पूरे देश में केंद्र के खिलाफ उबाल
- कहीं सीएए पर रार तो कहीं किसानों का हल्लाबोल
- सियासी ऊहापोह में फंसी दिल्ली
- छावनी में तब्दील हुई राजधानी
- नये चुनाव आयुक्तों पर भी माथापच्ची
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। पूरे देश में सियासी ऊहापोह बना हुआ है। कहीं सीएए को लेकर मोदी सरकार निशाने पर है तो वंही बीजेपी कांग्रेस व उसके सहयोगियों पर हमलावर है। उधर इल्कटोरल बॉण्ड को लेकर भी केंद्र सरकार घिरी हुई है। तो वहीं किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ एकबार फिर हल्ला बोला है। उधर सीएए पर केजरीवाल के बयान के बाद हिंदू शरणार्था उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
अब बीजेपी पर ताजे आरोप लगाकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कोहराम मचा दिया है। उन्होंने बताया है कि कांग्रेस पार्टी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है। खरग़े ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि जिन खातों में कांग्रेस का पैसा रखा था उन सभी खातों को फ्रिज करवा दिया गया है। यहां तक की कांग्रेस पार्टी पर आयकर विभाग भी जुर्माना लग रहा है। बीजेपी चुनावी बांड को लेकर कोई खुलासा नहीं कर रही है। यह दर्शाता है कि बांड को लेकर खुलासा होने पर उनकी चोरी सामने आ जाएगी। उधर चुनाव आयुक्तों की सर्च कमेटी ने गुरुवार (14 मर्च) को चयन समिति को नाम भेज दिए हैं। जिस पर बैठक जारी है।
800 ट्रकों, बसों व ट्रेनों में हजारों किसान दिल्ली पहुंचे
महापंचायत को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि वह रामलीला मैदान में अपना आयोजन करेंगे और सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ाई को तेज करने के लिए प्रस्ताव पेश करेंगे। इसके साथ ही सरकार के खिलाफ आगे की रणनीति भी तय की जाएगी। देशभर के किसान अपनी मांगों को लेकर गुरुवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में जुटने वाले है। रामलीला मैदान में दिल्ली पुलिस ने बीते दिनों संयुक्त किसान मोर्चा को कई शर्तों के साथ रामलीला मैदान में किसान मजदूर महा पंचायत का आयोजन करने की अनुमति दी थी। इसके बाद 14 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया जाना है। महापंचायत को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि वह रामलीला मैदान में अपना आयोजन करेंगे और सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ाई को तेज करने के लिए प्रस्ताव पेश करेंगे। इसके साथ ही सरकार के खिलाफ आगे की रणनीति भी तय की जाएगी। दिल्ली पुलिस ने किसान संगठनों को चेतावनी दी है कि अगर किसानों ने शर्तों का पालन नहीं किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि अगर किसान अपनी शर्तों का पालन नहीं करते हैं और दिल्ली में कानून व्यवस्था को तोडऩे का प्रयास करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करने में दिल्ली पुलिस पीछे नहीं हटेगी। बताने की पिछली बार किसानों के मार्च के दौरान जमकर हिंसा की घटनाएं हुई थी।
लोकतंत्र को बचाने में योगदान दे जनता : खरगे
देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी यानी कांग्रेस पार्टी इन दिनों आर्थिक संकट से जूझ रही है। बीजेपी पर आरोप लगाने के साथ ही मल्लिकार्जुन खरगे नहीं जनता से अपील की है कि आगामी लोकसभा चुनाव में वो कांग्रेस पार्टी को समर्थन दे और लोकतंत्र को बचाने में योगदान दे। मल्लिकार्जुन खरग़े ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास काफी पैसा था जो दान के तौर पर उन्हें मिला था। मगर बीजेपी ने जिन अकाउंट में यह पैसा रखा है उन्हें फ्रिज करवा दिया है जिसके बाद कांग्रेस के पास अब कोई पैसा नहीं बचा है। उन्होंने गुजरात में क्रिकेट स्टेडियम का नाम नरेंद्र मोदी के नाम पर रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसी भी जीवित व्यक्ति के स्मारक नहीं बनाए जाते हैं।
राहुल गांधी सार्वजनिक रूप से बताएं सीएए के विरोध की वजह : शाह
नागरिकता कानून यानी कि सीएए जब से लागू हुआ है, विपक्ष लगातार इस पर सवाल उठा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी पार्टी की सीएए को लेकर आलोचना को दरकिनार कर दिया। अमित शाह ने कहा, मैं आपसे अपील करता हूं कि इस मुद्दे पर विस्तार से राहुल गांधी का इंटरव्यू लें और आम जनता को सीएए का विरोध करने का उनका कारण बताएं। राजनीति में, अपने फैसलों को उचित ठहराना आपकी जिम्मेदारी है। अगर सीएए मेरी सरकार का फैसला है, तो मुझे मेरी पार्टी की स्थिति के बारे में बताना होगा। सरकार का फैसला देश के पक्ष में क्यों है, इसे बताना होगा। इसी तरह, राहुल गांधी को भी कानून पर अपने विरोध के बारे में बताना चाहिए। अमित शाह ने कहा, राहुल गांधी, ममता या केजरीवाल समेत सभी विपक्षी दल झूठ की राजनीति में लिप्त हैं, इसलिए समय का सवाल ही नहीं उठता। बीजेपी ने अपने 2019 के घोषणापत्र में साफ कर दिया था कि वह सीएए लाएगी और शरणार्थियों (पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से) को भारत की नागरिकता देगी। यह बीजेपी का एक स्पष्ट एजेंडा है और उसी वादे के तहत, नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019 में संसद के दोनों सदनों में पारित किया गया था। कोरोना की वजह से इसे लागू करने में देरी हुई। बीजेपी ने चुनाव में जनादेश मिलने से काफी पहले ही अपना एजेंडा साफ कर दिया था।
भाजपा का काम है जुमलेबाजी : ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमारा काम है जनता से कहना है। भाजपा का काम है जुमलेबाज़ी है। उन्होंने(बीजेपी) ने कहा कि हमें 400 सीट मिलेंगे। हम ऐसा नहीं कह सकते, हम जनता के ऊपर सब छोड़ते हैं, जनता जिसे वोट देगी हम उसे मानेंगे लेकिन भाजपा जबरदस्ती से चुनाव करेगी तो हम इसे नहीं मानेंगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नव अधिसूचित नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर ताजा हमला करते हुए कहा कि वह असम की तरह बंगाल में भी डिटेंशन कैंप नहीं चाहतीं। तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि सीएए एनआरसी से संबंधित है, इसलिए हम इसका विरोध कर रहे हैं। हम असम की तरह डिटेंशन कैंप नहीं चाहते। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमारा काम है जनता से कहना है। सीएए पर अपना हमला जारी रखते हुए बनर्जी ने इस कानून को लोकसभा चुनाव से पहले एक राजनीतिक हथकंडा करार दिया।
केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन
इसी कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बयान दिया था, जो अब उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है। सत्ता पक्ष ने जहां इसे ऐतिहासिक कदम बताया है वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान के बाद उनके आवास के बाहर हिंदू शरणार्थी प्रदर्शन कर रहे है।