विपक्षी तेवर व हंगामे के बीच शुरू हुआ 18वीं लोकसभा का पहला सत्र

  • विवादों के बीच प्रोटेम स्पीकर ने दिलाई सांसदों को शपथ
  • विपक्षी खेमें में दिखी नई रंगत, राहुल व अखिलेश रहे एक साथ
  • पीएम ने मांगा विपक्ष से सहयोग, कांग्रेस ने कहा- सवालों के देने पड़ेंगे जवाब
  • सत्र से पहले जयराम व रिजिजू में तीखी बहस

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया है। सबसे पहले सदन में राष्ट्रगान का गायन हुआ। इसके बाद पिछले सदन  के दिवंगत सदस्यों को नए सदन के सदस्यों ने श्रद्धांजलि दी। विपक्ष के हंगामें के बीच प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदस्यों को शपथ दिलाई। इस लोकसभा में विपक्ष मजबूत होकर उभरा है। संसद सत्र के पहले ही दिन उनकी ताकत दिखाई दी। विपक्षी खेमें में राहुल गांधी व अखिलेश यादव एक साथ दिखे। संसद के बाहर भी विपक्ष ने ताकत दिखाई। सभी विपक्षी दलों ने संविधान के साथ प्रदर्शन किया। चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने 293 सीटें जीती हैं। इनमें से 240 सीटें अकेले बीजेपी के पास हैं।
वहीं विपक्षी इंडिया गंठबंधन ने 234 सीटें जीती हैं। विपक्ष में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है, उसके पास 99 सीटें हैं। 18वीं लोकसभा के स्पीकर का चुनाव 26 जून को कराया जाएगा। इसके बाद प्रधानमंत्री अपने मंत्रिमंडल का सदन से परिचय कराएंगे। राष्ट्रपति 27 जून को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। वहीं 28 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा और उस पर बहस शुरू होगी। पीएम मोदी दो-तीन जुलाई को बहस का जवाब दे सकते हैं। सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। लोकसभा सत्र से पहले किरेन रिजिजू और जयराम रमेश के बीच छिड़ी तीखी बहस हुई। किरेन रिजिजू की पोस्ट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मंत्री की पोस्ट के जवाब में कहा, श्रीमान मंत्री जी, कथनी से ज़्यादा करनी बोलती है, जो कहना है उसे करके दिखाओ। संसदीय कार्य मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता किरेन रिजिजू ने आज सुबह 18वीं लोकसभा के सदस्यों के लिए एक्स पर एक वैलकम मैसेज लिखा था। संसदीय कार्य मंत्री के तौर पर मैं सदस्यों की सहायता के लिए हमेशा उपलब्ध रहूंगा। मैं सदन चलाने के लिए समन्वय की सकारात्मक उम्मीद कर रहा हूं।

देश चलाने के लिए सबकी सहमति जरूरी : मोदी

सत्र शुरू होने से पहले संसद पहुंचे मोदी ने कहा- देश चलाने के लिए सबकी सहमति जरूरी है। हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं। संविधान की मर्यादाओं का पालन करते हुए देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं। देश को एक जिम्मदार विपक्ष की जरूरत है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही शानदार तरीके से, बहुत ही गौरवमय तरीके से संपन्न होना, ये हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। करीब 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया। ये चुनाव इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण हो गया, क्योंकि आजादी के बाद दूसरी बार देश की जनता ने किसी सरकार को लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर दिया है। आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद में यह शपथ हो रहा है, अब तक ये प्रक्रिया पुराने संसद में होती थी। आज के इस महत्वपूर्ण दिन पर मैं सभी नव निर्वाचित सांसदों का स्वागत करता हूं सबका अभिनंदन करता हूं और सबको शुभकामनाएं देता हूं। प्रधानमंत्री ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कल 25 जून है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस कलंक के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं।

