संसद में हंगामा जारी बहस में बीता सत्र

  • नाराज लोस अध्यक्ष माने फिर संभालेंगे अपनी सीट
  • राज्यसभा में खरगे और धनखड़ में नोकझोंक
  • विपक्ष मणिपुर व हरियाणा को लेकर  आक्रामक

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र को शुरू हुए 12 दिन का समय बीत चुका है लेकिन मणिपुर व हरियाणा मुद्दे पर हंगामे के चलेत सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है। गुरुवार को मान-मनौव्वल का दौर जारी रहा। सांसदों के हंगामे से सभापति ओम बिरला भी नाराज हैं और लोकसभा की कार्यवाही का संचालन नहीं कर रहे हैं।
हालांकि सांसदों से मिलने के बाद वह मान गए है और दो बजे के बाद चेयर की कुर्सी पर बैठने को राजी हो गए है। वहीं राज्य सभा में भी कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे व उपसभापति धनखड़ में तीख्री बहस हो गई। सांसद अधीर रंजन चौधरी ने अपील की है कि लोकसभा सभापति ओम बिरला कार्यवाही का संचालन करें।

ओम बिरला से मिले पक्ष-विपक्ष के सभी नेता

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से पक्ष -विपक्ष के सभी नेताओं ने मुलाकात कर उन्हें सदन की जिम्मेदारी संभालने के लिए निवेदन किया है। सभी विपक्ष के नेताओं ने एक सुर में सदन को मर्यादा और चेयर का सम्मान करने का आश्वासन दिया। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी से सदन की करवाई सुचारू रूप से चलाने के लिया कहा, सूत्रों के मुताबिक दोपहर दो बजे से लोकसभा अध्यक्ष लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठेंगे और सदन की करवाई का संचालन करेंगे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, एनके प्रेमचंद्रन, बसपा के रितेश पांडे, भाजपा के राजेंद्र अग्रवाल, टीएमसी सांसद सौगत राय, एनसीपी सांसद फारुख अब्दुल्ला और डीएमके सांसद कनिमोझी ने आज लोकसभा सभापति ओम बिरला से मुलाकात की। इस मुलाकात में सांसदों ने लोकसभा स्पीकर से सदन की कार्यवाही का संचालने करने की अपील की गई।

सदन में हरियाणा हिंसा पर भी चर्चा हो : आप

आम आदमी पार्टी हरियाणा हिंसा का मुद्दा राज्यसभा में उठाएगी। आप के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने सदन में नोटिस दिया है। सुशील गुप्ता ने हरियाणा हिंसा पर विशेष चर्चा की मांग की है।

मैं गुस्सा नहीं करता : धनखड़

नेता विपक्ष खरगे ने कहा कि सभापति जी कल शायद आप गुस्सा हो गए थे, इस पर धनखड़ ने कहा, मैं 45 सालों से शादीशुदा हूं, गुस्सा नहीं करता, वकील के तौर पर भी हमें गुस्सा करने का अधिकार नहीं। जवाब में खरगे ने कहा, आप भले जाहिर न करें लेकिन अंदर से गुस्सा करते हैं।

पीएम का बचाव कर रहे सभापति : खरगे

संसद में खरगे ने सभापति पर आरोप लगाते कहा, आप पीएम का बचाव कर रहे हैं! धनखड़ ने जवाब देते हुए कहा, पीएम को किसी बचाव की जरूरत नहीं है, उनकी वैश्विक पहचान है, सोचिए कि अमेरिकी सांसद में उनका संबोधन सुनकर देश के आम लोगों को कितना गर्व होता है,30 सालों बाद पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है। राज्यसभा के चेयरमैन ने कहा, विपक्ष देश के पीएम की छवि को खराब करने की कोशिश कर रही है। ऐसी कोई राजनीति नहीं हो सकती जो अपने देश के पीएम की छवि को ही धूमिल करे, लोग ऐसे कैसे सोच या बोल सकते हैं देश के पीएम के खिलाफ।

ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे को इलाहाबाद हाई कोर्ट की मंजूरी

