से हार पर ओवैसी ने सवाल किया, आपने अमेठी चुनाव मुफ्त में हारा या फिर उसके लिए पैसे लिए थे? उन्होंने कहा कि आप 2014 से अभी तक सिर्फ हारे ही हैं और इसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं।
एआईएमआईएम नेता ने राहुल से यह भी पूछा कि 2012 में राष्ट्रपति पद के चुनाव में तत्कालीन संप्रग उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को समर्थन देने के लिए वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी (जून 2012 में जेल में मुलाकात के बाद) को मनाने के लिए उनकी पार्टी को कितने पैसे मिले थे।
ओवैसी के हमलों के बाद उनकी पार्टी एआईएमआईएम ने भी ट्वीट कर राहुल गांधी को घेरा है। एआईएमआईएम ने राहुल गांधी को टैग करके लिखा है कि प्यारे राहुल गांधी आपकी इल्म में थोड़ा इजाफे की जरूरत है, एआईएमआईएम ने कभी भी त्रिपुरा और असम में चुनाव नहीं लड़ा। पार्टी ने कहा कि वह पहली बार राजस्थान और मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने लिखा है कि हम आपको एक सलाह देना चाहते हैं कि आप एक अच्छे दिमाग वाले को अपना सलाहकार बनाएं जो आपको पेपर पर सही से लिखकर दे और आप भी सही से पढ़ें।
हम आपको यह भी बता दें कि ओवैसी इन दिनों तेलंगाना में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में जमकर प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि अब्दुल का बेटा अब पंक्चर नहीं बनायेगा बल्कि काबिल और तालिम याफ्ता बनेगा, यही मेरा ख्वाब और मेरी कोशिश है।