बिहार विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष होंगे विजय सिन्हा
विधान परिषद में सम्राट चौधरी करेंगे भाजपा का नेतृत्व
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। विधान सभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते ही विजय सिन्हा को विधान मंडल दल का नेता घोषित कर भाजपा ने बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी। इसके साथ ही विधान परिषद में पार्टी ने पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी को नेता घोषित किया है। भाजपा की ओर से इसकी जानकारी बुधवार को विधान सभा और विधान परिषद कार्यालय को दे दी गई।
विधान सभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने बताया कि विजय सिन्हा को नेता विरोधी दल के रूप में मान्यता दे दी गई है। विपक्ष की भूमिका में पहुंचने के बाद विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी को सदन में प्रतिनिधित्व देकर भाजपा ने बड़ा संदेश दिया है। पार्टी के इस पहल को सर्व समाज को साधने का प्रयास माना जा रहा है। विजय सिन्हा सवर्ण समाज और सम्राट चौधरी अति पिछड़ा वर्ग से आते हैं। भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष के पद पर पहले से पिछड़ा समाज के डा. संजय जायसवाल को बिठा रखा है।
जदयू विधायक भाजपा में शामिल
इटानगर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भाजपा ने अरुणाचल प्रदेश में झटका दिया है। उनकी पार्टी के इकलौते विधायक को अपने पाले में कर लिया है। अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के एकमात्र विधायक टेची कासो ने बुधवार को सत्तारूढ़ भाजपा का दामन थाम लिया है। विधान सभा के उपाध्यक्ष टेसम पोंगटे ने ईटानगर विधायक के भाजपा में विलय के आवेदन को स्वीकार कर लिया। इसके साथ ही 60 सदस्यों वाली विधान सभा में भाजपा के 49 विधायक हो गए हैं। जेडीयू ने 2019 के विधान सभा चुनाव में अपने दम पर 15 सीटों पर कैंडिडेट उतारा था। उनमें से सात सीटों पर नीतीश कुमार की पार्टी को जीत मिली। अरुणाचल में जेडीयू भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि नीतीश के छह विधायकों वे पाला बदलते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था।