हनुमान मंदिर में बड़े मंगल पर करें दर्शन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
ज्येष्ठ माह के मंगलवार को बड़ा मंगल मनाया जाता है। कहते हैं कि बड़े मंगलवार के दिन भगवान राम और हनुमान जी की पहली मुलाकात हुई थी। तभी से इस दिन को अत्यंत शुभ माना जाता है। इस महीने के हर मंगलवार को बड़ा मंगल या शुभ मंगलवार मानकर हनुमान जी की विशेष पूजा होती है। इस मौके पर सभी हनुमान मंदिरों में उत्सव मनाया जाता है। ज्येष्ठ महीने में पडऩे वाले मंगलवार के दिन हनुमान मंदिरों के दर्शन के लिए जा सकते हैं। यहां देश के प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों के बारे में जानकारी दी जा रही हैं जहां आप बड़े मंगलवार के दिन दर्शन के लिए जा सकते हैं। वहीं हिंदू धर्म के अनुसार प्याज, लहसुन और नॉन वेज खाना तामसिक भोजन की श्रेणी में आते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह राक्षसों द्वारा खाए जाने वाले भोजन की कैटेगरी है। भगवान हनुमान या बालाजी ने इन चीजों को कभी नहीं खाया। और वो चाहते थे कि मंदिर में आने वाला कोई भी व्यक्ति उन्हें खाने से परहेज करें। इसलिए, आप दर्शन करना जा रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें।

लेटे हनुमान जी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में हनुमान का प्राचीन मंदिर है। यहां संगम किनारे हनुमान जी की प्रतिमा लेटी हुई अवस्था में है। 20 फीट लंबी हनुमान जी की मूर्ति हर साल पानी में डूब जाती है। माता जाता है कि गंगा जी हनुमान प्रतिमा को स्नान कराने के लिए उफान पर आती हैं। नदी का स्तर बढऩा संकट माना जाता है लेकिन प्रयागराज में इसे शुभ माना जाता है।

बालाजी मंदिर

राजस्थान के चुरू जिले में सालासर गांव में हनुमान जी का सिद्ध प्राप्त मंदिर स्थित है। यह इकलौता मंदिर है जहां बजरंगबली की प्रतिमा दाढ़ी और मूंछ वाली है। यहां लोग अपने दुख दर्द लेकर आते हैं और खुश होकर जाते हैं। मान्यता है कि सालासर बालाजी मंदिर में मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर

मेहंदीपुर बालाजी के नाम से मशहूर हनुमान मंदिर चमत्कारी माना जाता है। जो हनुमान भक्तों के बीच तो काफी लोकप्रिय है ही, लेकिन जो लोग यहां की कुछ चीजों में विश्वास रखते हैं, उन्हें भी आप यहां काफी संख्या में देख सकते हैं। यह मंदिर राजस्थान में जयपुर से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर जयपुर-बांदीकुई बस मार्ग पर मेहंदीपुर में स्थित है। मान्यता है कि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में भूत प्रेत की बाधाओं को दूर किया जाता है। जो लोग भूत प्रेत या ऐसी किसी समस्या से पीडि़त होते हैं, उन्हें यहां लाया जाता है। अगर आप इस मंदिर के दर्शन करने के लिए जा रहे हैं, तो पहले यहां से जुड़ी उन जरूरी बातों के बारे में जान लें, जिनके करने से भगवान नराज हो सकते हैं।

हनुमानगढ़ी

उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में प्रभु श्री राम की जन्मभूमि है। राम जन्मभूमि के निकट ही हनुमानगढ़ी नाम का भव्य मंदिर है। यह व्यापक रूप से लोकप्रिय मंदिर पूरे साल कई भक्तों द्वारा देखा जाता है, और हिंदुओं द्वारा बहुत पूजनीय है। यह मंदिर एक ऊंचे टीले पर स्थित है। मंदिर में प्रवेश के लिए 60 सीढिय़ां चढऩी पड़ती हैं। बिना हनुमानगढ़ी के दर्शन किए अयोध्या की यात्रा अधूरी मानी जाती है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में प्रभु श्री राम की जन्मभूमि है। राम जन्मभूमि के निकट ही हनुमानगढ़ी नाम का भव्य मंदिर है। यह मंदिर एक ऊंचे टीले पर स्थित है। मंदिर में प्रवेश के लिए 60 सीढिय़ां चढऩी पड़ती हैं। बिना हनुमानगढ़ी के दर्शन किए अयोध्या की यात्रा अधूरी मानी जाती है। किंवदंतियों के अनुसार, भगवान हनुमान यहां एक गुफा में रहते थे और रामकोट, या राम के जन्मस्थान की रक्षा करते थे।

 

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