दाद, खाज और खुजली से राहत देंगे ये उपाय

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गर्मियों और बारिश के मौसम में बहुत सारी मुश्किलें उभरती हैं। ये मुश्किलें सामान्य स्तर के अलावा स्वास्थ्य के स्तर पर भी उभरती हैं। त्वचा सम्बन्धी समस्याएं भी इनमें शामिल है। दाद, खाज, खुजली, रैशेज जैसी कई समस्याएं इस मौसम में सामने आ सकती हैं। कई बार त्वचा सम्बन्धी समस्याएं सिर्फ मौसम के बदलने पर शरीर के तापमान के बदलने, हवा में नमी के बढऩे, ज्यादा पसीना आने, हाइजीन का ध्यान न रखने, किसी प्रकार की एलर्जी के सम्पर्क में आने, किसी रसायन के सम्पर्क में आने आदि से हो सकती हैं। ऐसे में कुछ तरीके अपनाना फायदेमंद हो सकता है। खासकर समस्या की शुरुआत में। त्वचा पर पडऩे वाले मौसम के असर को नियंत्रित करने के लिए कुछ बहुत ही सामान्य उपाय कारगर साबित हो सकते हैं।

धातुओं, ज्वेलरी का प्रयोग न करें

मेटल ज्वेलरी हमेशा ही ट्रेंड में रहता है। महिलाएं इसे अपने फैशन के हिसाब से कैरी करती हैं। अलग अलग ज्वेलरी के रूप में हर उम्र की महिलाएं इसे खूब इस्तेमाल करती हैं। लेकिन ऐसा कई बार होता है कि गले में पहनी चेन, हार या हाथों में पहनी चूडिय़ां आदि पसीने और धातु के साथ मिलकर त्वचा सम्बन्धी समस्याओं का कारण बन जाती हैं। खासकर आर्टिफिशियल ज्वेलरी के कारण ऐसा हो सकता है। इसलिए त्वचा पर थोड़ी भी समस्या होते ही इन्हें उतार दें।

खुजली करने से बचें

यह उपाय मुश्किल हो सकता, विशेषकर जब तक इलाज न मिले। लेकिन संक्रमित जगह पर खुजली न करने से आप संक्रमण या एलर्जी के लक्षणों को बढऩे से रोक सकते हैं। इसलिए कोशिश करें कि खुजली न करें। ऐसी समस्या नाखूनों में मौजूद मैल और गंदगी के साथ मिलकर और भी गंभीर रूप ले सकती है। सामान्य एलर्जी या अन्य कारण से त्वचा पर उठने वाले दानों, लाली, खुजली आदि में नारियल तेल, कपूर, नीम का तेल आदि राहत दे सकते हैं लेकिन यदि एक बार इन्हें लगाने या सामान्य उपायों से लक्षणों में कमी आती न दिखे तो तुरंत डॉक्टर को जरूर दिखाएं। डॉक्टर आपको दवाइयों, लोशन आदि के साथ उक्त सावधानियों को भी ध्यान में रखने की सलाह देंगे। यदि आप पहले से इनका ध्यान रखेंगे तो समस्या को जल्दी नियंत्रित कर पाएंगे।

सही परिधान का उपयोग

कॉटन के ऐसे वस्त्र जो पसीने को सोखें और हवा को त्वचा तक पहुंचने दें, उनका ही उपयोग करें। सिंथेटिक कपड़े या जरी,लेस वाले कपड़े त्वचा पर रगड़ पैदा करके या पसीने को जमा करके मुश्किल बढ़ा सकते हैं। इसलिए इन कपड़ों से बचें। साथ ही ढीले कपड़े पहनें।

कपड़ों और सामान को अलग रखें

जब तक आप त्वचा रोग का इलाज ले रहे हैं तब तक अपने द्वारा प्रयोग में लाई गई हर चीज को अलग रखें और टॉवल-नैपकिन, अंडर गारमेंट्स जैसी चीजों को सबसे अलग धोएं। विशेषकर यदि आपके घर में छोटे बच्चे या बुजुर्ग हैं तो कोशिश करें कि जितना हो सके उनके सीधे संपर्क में आने से बचें। संक्रमण के दौरान बाकी लोगों के सीधे संपर्क में आने या स्वस्थ लोगों द्वारा उपयोग में लाई जा रही चीजों का इस्तेमाल करने से आप उनको भी संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए जितना सावधानी और दूरी बनाएं रखेंगे उतना आपके लिए और परिवार के लिए काफी अच्छा होगा।

साबुन या केमिकल का प्रयोग बंद करें

बहुत से लोगों को कपड़े धोने वाले सर्फ या साबुन से भी एलर्जी होती है। जी हां, ये बात सही है। महिलाओं केसाथ अक्सर कपड़े धोते समय हाथों का लाल हो जाना, हाथों पर खुजली होना या उसपर दाने होना, ये सभी एलर्जी का संकेत हैं। मगर वह इसे अनेदखा कर देती हैं। इसकी शुरुआत होते ही सबसे पहले साबुन, परफ्यूम, डियोडरेंट, बॉडी वॉश जैसे हर केमिकल युक्त साधन का प्रयोग एकदम बंद कर दें। केमिकल एलर्जी या संक्रमण को ट्रिगर कर सकते हैं।

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