उत्तर प्रदेश गन से चलता है, कानून से नहीं: ओवैसी
हैदराबाद। बाहुबली मुख्तार अंसारी की मौत पर एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अफसोस जताया है। ओवैसी ने कहा कि अगर कोई भी मृतक परिवार का सदस्य कोई बयान देता है तो उसके कोई मायने होते हैं। मुख्तार की मौत पर जब परिवार कह रहा है कि उनको धीमा जहर दिया गया तो मामले की निष्पक्ष जांच कराने की जरूरत है। ओवैसी ने यह भी कहा कि परिजनों की ओर से यह भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं कि मुख्तार अंसारी को जिस अस्पताल में ले जाया गया था, वहां पर उपयुक्त डाक्टर नहीं थे।
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि मैं चाहता हूं कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवा कर परिवार की मांग को पूरा किया जाना चाहिए। एआईएमआईएम चीफ ओवैसी ने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि परिवार ने धीमा जहर देने की आशंका जताई है जिससे एक आदमी की मौत हो गई है। इसमें राजनीति क्या है। इसमें न्याय करना चाहिए।
मैंने हमेशा कहा कि राज्य गन से नहीं बल्कि रूल से चलता है, लेकिन उत्तर प्रदेश गन से चलता है, कानून से नहीं है। ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी लिखा था कि गाजीपुर की अवाम ने अपने चहीते बेटे और भाई को खो दिया। मुख्तार अंसारी ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया था कि उन्हें जहर दिया गया है, बावजूद इसके सरकार ने उनके इलाज पर गौर नहीं किया जोकि निंदनीय और अफसोसजनक है।