प्रकृति का भयानक दृश्य, वायनाड में 300 से ज्यादा लोगों की हुई मौत, लगातार बढ़ रही मृतकों की संख्या
देश इस समय बहुत बड़ी प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा है। एक ओर केरल के वायनाड में आए भूस्खलन में सैकड़ों लोगों ने जान गंवा दी हैं तो वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बादल फटने...
4PM न्यूज़ नेटवर्क: देश इस समय बहुत बड़ी प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा है। एक ओर केरल के वायनाड में आए भूस्खलन में सैकड़ों लोगों ने जान गंवा दी हैं तो वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बादल फटने के बाद जिस तरह से भूस्खलन हुआ है, उसने सभी को डराकर रख दिया है। ऐसे में अगर वायनाड की बात की जाए तो यहां पर अभी तक भूस्खलन की चपेट में आकर 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक 200 से ज्यादा लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। इस मामले में केरल के राजस्व मंत्री के. राजन ने कहा कि मृतकों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 225 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से अधिकतर मुंडक्कई और चूरलमाला के सबसे अधिक प्रभावित इलाकों से हैं। मंत्री का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी ज्यादा परेशानी भी देखने को मिल रही है।
वायनाड में आए भूस्खलन में सैकड़ों लोगों ने गवाईं जान
सूत्रों के मुताबिक त्रिशूर, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में स्कूल, कॉलेज और ट्यूशन सेंटर सहित सभी शैक्षणिक संस्थान शुक्रवार (2 अगस्त) को बंद रहेंगे। इडुकी और एर्नाकुलम में राहत कैंपों में बनाए गए स्कूलों को भी शुक्रवार को बंद रखा गया है। साथ ही पलक्कड़ जिला कलेक्टर ने स्कूलों, आंगनबाड़ियों, ट्यूशन सेंटरों और मदरसों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। मौसम विभाग ने कहा कि केरल में 5 अगस्त तक भारी बारिश होने वाली है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वायनाड में आए भूस्खलन के बाद आज भी वहां राहत-बचाव कार्य जारी है/ केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का कहना है कि अभी तक 308 लोगों की मौत हुई है। ऐसे में मौतों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। वायनाड जिला प्रशासन के मुताबिक मृतकों में 27 बच्चे और 76 महिलाएं शामिल हैं। 225 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें से अधिकतर मुंडक्कई और चूरलमाला के सबसे अधिक प्रभावित इलाकों से हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भूस्खलन में लापता लोगों की तलाश का आज चौथा दिन है। छह क्षेत्रों में विभाजित कर 40 टीमें तलाशी अभियान चला रही है। अट्टामाला-अरनमाला, मुंडकाई, सामलीमट्टम, वेल्लारमाला विलेज रोड, जीवीएचएसएस वेल्लार माला, चुरालमाला नदी तलहटी, छह क्षेत्रों में तलाशी की जा रही है। भूस्खलन के केंद्र स्मालीमट्टा में विशेष तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। चलियार नदी के किनारों पर निरीक्षण जोरों पर है। यहां डॉग स्क्वाड और चार ड्रोन से तलाशी की जा रही है।
कभी ऐसा भयानक दृश्य नहीं देखा: CM पिनरायी विजयन
केरल के वायनाड में आई त्रासदी को लेकर मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने बोले, ‘वायनाड में लगातार बचाव अभियान जारी है. हमने धरती पर पहले कभी इस तरह का भयानक दृश्य नहीं देखा’। इसके आगे पिनरायी विजयन ने आपदा में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि केरल के मुंडक्कई और चूरलमाला इलाके पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु
- केरल के वायनाड में बचाव कार्य के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
- भूस्खलन के बाद सड़कें बर्बाद हो चुकी हैं और पुल भी नष्ट हो चुके हैं. इस वजह से रेस्क्यू में मुश्किल आ रही है।
- इस वजह से रेस्क्यू में जुटे आपात स्थिति कर्मियों के लिए कीचड़ और उखड़े हुए विशाल पेड़ों को हटाना कठिन हो गया है, जो घरों और अन्य इमारतों पर गिर गए हैं।