बीजेपी के सहयोगी दलों में नाराजगी का दौर जारी, सीटों की नहीं बन पा रही सहमति
The round of resentment continues among the allies of BJP, the consensus of seats is not being formed
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बीजेपी के सहयोगी दलों का नाराजगी का दौर जारी हैं, तीन दिनों से अपने उम्मीदवारों सूची जारी नही कर पा रही है। एक दुसरे को रूठने का सिलसिला अभी भी जारी हैं उनके सहयोगी दलों के उम्मीदवारों की सूची पिछले तीन दिनों से रोज आने की अटकलें लगाई जा रही है, लेकिन सहमति नहीं बना पाने के चलते शीर्ष नेतृत्व उसको जारी नहीं कर पा रहा है।
खबरों की माने तो अपना दल 36 सीटों की मांग कर रही हैं इससे भाजपा की मुश्किले बढ़ सकती हैं। दरअसल, इतनी सीटों मांग निषाद पार्टी को 15 सीटें दिए जाने का बाद हो गई बताई जा रही है। अपना दल से 36 सीटों की मांग के बाद बीच का रास्ता निकालने की मशक्कत जारी है।
इससे पहले मांगी थी 3 गुना ज्यादा सीटे
अपना दिल की अनुप्रिया पटेल ने भाजपा को मुश्किल में डाल दिया है। चुनाव प्रचार के दिन हर दिन कम होते जा रहे हैं और अभी तक भाजपा अपनी सूची जारी नहीं कर पा रही है। उसकी बड़ी वजह है कि अपना दल ने 2017 की तुलना में लगभग 3 गुना अधिक सीटें मांगी है। इस चुनाव में भाजपा के सहयोगी अपना दल ने 36 सीटें मांग कर मुश्किलें बड़ी कर दी हैं। पिछली बार अपना दल को भाजपा ने 12 सीटें दी थी। जिनमें से एक खब्बू तिवारी को भाजपा के सिंबल से चुनाव लड़ाया गया था। 11 सीटों में अपना दल ने 9 उम्मीदवार जिताकर विधानसभा भेजे थे।