अयोध्या मामले में गरमाई यूपी की सियासत

  • भाजपा व सपा में मुद््दे को लेकर तीखी टकरार
  • विपक्ष बोला- पूरी जांच के बाद दोषी पर हो एक्शन
  • योगी सरकार ने शुरू की कार्रवाई
  • पूराकलंदर थानाध्यक्ष व भदरसा चौकी इंचार्ज सस्पेंड

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। अयोध्या के भदरसा क्षेत्र में गैंग रेप का शिकार हुई पीडि़त किशोरी के मामले में यूपी की सियासत गरमाई हुई है। चूकि आरोपी सपा से जुड़ा हुआ है तो बीजेपी भी सपा मुखिया पर हमलावार है। वहीं सपा ने भी कहा है अपराधी कोई भी हो अगर सबूत है तो उस पर कार्रवाई हो पर निर्दोष पर कार्रवाई अन्याय होगा। अयोध्या में 12 साल की बच्ची से कथित सामूहिक बलात्कार मामले को लेकर भी सपा और भाजपा के बीच जुबानी जंग जारी है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने विस में बोलते हुए कहा था कि गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों में से एक मोइद खान सपा सदस्य था, लेकिन पार्टी ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उधर पीडि़त किशोरी की मां से सीएम से मुलाकात के बाद पुलिस और प्रशासनिक तंत्र हरकत में आ गया। चौकी इंचार्ज और थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ मुख्य आरोपी मोईद की प्रॉपर्टी की जांच शुरू हो गई है।

बेकरी ढहाने बुलडोजर भी पहुंचा

वहीं, शनिवार सुबह ही प्रशासन की टीम आरोपी सपा नेता मोईद खान की बेकरी ढहाने बुलडोजर लेकर पहुंच गई है। बेकरी का लाइसेंस रद््द कर दिया जाएगा। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद हैं। सहायक खाद्य आयुक्त मानिकचंद सिंह ने छापामारी की कार्रवाई की। इस दौरान बेकरी में बन रहे खाद्य पदार्थों के नमूने लिए गए। इसके बाद बेकरी को सील कर दिया गया है। सहायक आयुक्त मानिक चंद ने बताया कि बेकरी का लाइसेंस रद््द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

सपा का मतलब गुंडागर्दी और अपराध को संरक्षण : केशव प्रसाद मौर्य

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की आलोचना करते हुए उनकी पार्टी पर सुशासन और विकास को कायम रखने के बजाय गुंडागर्दी को बढ़ावा देने और अपराधियों को बचाने का आरोप लगाया। कांग्रेस के मोहरे सपा प्रमुख अखिलेश यादव भले ही मुंगेरीलाल जैसे सपने देखें, लेकिन ये कभी हकीकत में नहीं बदलेंगे। उन्होंने कहा कि 2027 में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का प्रतीक कमल फिर से खिलेगा।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव कब बोलेंगे : संजय निषाद

यूपी सरकार के मंत्री डॉ. संजय निषाद ने शनिवार को जिला महिला अस्पताल में पीडि़ता के परिजनों से मुलाकात की। बाहर निकल कर मीडिया से बात कर वह परिजनों का हाल बताते हुए रो पड़े। उन्होंने सीएम योगी का धन्यवाद करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई कर निषाद समाज को न्याय दिलाने का काम किया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमलावर होते हुए कहा कि उनका पीडीए का फॉर्मूला सिर्फ दिखावा है। अब तक उन्होंने इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है और न ही आरोपी नेता को पार्टी से निकाला है।

केवल आरोप लगाकर सियासत न की जाए : अखिलेश

कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका डीएनएन टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है।

