TTD ने हिंदू धर्म का पालन न करने पर 18 कर्मचारियों को हटाया
4PM न्यूज़ नेटवर्क: आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। इस दौरान तिरुमला तिरुपति देवस्थानम की तरफ से 18 कर्मचारियों को हटा दिया है। ये सभी कर्मचारी अब मंदिर के लिए काम नहीं कर पाएंगे। बताया जा रहा है कि मंदिर की पवित्रता बनाए रखने के लिए यह बेहद जरूरी है। ऐसे में हटाए गए कर्मचारियों के पास दूसरे विभाग में जाने का या फिर स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति लेने का मौका है। आपको बता दें कि दुनिया के सबसे अमीर मंदिर ट्रस्ट तिरुमला तिरुपति देवस्थानम का यह फैसला चर्चा में है। 2.5 लाख करोड़ की संपत्ति वाले TTD के लिए 14000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं, लेकिन सिर्फ 18 लोगों के खिलाफ ही कार्रवाई की गई है।
TTD के एक बयान के अनुसार बोर्ड ने इन कर्मचारियों के लिए अन्य सरकारी विभागों में स्थानांतरण या स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का प्रस्ताव दिया है। इससे पहले, नवंबर 2024 में, टीटीडी बोर्ड ने एक और प्रस्ताव भी पारित किया था, जिसके तहत बोर्ड द्वारा नियोजित गैर-हिंदुओं को या तो स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेनी होगी या आंध्र प्रदेश के अन्य सरकारी विभागों में स्थानांतरण का विकल्प चुनना होगा। बोर्ड ने तिरुमाला के भीतर राजनीतिक बयानों पर रोक लगाने वाला एक प्रस्ताव भी पारित किया है। टीटीडी 12 मंदिरों और उप-मंदिरों का रखरखाव करता है।
जानकारी के अनुसार भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के आधिकारिक संरक्षक तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के 18 कर्मचारियों को ‘गैर-हिंदू’ गतिविधियों में लिप्त पाया गया था। इसके बाद इनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। इन लोगों को मंदिर निकाय की तरफ से आयोजित सभी धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने से रोक दिया गया है।
जानिए पूरा मामला
इस मामले में मंदिर निकाय ने कहा कि गैर-हिंदू धार्मिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए 18 कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है। मंदिर प्रशासन के अनुसार इससे टीटीडी की प्रतिष्ठा कम हो रही है। टीटीडी की कार्यकारी अधिकारी जे.श्यामला राव ने कहा कि ‘यह साबित हो गया है कि टीटीडी के 18 कर्मचारी गैर-हिंदू धार्मिक गतिविधियों में शामिल थे, हालांकि उन्होंने भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी की तस्वीर/मूर्ति के सामने शपथ ली है कि वे केवल हिंदू धर्म और हिंदू परंपराओं का पालन करेंगे।
महत्वपूर्ण बिंदु
- 18 कर्मचारियों को TTD बोर्ड से जुड़े मंदिरों और उनसे संबद्ध विभागों से हटाया जा रहा है।
- इसके अलावा इन लोगों के किसी भी हिंदू धार्मिक आयोजन में भाग लेने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।