मोदी को सता रहा है हार का डर, विपक्ष के वार से भाजपा में मची खलबली!
लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए सभी राजनीतिक दलों के नेता एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं। भाजपा समेत सभी दलों के नेता चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं .6 चरणों के चुनाव होने के बाद अब सातवें चरण के मतदान के लिए सभी नेताओं ने चुनावी बागडोर संभाल ली है। जनता को साधने के लिए बड़े बड़े वादे भी किये जा रहे हैं ऐस में कुछ नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगा रहे हैं। इस बार का चुनाव इंडिया बनाम NDA हो रहा है गठबंधन के सभी नेता अपने खेमे को मजबूत करने में लगे हुए हैं। जिसके लिए सभी अथक प्रयास भी कर रहे हैं। ऐसे में अगर हम बात करें इस बार के चुनावी माहौल की तो चुनावी माहौल भाजपा के लिए कुछ बेहतर नहीं लग रहा है जिसकी वजह है इंडिया गठबंधन। इंडिया गठबंधन की बढ़ती ताकत देख कर भाजपा के खेमे में खलबली मची हुई है।
मौजूदा समय की अगर हम बात करें तो इस समय भाजपा की बौखलाहट इस कदर बढ़ चुकी है कि खुद पीएम मोदी भी भरे मच से अनाप सनाप बोल रहे हैं। पीएम मोदी की के चेहरे पर हार साफ साफ दिखाई दे रही है। सभी दलों के नेता इस बार के चुनाव में जमकर बयानबाजी कर रहे हैं वोट साधने के नशे में इस कदर चूर हैं जिसकी कोई हद्द नहीं है। कौन सी भाषा का प्रयोग करना चाहिए कौनसी नहीं इसका ज्ञान होते हुए भी अनजान बन रहे हैं और खूब अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। सिर्फ इस बार के चुनाव की अगर हम बात करें तो इस बार के चुनाव में ही ये सारे बयान दिए जा रहे हैं कि ये आपका मंगलसूत्र छीन लेंगे… ये मुस्लिम वोटों के लिए मुजरा कर रहे हैं… क्या मोदी 2047 तक शाश्वत रहेंगे? खामोशी के साथ वोट जिहाद कर संघी सरकार को हराओ। ये कुछ बयान हैं जो अलग-अलग दलों के नेताओं की तरफ से चुनाव प्रचार के बीच दिए गए हैं। लोकसभा चुनाव में अब सिर्फ आखिरी चरण का मतदान बचा हुआ है।
छह चरण की समाप्त होते-होते चुनाव प्रचार के दौरान पक्ष से लेकर विपक्षी दलों के नेताओं की तरफ से कई विवादित बयान सुनने को आए हैं। इसमें वोटों के लिए मुजरा करने से लेकर मुख्यमंत्री तक की कीमत पूछी जा रही है। इतना ही नहीं एक राज्य में दूसरे राज्य से आए लोगों के नौकरी और वोट का अधिकार खत्म करने जैसे बयान भी दिए गए। इतना ही नहीं चुनाव के दौरान उम्मीदवार व्यक्ति हमले करने से भी पीछे नहीं रहे। किसी की पत्नी उसके साथ क्यों नहीं रहती इसको लेकर भी सवाल किए जा रहे हैं। अब इन बयानों के आने से लगातार सियासी पारा हाई चल रहा है। सिलसिलेवार तरीके से अगर हम बात करें तो पीएम मोदी ने अभी हाल ही में ऐसा बयान दिया है जिसे लेकर विपक्ष उनपर हमलावर है। पीएम मोदी जिस तरह की भाषा का प्रौओग कर रहे हैं ये उन्हें शोभा नहीं देती है। हालांकि इसपर विपक्ष ने भी पीएम मोदी को घेरना शुरू कर दिया है। इसी मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाषा की गरिमा और भारतीय जनता पार्टी की सीटें, दोनों लगातार गिरती जा रही हैं। राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘प्रधानमंत्री की भाषा की गरिमा और भाजपा की सीटें- दोनों ही लगातार गिरती चली जा रही हैं।’ इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने अपने भाषण के वीडियो के साथ सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि ‘प्रधानमंत्री जी ने अपने भाषण में विपक्ष के नेताओं के लिए ऐसे-ऐसे शब्द इस्तेमाल किए जो इतिहास में किसी प्रधानमंत्री ने इस्तेमाल नहीं किए। क्या उनकी जिम्मेदारी नहीं बनती कि पद की मर्यादा रखें? मैं कहना चाहती हूं कि मोदी जी! आपने कहा है कि देश आपके परिवार समान है। परिवार का जो मुखिया होता है, हमेशा परिवार के सदस्यों के प्रति आंखों में शर्म होती है, वो नहीं खोनी चाहिए।’ वहीं इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी भाजपा को घेरा था।
