राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गांव से भी बदतर हालात!

- आप पार्टी ने फूंका संघर्ष का बिगुल, जंतर-मंतर से आंदोलन की शुरूआत
- झुग्गियों को उजाडऩे के विरोध में अरिंवद केजरीवाल का बड़ा ऐलान
- बेहाल दिल्ली-बदहाल दिल्ली
- केजरीवाल और बीजेपी सरकार आमने-सामने
- बिजली, पानी, झुग्गी, आटो और कानून व्यवस्था को लेकर आप हमलावर
- सरकार में उप-मुख्यमंत्री प्रवेश वर्मा का बयान- केजरीवाल सरकार ने कुछ नहीं किया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। 43 डिग्री तापमान में कालकाजी की झुग्गियों में रहने वाली विमला देवी बाल्टी लेकर पानी की लाइन में खड़ी हैं और अपनी बारी का इंतजार कर रही है कि बारी आये और वह पानी लेकर जाएंं। वहीं साउथ एक्स के एक पॉश इलाके में रात में तीन घंटे से बिजली गायब है। इनवर्टर भी पसीना छोडऩे लगे हैं लेकिन बिजली का कहीं अता-पता नहीं है। यही नहीं कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली में झुग्गियों पर गिर रही बुलडोजर की गाज ने दिल्लीवासियों को बैचेन कर दिया है। दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने कहा है कि कोर्ट के आदेश के बाद झुग्गियों को हटाना मजबूरी है। क्योंकि नालों की साफाई होने में झुग्गियां आड़े हा रही हैं। वही पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उन्होंने पहले ही दिल्लीवासियों को बता दिया था कि यदि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनी तो यह लोग झुग्गियों को उजाड़ देंगे।
घर-घर जाएंगे आप कार्यकर्ता
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अब समय आ गया है कि जनता एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करे। हमने 29 जून को व्यापक धरना प्रदर्शन की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि हम एक बड़े जनसंपर्क अभियान की भी शुरू करने जा रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ता झुग्गी बस्तियों में घर-घर जाकर लोगों से संवाद करेंगे और उन्हें आंदोलन से जोडऩे की कोशिश करेंगे। खासकर उन झुग्गियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जिन्हें हाल ही में तोड़ा गया है साथ ही उन इलाकों में भी अभियान चलाया जाएगा जहां जल्द ही कार्रवाई की आशंका है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि यह आंदोलन सिर्फ झुग्गीवालों का नहीं, बल्कि हर उस नागरिक का है जो गरीबों के साथ न्याय चाहता है। पार्टी का दावा है कि अगर मिलकर आवाज नहीं उठाई गई, तो आने वाले दिनों में और भी कई बस्तियां उजाड़ दी जाएंगी।
आप नेताओं का पलटवार
राजधानी दिल्ली में झुग्गी बस्तियों और गरीबों के घरों को तोड़े जाने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी अब जमीन पर बड़ा आंदोलन छेडऩे जा रही है। पार्टी ने 29 को चलो जंतर-मंतर नामक एक बड़े विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया है। आम आदमी पार्टी के मुताबिक इस प्रदर्शन का उद्देश्य दिल्ली की झुग्गी बस्तियों को बुलडोजर कार्रवाई से बचाना और गरीबों को बेघर होने से रोकना है। आम आदमी पार्टी के अनुसार दिल्ली में अवैध बताकर कई झुग्गी बस्तियों को उजाड़ा जा रहा है जिससे हजारों गरीब परिवारों का जीवन संकट में आ गया है। पार्टी ने भाजपा शासित दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया है कि वह गरीब विरोधी नीतियों के तहत झुग्गियों को बलपूर्वक हटा रही है जबकि पहले यह दावा किया गया था कि एक भी झुग्गी नहीं टूटेगी।
पूर्व सीएम आतिशी भी उतरी मैदान में
दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार गरीबों के आशियाने उजाडऩे पर तुली हुई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि भाजपा सरकार कालकाजी में बुलडोजर चलवाकर झुग्गी-झोपडिय़ों को तोड़ रही है। और जब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। आतिशी ने बताया कि वह जब स्थानीय निवासियों से मिलने मौके पर पहुंचीं तो दिल्ली पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया। उनका आरोप है कि यह कार्रवाई जानबूझकर की गई है ताकि आम आदमी पार्टी के नेता गरीबों के साथ खड़े न हो सकें।
पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
प्रवेश वर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि दिल्ली में सत्ता में आने के बाद से हर दिन हम नई सच्चाई को उजागर कर रहे हैं। नालियां पूरी तरह से जाम हैं। पाइपलाइनों की सफाई कभी नहीं हुई। और पिछले दस सालों में कोई जमीनी काम नहीं हुआ। यह केजरीवाल सरकार की असली विरासत है। उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, अब तक 70 फीसदी पीडब्ल्यूडी नालियां साफ हो चुकी हैं।
बाढ़ के बन रहे हालात
दिल्ली में आसमानी बारिश से पहले ही जबानी बारिश भी शुरू हो गयी है और बाढ़ को लेकर सियासत जारी है। आम दिल्लीवासी की नजर में दिल्ली के हालात बांदा, बहराइच या बक्सर से भी बदतर दिखते हैं। बिजली कट रही है, पानी के लिए लोग मारा-मारी कर रहे हैं और झुग्गियों को गिराने के आदेश कोर्ट की तरफ से लगातार जारी किये जा रहे है। दिल्ली के पीडब्लयूडी मिनिस्टर और उप—मुख्यमंत्री प्रवेश वर्मा ने अंदेशा जातया है कि दिल्ली एक बार फिर बाढ़ के मुहाने पर है। आरोप वही अरविंद केजरीवाल की सरकार पर। जबकि आप नेता लगतार दिल्ली सरकार पर काम न करने की बात कर रहे हैं। आप नेताओं का कहना है कि दिल्ली में डबल इंजन की सरकार फेल है। चाहे झुग्गियों का मामला हो, बिजली की कटौती हो या फिर कानून व्यवस्था। दिल्ली के लोक निर्माण विभाग के मंत्री प्रवेश वर्मा ने आने वाले कल की सच्चाई बयान की है। उनका कहना है कि दिल्ली में नालियां पूरी तरह से जाम है। नालियों की सफाई कभी नहीं हुई और पिछले दस वर्षों में कोई ठोस जमीनी काम नहीं हुआ है। गौरतलब है कि मानसून सर पर है और बादलों की गडग़ड़हाट शुरू हो चुकी है। ऐसे में इस बयान के क्या मायने निकाले जाए। क्या मंत्री प्रवेश वर्मा अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हट रहे हैं। क्योंकि दिल्ली में बीजेपी सरकार को 4 महीने से ज्यादा का समय पूरा हो चुका है।