  • अब मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट जाएगा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने वाराणसी स्थित ज्ञानवापी परिषद में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ( एएसआई) से साइंटिफिक सर्वे कराए जाने संबंधी वाराणसी जिला जज के फैसले को चुनौती देने वाली अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद की याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा है कि न्याय हित में सर्वे कराया जाना उचित है । वहीं मुस्लिम पक्ष ने कहा है कि वह इसके खिलाफ एक-दो दिन में सुप्रीम कोर्ट की ओर रुख करेगा। उधर हिंदू पक्ष ने शीर्ष अदालत में कैवियट दाखिल कर दिया है। मुख्य न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर ने यह फैसला सुनाया। निर्णय भोजनावकाश के बाद सुनाए जाने की बात थी लेकिन पहले ही सुना दिया गया। इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में तीन दिन 25 26 और 27 तारीख को जुलाई को सुनवाई हुई थी। वाराणसी के जिला जज ने 21 जुलाई को फैसला दिया था। मस्जिद पक्ष 24 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में गया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाते हुए याचिकाकर्ता को इलाहाबाद हाईकोर्ट जाने के लिए निर्देशित किया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट में तीन दिनों में लगभग सात घंटे सुनवाई चली थी। मस्जिद पक्ष ने कहा था कि सर्वे से ढांचे को क्षति पहुंच सकती है लेकिन एएसआइ की तरफ से कहा गया कि ऐसा कुछ नहीं होगा। वाराणसी के जिला जज ने 21 जुलाई को ज्ञानवापी परिसर में वुजूखाना व शिवलिंग छोडक़र अन्य क्षेत्र के एएसआइ सर्वे का निर्देश दिया था। इसके खिलाफ मुस्लिम पक्ष की याचिका पर 24 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे पर 26 जुलाई तक रोक लगाते हुए कोर्ट जाने की सलाह दी थी।

सर्वे से निर्माण को कोई नुकसान नहीं होगा

मुस्लिम पक्ष ने एएसआइ के हलफनामे पर जवाबी हलफनामा भी दाखिल किया था। कोर्ट में 27 जुलाई को एएसआइ के अपर महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने फिर साफ किया कि सर्वे से निर्माण को कोई नुकसान नहीं होगा। वैज्ञानिक सर्वे में अत्याधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल होगा। अपर सालिसिटर जनरल शशि प्रकाश सिंह ने इस संबंध में दाखिल हलफनामे को उद्धृत किया था। मस्जिद पक्ष की तरफ से बहस कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता एसएफए नकवी व पुनीत गुप्ता ने एएसआइ के कुदाल-फावड़े संग आने का फोटोग्राफ दिखाते हुए सर्वे से भवन ध्वस्त होने की आशंका जताई थी।

हरियाणा में शांति बनाए रखने की अपील

  • नूंह, पलवल, सोहना और मानेसर में 3 घंटे बहाल होगा इंटरनेट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार व सभी दलों के नेताओं ने राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं राज्य की खट़्टर सरकार ने नूंह, फरीदाबाद और पलवल जिलों और जिला गुरुग्राम के उपमंडल सोहना, पटौदी और मानेसर के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट निलंबन को आज दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक आंशिक रूप से हटाने का फैसला लिया है। इससे पहले पांच अगस्त तक के लिए इन इलाकों में इंटरनेट सेवा पर बैन का आदेश दिया गया था। नूंह हिंसा में सोशल मीडिया के जरिए तमाम फेक मैसेज शेयर किए गए थे। हिंसा भडक़ने के पीछे एक वजह यह भी थी। ऐसे में प्रशासन ने इंटरनेट बैन के जरिए हालात संभालने का प्रयास किया। वहीं आज सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे के लिए नूंह में कर्फ्यू में छूट दी गई है। इस दौरान लोग आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए दुकानों पर पहुंचे। हिंसा प्रभावित इलाकों में ड्रोन के जरिए पुलिस निगरानी कर रही है। मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने हरियाणा के नूंह जिले के तावडू में बुधवार देर रात दो धार्मिक स्थलों पर मोलोटोव कॉकटेल यानी पेट्रोल बम फेंके। वहीं अब मरने वालों की संख्या सात हो गई है।

मैं सिर्फ मोहरा हूं : मोनू मानेसर

हरियाणा के नूंह हिंसा के आरोपी मोनू मानेसर का हिंसा के बाद पहला बयान सामने आया है। मोनू ने हिंसा के बारे में विधायक मामन खान से पूछा जाए। मैं तो शोभा यात्रा में था भी नहीं। हमारे कार्यकर्ताओं की बेरहमी से हत्या की गई। ये हिंसा एक साजिश के तहत की गई। मैं सिर्फ मोहरा हूं। उन्होंने कहा कि मेवात की धरती किसी के बाप की धरती नहीं है। कुछ भी हो मेरा नाम आता है। मैं सरेंडर करने को तैयार हूं लेकिन पहले विधायक मामन खान को पकड़ा जाए। मोनू ने कहा कि ये लड़ाई जनता की नहीं सनातन की लड़ाई है। मेवात में रोजाना हजारों गायों की हत्या हो रही है। प्रशासन गो तस्करी नहीं रोक पा रही है। फरवरी में जुनैद हत्या के बारे में उन्होंने मोनू ने बताया कि उस मामले में मेरा कोई हाथ नहीं था। मैं गुरुग्राम था। मुझे केस में फंसाया गया था। मुझे पुलिस पर पूरा भरोसा है, वो जो करेगी ठीक करेगी।

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