अनुपयोगी सब्जियों के पत्तों को ने समझें कचरा

यह हैं सेहत का खजाना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जाड़े का मौसम हरी सब्जियों के इठलाने का होता है। इस समय पालक हो या मेथी, बाजार से लेकर घर के रसोई घर में अपनी हरियाली की आभा बिखेरती है। इस समय कई प्रकार की ताजगी से भरपूर हरी पत्तेदार सब्जियां मिलती हैं, जैसे- पालक, मूली, सरा, मेथी, सरसों, बथुआ और कोलार्ड ग्रीन्स। इन सभी के पत्ते जहां खाने में स्वादिष्ट होते हैं, वहीं इनमें फैट, कार्बोहाइड्रेटस, आयरन और कैल्शियम जैसे तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। हालांकि ये सभी पोषक तत्व आप हर मौसम में प्राप्त कर सकती हैं। क्योंकि आप अधिकांश सब्जियों को काटते या साफ करते समय उनके जिन पत्तों को अनुपयोगी समझकर फेंक देती हैं, वे बेहद उपयोगी होते हैं। ये पत्ते सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। इन पत्तों में माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो कि शरीर के लिए बहुत लाभदायक हैं। इन पत्तों की खास बात यह है कि ये दिल की बीमारियों के खतरे को कम करते हैं, साथ ही पेट, लिवर और किडनी की समस्याओं से बचाव में मददगार होते हैं।

मूली-गाजर

ताजी मूली और गाजर, दोनों के पत्तों को फेंकने की जगह उनका उपयोग करना चाहिए। सर्दी के मौसम में मूली पत्तों की भुजिया बनाई जाती है, जो विटामिन सी से भरपूर होती है और इसमें फोलिक एसिड तथा अन्य विटामिन्स एवं खनिज पदार्थ होते हैं। ये इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं, साथ ही हीमोग्लोबिन बढ़ाते है। वहीं गाजर के पत्ते काफी हद तक धनिया की तरह दिखते हैं। गाजर के पत्तों में विटामिन ए, सी और के मौजूद होते हैं। इसके अलावा ये पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और फाइबर के भी बेहतरीन स्रोत माने जाते हैं। इनके सेवन से वजन कम करने, आंखों की रोशनी बढ़ाने, कैंसर के जोखिम को कम करने और ओरल हेल्थ को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।

पत्तागोभी

पत्तागोभी में विटामिन, मिनरल्स, फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं। साथ ही यह कम कैलोरी और हाई फाइबर वाली सब्जी है। यह पाचन क्रिया को बढ़ावा देने के साथ कब्ज की समस्या को कम करती है, कैंसर से बचाव करने के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। फाइबर की भरमार वजन कम रखने और आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायक है। इसके अलावा पेट में अल्सर से राहत और ब्रेस्ट में होने वाले दर्द को कम करने के लिए इसके पत्ते सहायक होते हैं।

चुकंदर-शलजम

बाजार में अक्सर चुकंदर और शलजम पत्तों समेत बेचे जाते हैं, लेकिन आपकी तरह ही अन्य महिलाएं भी इसे बेकार समझकर फेंक देती हैं। चुकंदर और शलजम के पत्ते विटामिन और आयरन जैसे कई जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। साथ ही इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है और वसा कम होता है, जिस वजह से ये अधिक पौष्टिक होते हैं। इनके सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं, एनीमिया जैसी बीमारी का खतरा कम होता है, इम्यूनिटी बूस्ट होती है और ये स्किन को हेल्दी रखने में भी मदद करते हैं। साथ ही ये पत्ते विशेषकर शलजम के पत्ते विटामिन ए, बी और सी के अच्छे स्रोत हैं। ये फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। इन पत्तों के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम होता है। ये आंखों और पेट के लिए फायदेमंद होते हैं और जोड़ों के दर्द को कम करते हैं।

धनिया, पुदीना

धनिया पत्ते ऊर्जा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, खनिज पदार्थ और जल से भरपूर होते हैं। इसके साथ ही ये डायबिटीज, मिर्गी, चिंता और अवसाद दूर करने तथा शरीर से विषाक्त पदार्थों की सफाई करने में भी बेहद मददगार होते हैं। पुदीना चटनी और ताजगी भरे ड्रिंक्स में किया जाता है, क्योंकि इसमें विटामिन ए, सी, बी-कॉम्प्लेक्स, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, एंटीवायरल, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीऑक्सिडेंट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके सेवन से मुंह की दुर्गंध भी दूर होती है।

Related Articles

Back to top button