इस बार सरकार बैकफुट पर: राहुल

राहुल गांधी ने कहा कि 10 कारण है, जिसके चलते नरेंद्र मोदी की सरकार बैकफुट पर है। जिसमें भीषण ट्रेन दुर्घटना, कश्मीर में आतंकवादी हमले, ट्रेनों में यात्रियों की दुर्दशा, नीट घोटाला, नीट-पीजी निरस्त, यूजीसी-नीट का पेपर लीक, दूध, दाल, गैस, टोल और महंगे, आग से धधकते जंगल, जल संकट और हीट वेव में इंतजाम न होने से मौतें शामिल है। राहुल गांधी ने आज एनडीएए सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि एनडीए सरकार के पहले 15 दिनों में कई कमियां देखने को मिली है और यही कारण है कि पीएम मोदी बैकफुट पर हैं और बस अपनी सरकार बचाने में व्यस्त हैं। आपातकाल पर प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि भारत में हर दिन लोकतंत्र को खतरा है। पिछले 10 सालों से मोदी की हर गतिविधि लोकतांत्रिक ताकतों के खिलाफ रही है। यहां तक कि संसद में गांधी जी और बाबा साहब अंबेडकर की मूर्तियों को भी हटाकर कहीं और रख दिया गया है।

विपक्षी खेमें दिखा नया रंग : फैजाबाद के सांसद ने सोनिया गांधी से भी की बात

उत्तर प्रदेश स्थित फैजाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद संसद में सबकी पसंद बन गए। 18वीं लोकसभा के पहले दिन सभी उनके साथ दिखे। चाहे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हों या कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, सभी ने उनसे मुलाकात की। इतना ही नहीं लोकसभा में अवधेश प्रसाद, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी के साथ बैठे नजर आए. जब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव संसद पहुंचे तो वह अवधेश प्रसाद का हाथ थामे नजर आए और उनके साथ संसद की सीढिय़ों तक गए। एक वीडियो में यह सब देखा जा सकता है।

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शपथ लेने पहुंचे तो विपक्ष बोला- नीट-नीट शेम-शेम

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम जब शपथ के लिए बुलाया गया तो विपक्ष ने नीट-नीट, शेम-शेम बोलना शुरू कर दिया। विपक्ष नीट पेपर धांधली में उनके इस्तीफे की भी मांग कर चुका है।

पीएम मोदी के संबोधन में कोई नई बात नहीं विपक्ष हर मिनट का हिसाब मांगेगा : जयराम

कांग्रेस ने लोकसभा सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर सवाल उठाया। पार्टी ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास देने के लिए कुछ भी नया नहीं है। हमेशा की तरह 18वीं लोकसभा की शुरुआत से पहले भी उन्होंने बात को भटकाने का सहारा लिया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस बात का कोई सबूत नहीं दिया है कि वे लोगों के फैसले का सही मतलब समझते हैं। गैर-जैविक प्रधानमंत्री को लोकसभा चुनाव में व्यक्तिगत, राजनीतिक और नैतिक रूप से करारी हार का सामना करना पड़ा है।

भर्तृहरि को राष्ट्रपति ने दिलाई प्रोटेम स्पीकर की शपथ

ओडिशा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद भर्तृहरि महताब ने आज सुबह 18वीं लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई। बता दें, प्रोटेम स्पीकर एक अस्थायी पद है। प्रोटेम स्पीकर की प्राथमिक भूमिका नए सदस्यों को शपथ दिलाना है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत भाजपा सांसद को प्रोटेम स्पीकर बनाया है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने बताया कि प्रोटेम स्पीकर की सहायता के लिए सुरेश कोडिकुन्नील, थलिककोट्टई राजुथेवर बालू, राधामोहन सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंदोपाध्याय को भी नियुक्त किया है। उन्होंने आग बताया कि भर्तृहरि महताब लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होने तक पीठासीन अधिकारी के रूप में कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।

नीट व लोस अध्यक्ष चुनाव को लेकर हंगामेदार रहेगा सत्र

इस आम चुनाव में अपने अच्छे प्रदर्शन से उत्साहित विपक्ष ने सत्तारूढ़ पार्टी को प्रमुख मुद्दों पर घेरने की तैयारी कर ली है। इनमें सबसे बड़ा मुद्दा नीट (यूजी और पीजी) और यूजीसी-नेट जैसी अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षाओं के संचालन में कुप्रबंधन है। एक और मुद्दा जो प्रोटेम स्पीकर के चुनाव में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव का कारण बना है। बीजेपी ने अस्थायी पद के लिए अपने सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को चुना है, वहीं कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि उसके आठ बार के सांसद के सुरेश को क्यों नहीं चुना गया। इस पर रिजिजू ने स्पष्ट किया है कि सदन में सुरेश का कार्यकाल निर्बाध नहीं है, लेकिन कांग्रेस झुकने को तैयार नहीं है और उसने घोषणा की है कि विपक्षी दल के सदस्य नए सांसदों को शपथ दिलाने में प्रोटेम स्पीकर की सहायता नहीं करेंगे।

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