नहीं रुक रही मप्र कांग्रेस में रार

कांग्रेसी नेताओं ने निकाली भड़ास

  • अजय सिंह बोले- प्रभारी के ऊपर प्रभारी, नहीं पहुंचे कमलनाथ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। मध्य प्रदेश के महू में 26 जनवरी को बड़ा कार्यक्रम होने वाला इस कार्यक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता पहुंचेंगे। इस दौरान विशाल रैली का आयोजन किया जाना है इसे लेकर एमपी कांग्रेस तैयारियों में जुटी हैं। पीसीसी में दिन भर बैठकों का दौर चला इस बैठक में कमलनाथ को छोड़ कर सभी बड़ेे नेता मौजूद रहे। इस बैठक में नेताओं ने अपनी-अपनी भड़ास निकाली संगठन में नियुक्तियों को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने अजय सिंह ने सवाल खड़े किए, वहीं विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि बीजेपी मुसलमानों को टारगेट करती है, हम चुप हो जाते हैं। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पार्टी नेताओं को अनुशासन रखने की नसीहत दी है।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि जिले में प्रभारी के ऊपर प्रभारी आ रहे हैं। एक की नियुक्ति के बाद दूसरे प्रभारी आ गए। अजय सिंह ने एक जिलाध्यक्ष को खड़ा करके पूछा कि बताओ भैया अध्यक्ष जी प्रभारी पर प्रभारी आ रहे या नहीं अजय सिंह की बात पर जीतू पटवारी ने कहा जिले का प्रभारी तो एक ही रहेगा। आपको सिस्टम को ब्रेक करना है तो संविधान में बदलाव करना पड़ेगा। अजय सिंह जवाब देते हुए कहा संविधान में बदलाव हो या न हो। लेकिन जिले में एक प्रभारी हो। ये न हो कि एक आया और फिर दूसरा प्रभारी आ गया। और कहा गया कि वो काम नहीं कर पा रहा था।

भाजपा के लोग मुसलमानों को करते हैं टारगेट : मसूद

विधायक आरिफ मसूद ने कहा है कि मुस्लिम लीग को मुसलमानों ने खत्म किया। जब भाजपा के लोग मुसलमानों को टारगेट करते हैं, तो हमारे लोग चुप हो जाते हैं। देश का माहौल जिस दिशा में ले जाया जा रहा है, उसमें हमें कड़े फैसले लेने की जरूरत है। हिंदू-मुस्लिम का माहौल बनाया जा रहा है। जब भाजपा हिंदुत्व की बात करती है और हम बीजेपी के प्लेटफॉर्म पर खेलने लगते हैं, तो आप खेलिए, लेकिन आप हमेशा हारेंगे।

हमारा संघर्ष विचारधारा का : दिग्विजय सिंह

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि बुनियादी तौर पर हमारा संघर्ष विचारधारा का है। बाबा साहेब ने हमें सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक न्याय, विचार की अभिव्यक्ति, विष्वास की अभिव्यक्ति, धर्म और उपासना की प्रतिष्ठा और गरिमा बनाये रखने के लिए संविधान का स्वरूप दिया। राजनीति में पांच सूत्र आवश्यक है संपर्क, संवाद, स्वभाव, समावेश और सम्मान। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में अजा-अजजा वर्ग की एक भी भर्तियां नहीं हुई, बैकलांग की भर्ती नहीं हुई। पहले अजा-अजजा वर्ग के लिए बजट अलग से होता था, वह समाप्त कर दिया गया है, उस बजट का पैसा मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के सम्मेलनों में खर्च किया जा रहा है।

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