शिवाजी महाराज की सोच से ही बना संविधान, राहुल गांधी बोले- भाजपा से राजनीतिक नहीं, विचारधारा की लड़ाई है
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को कोल्हापुर पहुंचे हैं। राहुल गांधी की कोल्हापुर यात्रा महाराष्ट्र में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हो रही है। गांधी भगवा चौक पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान राहुल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आज उसी विचारधारा के खिलाफ लड़ रही है जिसके खिलाफ शिवाजी महाराज ने लड़ाई लड़ी थी।
बीजेपी पर वार करते हुए राहुल ने कहा कि उन्होंने शिवाजी महाराज की एक मूर्ति बनाई और कुछ दिनों के बाद मूर्ति टूट कर गिर गई। उनकी मंशा गलत थी और मूर्ति ने उन्हें संदेश दिया कि अगर आपको शिवाजी महाराज की मूर्ति बनानी है तो आपको शिवाजी महाराज की विचारधारा की रक्षा करनी होगी। इसलिए प्रतिमा गिरी क्योंकि उनकी विचारधारा गलत है। उन्होंने आदिवासी राष्ट्रपति को राम मंदिर और संसद के उद्घाटन में शामिल नहीं होने दिया। ये कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं है, ये विचारधारा की लड़ाई है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आज यहां शिवाजी महाराज की मूर्ति का उद्घाटन किया गया। कोई मूर्ति तब बनाई जाती है, जब हम किसी व्यक्ति की विचारधारा और उनके कर्मों का दिल से समर्थन करते हैं। जब हम शिवाजी की मूर्ति का उद्घाटन कर रहे हैं, तो ये वचन भी लेना चाहिए कि: शिवाजी महाराज पूरा जीवन जिस तरह जिए और जिन बातों के लिए लड़े, हमें भी उन चीजों के लिए लडऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज ने जीवन भर अन्याय के विरुद्ध, न्याय का युद्ध लड़ा और सत्य की राह पर चलने की बात सिखाई। हम उन्हीं के रास्ते पर चलकर लोगों के ‘न्याय के हक’ की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
राहुल ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने संदेश दिया था कि देश सब का है, सभी को साथ लेकर चलना है और अन्याय नहीं करना है। उन्होंने कहा कि आज ‘संविधान’ शिवाजी महाराज की सोच का चिह्न है। शिवाजी महाराज की सोच से ही संविधान बना है, क्योंकि इसमें हर वो बात है, जिसके लिए वह पूरी जिंदगी लड़े।