चुनाव आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में दी ठाकरे ने चुनौती

चुनाव आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में दी ठाकरे ने चुनौती

नई दिल्ली। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने चुनाव चिह्न् ‘तीर-कमान’ को बालासाहेबंची शिवसेना गुट को देने के चुनाव आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले पर जल्द सुनवाई की मांग की है। इससे पहले उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता वाली बालासाहेबंची शिवसेना गुट को चोर बताया था और कहा था कि इन चोरों ने बाला साहेब ठाकरे की पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह चुरा लिया है।
आज सामना के लेख में राज्य सभा सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने अमित शाह को महाराष्ट्र और मराठियों का सबसे बड़ा दुश्मन बताया है। उन्होंने कहा, शिवसेना को तोडऩे के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए गए। शिवसेना महाराष्ट्र का स्वाभिमान और सम्मान है। बालासाहेब ठाकरे ने महाराष्ट्र के स्वाभिमान के लिए शिवसेना का गठन किया। अगर आप शिवसेना को तोडक़र खरीद रहे हैं तो इसका क्या मतलब है? शिवसेना खत्म नहीं होगी। अंगारा है, आग है, बुझने वाला नहीं।
चुनाव चिह्न् ‘तीर-कमान’ मिलने पर एकनाथ शिंदे ने पूणे में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि शिवसेना के उनके धड़े को छत्रपति शिवाजी महाराज के आशीर्वाद के कारण तीर-कमान का चिह्न मिला है। इससे पहलेशिंदे ने उत्तर प्रदेश के आगरा में एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि शिवसेना के उनके धड़े को तीर-कमान चुनाव चिह्न आवंटित करने संबंधी निर्वाचन आयोग का फैसला सच्चाई की जीत है।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने अपने फैसले में पाया कि शिवसेना का वर्तमान संविधान, जिस पर उद्धव ठाकरे दावा कर रहे थे, वह अलोकतांत्रिक है। आयोग ने शुक्रवार को जारी अपने 78 पन्नों के आदेश में कहा, पार्टी संविधान के परीक्षण को लागू करते हुए आयोग ने पाया कि जिस पार्टी संविधान पर प्रतिवादी (उद्धव ठाकरे गुट) दावा कर रहे थे, वह अलोकतांत्रिक है।

उद्धव ठाकरे ग्रुप को लगा एक और बड़ा झटक

नई दिल्ली। उद्धव ठाकरे गुट को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं। पहले चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और पार्टी चिह्न दे दिया था और अब ट्विटर ने भी उद्धव ठाकरे की शिवसेना के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक वापस ले लिया है। अब उनका यह अकाउंट वेरिफाइड की श्रेणी में नहीं है। ऐसा क्यों हुआ, इसे लेकर ट्विटर और उद्धव गुट की ओर से अभी तक कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है।
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट में घमासान जारी है। एक तरफ शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और पार्टी चिह्न मिल गया है तो दूसरी तरफ चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करना का फैसला लिया है। इस बीच उद्धव ठाकरे गुट ने जैसे ही ट्विटर अकाउंट का नाम बदलकर शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे किया, वैसे ही ट्विटर ने ब्लू टिक हटा लिया। ऐसी खबर आ रही है कि शिवसेना की आधिकारिक वेबसाइट भी बंद हो गया है।
नियमों के अनुसार, अगर कोई भी वेरिफाइडट ट्विटर का यूजर अपना डिस्प्ले नेम या यूजरनेम या प्रोफाइट फोटो बदलता है तो उसके ट्विटर से ब्लू टिक हट जाता है। इसके लिए उस यूजर को अपना ट्विटर अकाउंट वेरिफाई करने के लिए दोबारा अप्लाई करना पड़ेगा। आपको बता दें कि पिछले दिनों उद्धव ठाकरे गुट ने अपना प्रोफाइल फोटो और नाम बदल दिया है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि इसी कारण ही ट्विटर ने ब्लू टिक वापस ले लिया।
आपको बता दें कि शिवसेना का नाम और पार्टी चिह्न जाने के बाद उद्धव ठाकरे गुट की ओर से लगातार शिंदे गुट के खिलाफ बयानबाजी जारी है। उद्धव गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने लेनदेन का भी आरोप लगाया है।

 

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