बीजेपी और आप विधायकों के बीच हुई तीखी बहस, बीजेपी बोली-हिन्दुओं को गाली देना बर्दाश्त नहीं करेंगे

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक बार फिर भारी बवाल मचा जब बीजेपी ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर गंभीर आरोप लगाए। बीजेपी का कहना है कि AAP ने हिंदुओं को गाली दी और कौम के साथ गद्दारी की।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक बार फिर भारी बवाल मचा जब बीजेपी ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर गंभीर आरोप लगाए। बीजेपी का कहना है कि AAP ने हिंदुओं को गाली दी और कौम के साथ गद्दारी की। इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में तीखी बहस हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए।बीजेपी नेताओं का आरोप है कि AAP ने जानबूझकर हिंदू समुदाय को अपमानित किया और उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाई। इस पर विधानसभा में माहौल गरमा गया और दोनों दलों के बीच तीव्र तकरार हुई।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में वक्फ संशोधन अधिनियम पर चर्चा की मांग को लेकर तीसरे दिन भी हंगामा जारी रहा। इस दौरान बीजेपी और आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों के बीच तीखी बहस हुई।इस बहस में पीडीपी पर गद्दारी के आरोप भी लगाए गए। आप के विधायक मेहराज मलिक ने पीडीपी पर आरोप लगाया कि वह बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रही है। दोनों दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहा, जिससे विधानसभा में माहौल गरमाया।

विधानसभा के अंदर आप विधायक मेहराज मलिक ने पीडीपी के नेता वहीद पारा से कहा कि तुमने बीजेपी के साथ मिलकर गद्दारी की है. सदन में हंगामे के बाद बीजेपी विधायक विक्रम रंधावा ने आप विधायक मेहराज मलिक के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, ‘उन्होंने हिंदुओं को गाली दी है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा है कि हिंदू तिलक लगाने का पाप करता है. हम उन्हें जवाब देंगे.’

दरअसल, विधानसभा में उस समय हंगामा शुरू हुआ जब अध्यक्ष अब्दुल रहीम लाथर की ओर से सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस और उसके गठबंधन सहयोगियों द्वारा वक्फ अधिनियम पर पेश किए गए स्थगन प्रस्ताव को एक बार फिर अस्वीकार कर दिया गया. एनसी के सदस्य चर्चा की मांग करते हुए सदन के वेल में आ गए. जल्द ही विपक्ष के नेता सुनील शर्मा के नेतृत्व में विपक्षी बीजेपी के विधायक भी उनके साथ आ गए, जिसके बाद दोनों पक्षों की ओर से नारेबाजी शुरू हो गई. कुछ विधायकों ने धरना प्रदर्शन किया भी किया.

आपको बता दें,कि विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने सरकार पर महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘हमने दिहाड़ी मजदूरों को नियमित करने और युवाओं की बेरोजगारी को दूर करने पर चर्चा की मांग के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया, लेकिन सरकार इन महत्वपूर्ण मामलों से बच रही है. लगातार तीसरे दिन विधानसभा में अराजकता देखी गई. जनता ने अब नेशनल कॉन्फ्रेंस का असली चेहरा देख लिया है।

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