दोस्ती में दगाबाजी की सजा मौत
नई दिल्ली। गाजियाबाद के खोड़ा में हुए अक्षय हत्याकांड के आरोपी मीलाल ने जेल जाने से पहले पुलिस पूछताछ में विस्तार से पूरी कहानी बताई। उसने कहा कि अक्षय उसकी पत्नी पूनम से रिश्ते रखने के साथ ही 17 साल की बड़ी बेटी पर भी गलत नजर रखता था। यह देख उसके मन में गुस्से का गुबार उठता था। वह सो नहीं पा रहा था।
गुबार को निकालने के लिए ही उसने हत्या के बाद अक्षय के शव के फरसे 20 टुकड़े किए। टुकड़े करने से ही उसके गुस्से का गुबार निकला और मन को शांति मिली। भले ही फांसी की सजा मिले लेकिन उसे हत्या का कोई पछतावा नहीं। जिसने दोस्ती में दगा दी, उसका यही अंजाम होना था।
जुर्म कुबूल करते हुए 34 साल के रिक्शा चालक मीलाल ने पुलिस को बताया कि कभी अक्षय उसका दोस्त था। उसने उसे धोखा दिया और उसकी पत्नी पूनम से नजदीकियां बढ़ाईं। वह पूनम को अपने साथ रखना चाहता था।
वह भी उसके चक्कर में आकर उसे छोडक़र उसके पास जाना चाहती थी। दो महीने पहले जयपुर को कोटपुतली जाकर उसके पास रहने भी लगी थी। बड़ी मुश्किल से वापस आई थी। इसके बाद अक्षय यहां आ गया। उसकी गलती से ही बेटी पर चाय गिरी और वह झुलस गई।
उससे यह सब कुछ बर्दाश्त नहीं हो रहा था। इसी बीच बड़ी बेटी ने कहा कि अक्षय उस पर गलत नजर रखता है। यह सुनकर उसका खून खौल उठा और उसने अक्षय की हत्या करने की ठान ली।
यह भी सोच लिया कि घर में जो पुराना फरसा रखा है, उसी से गर्दन काटकर हत्या करनी है और फिर शव के टुकड़े करने हैं। उसने पत्नी से फोन कराकर अक्षय को बुलाया और 19 की रात में हत्या कर शव के टुकड़े नहर के पास फेंक आया।
पुलिस ने अक्षय के शव के सभी 20 टुकड़े बरामद कर लिए। मीलाल ने इन्हें पहले पॉलिथीन में पैक किया था। इसके बाद तीन बोरियां में भरा था। बोरियों को रिक्शा से ले जाकर नहर के पास सिंचाई विभाग की खाली पड़ी जमीन में कूड़े के ढेर के पास झाडिय़ों में फेंक आया था।
पुलिस को आधे से ज्यादा टुकड़े शनिवार को मिल गए थे। बाकी रविवार को बरामद हो गए। पुलिस का कहना है कि अक्षय के परिजनों के साथ डीएनए शव के टुकड़ों का डीएनए मिलान कराया जाएगा।
अक्षय के परिजन रविवार को भी नहीं पहुंचे। उनके इंतजार में शव को तीन दिन मोर्चरी पर रखा जाएगा। अक्षय के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से परिजनों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। खोड़ा थाना के प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र मलिक ने बताया कि अक्षय के परिजनों का पता लगाने के लिए कोटपुतली कस्बे में पुलिस से संपर्क किया है। वहां पुलिस स्थानीय लोगों से बातचीत कर पता लगा रही है।
एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि मीलाल ने जुर्म कुबूल कर लिया है। पुलिस ने बोरी, पॉलिथीन, चाकू और फरसा बरामद कर सीज कर दिए हैं। मीलाल का रिक्शा भी बरामद किया है।