इसी मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘इंडिया’ गठबंधन पर ‘मुजरा’ वाले बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह ‘मानसिक संतुलन की हानि’ को दर्शाने के साथ उनके उच्च पद के लिए अशोभनीय है। बिहार मुख्यालय सदाकत आश्रम में एक संवाददाता सम्मेलन को पवन खेड़ा संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘क्या एक प्रधानमंत्री को इस तरह की भाषा का उपयोग करना चाहिए। मटन, मछली, मंगलसूत्र और मुसलमानों से लेकर उनकी नवीनतम मुजरा टिप्पणियां देश को उपहास का पात्र बना रही हैं।’ कांग्रेस के मीडिया सेल के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, मोदी यह भी कहना शुरू कर दिया है कि वह कोई जैविक इंसान नहीं बल्कि कोई दैवीय दूत हैं। ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री इस बात से अनजान हैं कि दुनिया उनकी सभी बातों पर ध्यान दे रही है।’ दिन की शुरुआत में पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में एक रैली में पीएम मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर तीखा हमला किया और उस पर मुस्लिम वोट बैंक के लिए ‘गुलामी’ और ‘मुजरा’ करने का आरोप लगाया।
ये मामला शांत हुआ भी नहीं था कि पीएम मोदी ने एक चुनावी जनसभा में कहा कि कुछ दिनों में राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जेल जाएंगे. ऐसा एक बार नहीं हुआ है कई बार ऐसा हुआ है कि जब जेल जाने की खुली धमकी दी जाती हो सत्ताधारी दल विपक्ष को सिर्फ और सिर्फ जांच एजेंसियों और सरकार के नाम पर डराता धमकाता है। हालांकि पीएम मोदी के इस बयान के सामने आने के बाद भी सियासी पारा हाई हो गया है और विपक्षी दलों के नेता अब पीएम मोदी को घेरने लगे हैं। पीएम के इसी बयान को लेकर सीएम केजरीवाल ने विरोध जताया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कल बिहार में मोदी जी ने कहा – “कुछ दिनों में तेजस्वी यादव जेल जाएंगे”. इससे साफ जाहिर है कि कौन जेल जाएगा, कितने दिन जेल में रहेगा, ये मोदी जी तय करते हैं. ये बात जब मैंने कुछ दिन पहले कही थी तो मुझसे पूछा गया कि ये मैं कैसे कह रहा हूं. कल मोदी जी ने पूरे देश के सामने कबूल किया. न सिर्फ केजरीवाल बल्कि अन्य नेता भी पीएम मोदी के बयान पर विरोध जाहिर कर रहे हैं। ऐसे में इस भाषण पर कपिल सिब्बल ने भी विरोध जताया है. उन्होंने एक्स पर लिखा, “बिहार की जनता को एक और गारंटी. पीएम मोदी ने कहा है कि एक बार जब वह (तेजस्वी) हेलीकॉप्टर पर अपना चक्कर पूरा कर लेंगे तो उनका जेल जाने का रास्ता तय हो जाएगा. मैं इसे चार तरह से देखता हूं. पहला ये कि यह आचार संहिता का उल्लंघन है. दूसरा ये कि इससे यह भी स्पष्ट होता है कि जांच एजेंसियां पीएम के इशारे पर काम करती हैं. तीसरा, चुनाव आयोग इस पर कार्रवाई नहीं करेगा और चौथा ये कि कोई भी राष्ट्र ऐसा डिजर्व नहीं करता है.
खुले मंच से धमकी मिलने के बाद अब तेजस्वी यादव ने भी पीएम मोदी को घेरना शुरू कर दिया है। इसी मामले पर घेरते हुए तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर बाकायदा एक चिट्टी लिख कर विरोध जाहिर किया है। उन्होंने इस पत्र में उन्होंने संविधान और आरक्षण समेत कई मुद्दों को उठाया है. ये पत्र उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि आप ‘भैंस’, ‘मंगलसूत्र’ के रास्ते होते हुए ‘मुजरा’ तक की शब्दावली पर आ गए. अब आपसे अपेक्षा नहीं है कि आप अपने पद की गरिमा का ख्याल रखेंगे विमर्श को ऊंचा रखेंगे. वहीं तेजस्वी ने पीएम मोदी और भाजपा को घेरते हुए आगे लिखा कि आप लोकतांत्रिक लड़ाई लड़ने के बजाय एक संघर्षरत 34 वर्षीय युवा को जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं. क्या आप ऐसी धमकियाँ देकर संविधान का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं? चुनाव आते-जाते रहेंगे लेकिन संविधान, देश की सामाजिक संरचना और उसके ढाँचे पर अब और हमला मत कीजिए. तेजस्वी यादव ने कहा कि आप बिहार आए और यहां आकर आप ने बहुत ही झूठी, आधारहीन और तथ्यहीन बातें कीं. आपसे अब उंचे विमर्श की अपेक्षा नहीं है. उन्होंने ये भी लिखा कि एक विशाल ह्रदय वाले देश के प्रधानमत्री की भाषा ऐसी होनी चाहिए, आप खुद ही सोचिए. आगे लिखा कि आपके चुनावी भाषणों का गिरता पैमाना ही आपकी राजनैतिक सोच का सही प्रतिबिम्ब है. हालांकि जिस हिसाब से विपक्ष की एकता है इससे एक बात तो तय है कि विपक्षी दल के नेता पीएम मोदी की इस तानाशाही का डट कर मुकाबला कर रहे हैं और मोदी के सामने खड़े हैं। इस बार के चुनाव में जिस तरह का माहौल है इससे एक बात तो साफ़ है कि भाजपा को हार का डर खूब सता रहा है। ऐसे में अब जनता का क्या रुख है ये तो खैर चुनावी नतीजों के आने के बाद ही पता चल पाएगा।