मिडिल क्लास के हाथ लगी मायूसी, इनकम टैक्स स्लैब में नहीं हुआ कोई बदलाव
Disappointment for the middle class, no change in income tax slab
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आज देश का आम बजट पेश किया है। इस दौरान कई घोषणाएं की गई है लेकिन बजट में टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बजट से पहले ये उम्मीद जताई जा रही थी कि सरकार टैक्स स्लैब में बदलाव कर सकती है। लेकिन आम आदमी को इसे लेकर कोई राहत नहीं मिली है। वहीं सरकार ने कॉरपोरेट टैक्स को 18 पर्सेंट से घटाकर 15 पर्सेंट कर दिया है।
वित्त मंत्री ने कहा है कि ITR में गड़बड़ी को सुधार करने के लिए 2 साल का समय मिलेगा। कॉरपोरेट टैक्स को 12 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी करने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि टैक्स सिस्टम में सुधार की प्रक्रिया जारी रहेगी वहीं सरकार नए टैक्स रिफॉर्म लाने की योजना है सरकार ने ITR में गड़बड़ी पर 2 साल तक की जेल का प्रावधान भी किया है।
मिडिल क्लास को आज से 8 साल पहले इनकम टैक्स में छूट मिली थी। साल 2014 में सरकार ने इनकम टैक्स छूट की सीमा 2 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये की थी। वहीं 60 से 80 वर्ष के उम्र के नागरिकों को टैक्स छूट की सीमा 2.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये की गई थी। ऐसा माना जा रहा थी कि इस साल के बजट में आम आदमी को इनकम टैक्स में छूट मिल सकती है। लेकिन इस बार भी मिडिल क्लास को कोई राहत नहीं मिली।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि वर्चुअल डिजिटल ऐसेट से आमदनी पर 30 फीसदी का टैक्स लगेगा। यानी क्रिप्टोकरेंसी भी टैक्स के दायरे में आ जाएगी और क्रिप्टोकरेंसी से आय पर 30 फीसदी का टैक्स लगेगा। कटे और पॉलिश हीरे व रत्नों पर कस्टम ड्यूटी को घटाकर 5% किया जाएगा।
वित्तमंत्री निर्मला ने कहा कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी को टैक्सेशन के दायरे में ला रही है। अब क्रिप्टो निवेशकों को क्रिप्टो से हुई कमाई पर टैक्स देना पड़ेगा।प्रस्ताव है कि क्रिप्टोकरेंसी से हुई आय पर अब 30 फीसदी टैक्स लगेगा।