फिर एकबार मणिपुर में भड़की ङ्क्षहसा, चली गोलियां

  • मैतेई-हमार समुदाय में शांति समझौते के 24 घंटे के अंदर घरों में आगजनी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
इंफाल। पूर्वाेत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा रूकने का नाम नही ले रही है। एक ओर राज्य के जिरीबाम में शांति कायम करने को लेकर मैतेई और हमार समुदाय के बीच सहमति बनी। वहीं सहमति के 24 घंटे के भीतर जिरीबाम में हिंसा हो गई। यहां एक मैतेई बस्ती में गोलियां चलाई गईं। वहीं लालपानी गांव में एक घर में आग लगा दी गई। दरअसल मैतेई और हमार समुदाय के प्रतिनिधि मणिपुर के हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले में हालात सुधारने और शांति बहाल करने के लिए साथ काम करने को सहमत हो हुए थे।
असम के कछार में गुरुवार को सीआरपीएफ सुविधा केंद्र में आयोजित बैठक में आमने-सामने खड़े दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ था। इसमें तय किया गया कि दोनों पक्ष सामान्य स्थिति लाने, आगजनी तथा गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। दोनों पक्ष जिरीबाम जिले में तैनात सभी सुरक्षा बलों की मदद करेंगे। दोनों पक्ष नियंत्रित और समन्वित आवाजाही को सुविधाजनक बनाएंगे। सभी सहभागी समुदायों के प्रतिनिधियों ने इस दौरान वादों से जुड़ा बयान जारी किया। इस पर सभी के हस्ताक्षर थे। इस सहमति के 24 घंटे के अंदर जिरीबाम के लालपानी गांव में हिंसा हुई। गांव के एक घर में शुक्रवार रात हथियारबंद लोगों ने आग लगा दी। साथ ही गांव को निशाना बनाकर कई राउंड गोले दागे और गोलियां भी चलाईं। घटना के बाद सुरक्षा बलों को इलाके में भेजा गया।

जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं

पिछले साल मई से इंफाल घाटी के मैतेई और आसपास की पहाडिय़ों पर स्थित कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। जातीय रूप से विविधतापूर्ण जिरीबाम इंफाल घाटी और आसपास की पहाडिय़ों में जातीय हिंसा से काफी हद तक अछूता था। हालांकि, इस साल जून में खेतों में एक किसान का क्षत-विक्षत शव मिलने के बाद यहां भी हिंसा शुरू हो गई। दोनों पक्षों की ओर से की गई आगजनी की घटनाओं के कारण हजारों लोगों को अपने घर छोड़कर राहत शिविरों में जाना पड़ा।

यूपी के बरेली में बवाल तोडफ़ोड़ और आगजनी

बरेली के सिरौली थाना क्षेत्र के गांव चंदपुरा शिवनगर में युवती को जबरन साथ ले जाने के आरोपी युवक के घर में शुक्रवार की देर रात तोडफ़ोड़ और आगजनी की घटना करने वालों ने जब पुलिस पर ही हमला कर दिया तो पूरे गांव को छावनी बना दिया गया। इंस्पेक्टर के मुताबिक एक दिन पहले मामले की जानकारी हुई थी। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। बृहस्पतिवार को युवती मिलने के बाद उसके परिजनों ने लिखकर दिया था कि वे कोई कार्रवाई नहीं चाहते। इससे पुलिस को भी इतने बड़े बवाल की आशंका नहीं थी, लेकिन शुक्रवार की रात ग्रामीणों ने आरोपी के घर पर हमला कर दिया। भीड़ देखकर उसके परिवार वाले जान बचाकर भाग गए। इसके बाद भीड़ ने युवक के मकान की चहारदीवारी ढहा दी। अंदर घुसकर रसोई और घर में ही संचालित परचून की दुकान में तोडफ़ोड़ करते हुए आग लगा दी। गुस्साए लोग यहीं नहीं थमे और पांच कमरों से सामान बाहर निकालकर पूरा मकान ही आग के हवाले कर दिया। तोडफ़ोड़ व आगजनी की सूचना पर पहुंची डायल 112 पुलिस नाकाफी साबित हुई।

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