ट्रंप तैयार कर रहे जेलेंस्की की विदाई का रोडमैप, रूस-यूक्रेन में शांति समझौते से पहले जाएगी कुर्सी!
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नई दिल्ली। रूस और अमेरिका की दोस्ती से यूक्रेनी राष्ट्रपति वोल्दोमीर जेलेंस्की की टेंशन बढ़ती जा रही है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की पर बड़ा हमला बोलते हुए न सिर्फ उनकी लोकप्रियता पर सवाल उठाए, बल्कि यह भी कहा कि यूक्रेन को अब नए चुनाव कराने पर विचार करना चाहिए.
इसी बीच, सऊदी अरब में यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिका के उच्चस्तरीय टीम की हुई बैठक में यूक्रेन को शामिल नहीं करने से जलेंस्की पर पहले ही काफी दवाब बन गया है. अब खबर है कि ट्रंप और पुतिन की अगले हफ्ते मुलाकात हो सकती है, जिससे जेलेंस्की की राजनीतिक की उलटी गिनती और तेज हो गयी है.
रूस और अमेरिका की सऊदी अरब की राजधानी रियाद में हुई मीटिंग के बाद अमेरिका में मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि जेलेंस्की अब बेहद अलोकप्रिय हो चुके हैं. उन्होंने दावा किया कि यूक्रेनी नेता की लोकप्रियता मात्र 4 प्रतिशत रह गई है.
ट्रंप ने यह भी कहा कि यूक्रेन को अब चुनाव कराकर अपनी जनता की राय लेनी चाहिए. जेलेंस्की की वैधता को लेकर रूस और राष्ट्रपति पुतिन लगातार सवाल उठाते रहे है क्योंकि उनके पांच साल का कार्यकाल मई 2024 में समाप्त हो गई है और युद्ध के कारण नए चुनाव नहीं कराए गए हैं.
मंगलवार को सऊदी अरब में अमेरिकी और रूसी पक्ष के बीच अहम मुलाकात हुई. बातचीत के केंद्र में यूक्रेन पर चर्चा थी लेकिन इसमें यूक्रेन को आमंत्रित नहीं किया गया. इस बैठक में चार महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सहमति बनी, जिनमें से एक यह भी था कि युद्ध समाप्त करने के लिए उच्च स्तरीय वार्ताकार नियुक्त किए जाएंगे. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि इस बातचीत का उद्देश्य युद्ध समाप्त करने के लिए एक सर्वमान्य हल निकालना है.
डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया को बताया है कि वो इस महीने के अंत तक व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात कर सकते हैं. इससे पहले दोनों नेताओं के बीच 90 मिनट की फोन पर बात हो चुकी है. हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह नहीं खुलासा नहीं किया है कि पुतिन और ट्रंप की मुलाकात भी सऊदी अरब में होगी या फिर दोनों नेताओं में से कोई एक रूस या अमेरिका का दौरा करेंगे.
ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर यूरोपीय देश यूक्रेन में शांति सेना भेजना चाहते हैं तो अमेरिका को इससे कोई आपत्ति नहीं होगी. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका खुद इसमें भाग नहीं लेगा क्योंकि हम बहुत दूर हैं.
जेलेंस्की की विदाई तय?
यूक्रेन में जेलेंस्की के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है. हाल ही में एक सर्वे में पाया गया कि केवल 40 प्रतिशत लोग जेलेंस्की पर भरोसा करते हैं, जबकि यूक्रेन आर्मी के पूर्व जनरल वालेरी जालुजनी की लोकप्रियता 72 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है. जालजुनी को जेलेंस्की ने यूक्रेन से दूर रखने के लिए कुछ समय पहले लंदन में राजदूत नियुक्त कर दिया था, जिससे यह अटकलें तेज हो गई हैं कि जेलेंस्की को उनसे खतरा लग रहा है.
रूस के राष्ट्रपति भवन- क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि अगर जेलेंस्की की वैधता का मुद्दा हल हो जाता है, तो पुतिन बातचीत के लिए तैयार हैं. यह संकेत देता है कि अगर यूक्रेन में नया नेतृत्व आता है, तो रूस शांति वार्ता को लेकर और अधिक गंभीर रुख अपना सकता है.