उमेश पाल शूटआउट: जांच एजेंसियां तीन राज्यों में कर रही छापेमारी, कई संदिग्ध उठाए, मुख्य आरोपी पकड़ से दूर
प्रयागराज। बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या को 60 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं। मामले में अब तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पुलिस सीसीटीवी में दिखाई दिए माफिया अतीक अहमद के बेटे असद सहित 4 शूटरों तक नहीं पहुंच पाई है। यूपी पुलिस, एसटीएफ और एसओजी की टीमों ने 3 राज्य यूपी, बिहारी और मध्य प्रदेश में छापेमारी करके अतीक के 40 गुर्गों को उठाया है। सभी से पूछताछ जारी है।
इस बीच अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र एक पत्र लिखा है। शाइस्ता परवीन ने पत्र में प्रयागराज पुलिस, कमिश्नर रमेश शर्मा और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश पर विरोधियों से मिलकर पति अतीक अहमद और अतीक के छोटे भाई अशरफ की हत्या की सुपारी लेने का आरोप लगाया है।
यह आशंका भी जताई है कि उनके पति अतीक अहमद और बेटों का पुलिस एनकाउंटर कर सकती है। शाइस्ता ने उमेश पाल हत्याकांड में दर्ज केस की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है। शाइस्ता परवीन ने अपने पत्र में लिखा, प्रयागराज में बसपा से महापौर का प्रत्याशी घोषित करने के बाद से यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री ने महापौर का पद अपने पास रखने और हम लोगों को चुनाव से दूर रखने की साजिश रचनी शुरू कर दी है। उसी साजिश के परिणाम स्वरूप एक ऐसे व्यक्ति की हत्या करवाई गई जिसकी हत्या का आरोप मेरे पति पर लगना अवश्यंभावी था।
अतीक अहमद की पत्नी और बसपा नेता शाइस्ता परवीन, उनके बेटे एजम, अबान, अली, उमर और दोस्त रेहान से पुलिस पूछताछ कर रही है। जेलों में बंद अतीक के गुर्गों से भी यूपी स्ञ्जस्न पूछताछ कर रही है। यही नहीं, अहमदाबाद जेल में बंद अतीक से मिलने वालों की भी डिटेल खंगाली जा रही है। इस काम में जेल अधीक्षक को भी लगाया गया है। पुलिस को इस बात की भी आशंका है कि शूटर नेपाल न भाग जाएं। यही कारण है कि नेपाल के सीमावर्ती जिलों को अलर्ट मोड में डाल दिया गया है।
उमेश पर हमले में अतीक के बेटे असद ने जिस संभावित सफेद रंग की क्रेटा कार का इस्तेमाल किया था। वह चकिया के अतीक के घर के पास एक खाली प्लॉट में लावारिस पड़ी थी। उस पर फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी।
एजेंसी ने उस कार को कब्जे में लेकर इंजन और चेचिस नंबर से गाड़ी के मालिक तक पहुंच गई है। पूछताछ के बाद प्रयागराज पुलिस ने रविवार की शाम अतीक के घर के आस-पास सर्च अभियान चलाया है। हालांकि, पुलिस के हाथ हमलावरों का कोई क्लू नहीं मिला है।
नामजद अतीक के गुर्गें गुलाम के भाई और भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष राहिल हसन को भी पुलिस ने 24 फरवरी को ही उठा लिया। उसके बाद से उनका पूरा परिवार घर छोडक़र कहीं चला गया है। घर पर ताला लगा है। पुलिस राहिल हसन को हिरासत में ले रखी है। शिवकुटी थाना के रसूलाबाद में रहने वाले राहिल हसन के साथ ही गुलाम की पत्नी सना बेगम को भी पुलिस उठाकर पूछताछ कर रही है।
डीजीपी डीएस चौहान ने कहा, प्रयागराज में उमेश पाल के मर्डर केस में शामिल लोगों की जल्द गिरफ्तारी होगी। जांच एजेंसियां और प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट सबूतों पर काम कर रही है। पुलिस की कई टीमें शूटरों की तलाश में लगी हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि इस केस को जल्द अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।