राजस्थान में कल होगा मतदान, ईवीएम में कैद होगी सियासी दलों की किस्मत

  • सुबह सात बजे से पड़ेंगे वोट, पोलिंग पाॢटयां तैयार
  • कांग्रेस और बीजेपी में है सीधी टक्कर
  • 199 सीटों पर ही होगी वोङ्क्षटग
  • 3 दिसंबर को पता चलेगा किसके सिर सजेगा ताज
  • विधानसभा क्षेत्रों में कुल 51,507 मतदान केन्द्र
  • 5,26,90,146 मतदाता करेंगे मताधिकार का प्रयोग

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। कल 25 नवंबर को राजस्थान में राजनैतिक दलों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो जाएगा। भाग्य का फैसला 3 दिसंबर को पता चलेगा की किसको सत्ता मिलती है और कौन सत्ता से दूर होता है। वहीं 23 नवंबर को चुनावी प्रचार भी थम गया। चंूकि मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस में है इसलिए दोनों दलों के बीच चुनाव प्रचार के दौरान एक दूसरे पर हल्लाबोल जारी रहा। राजस्थान में कल सुबह 7 बजे से वोटिंग होनी है। राज्य में कुल 200 विधानसभा सीट हैं, लेकिन करणपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर का निधन हो गया है, जिसके कारण अब 199 सीटों पर ही मतदान होगा।
निर्वाचन आयोग के एक बयान के अनुसार, मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, विधानसभा क्षेत्रों में कुल 51,507 मतदान केन्द्र और 5,26,90,146 मतदाता हैं, राज्य में 18-30 आयु वर्ग के 1,70,99,334 युवा मतदाता हैं, जिनमें 18-19 आयु वर्ग के 22,61,008 नव मतदाता शामिल हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए कुल 1,02,290 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। आज पोलिंग पार्टियां भी रवाना हो जाएंगी। राजस्थान में कुल 36,101 स्थानों पर मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें से 26,393 मतदान केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग करवाई जाएगी। जिला स्तरीय कंट्रोल रूम से इन मतदान केंद्रों पर निगरानी की जाएगी। जिलों में निर्वाचन अधिकारी सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वहीं विधानसभा चुनाव में खपाने ले जाई जा रही अवैध शराब व वोटरों को बांटे जाने वाले पैसों को पुलिस ने जब्त कर लिया ।

गहलोत ने पायलट का वीडियो किया शेयर

  • जनता से की कांग्रेस को वोट देने की अपील

लग रहा है कांग्रेस ने अपनी पार्टी के सभी मतभेद खत्म कर लिए है। लंबे समय से चली आ रही राजस्थान कांग्रेस के अंदर की लड़ाई अब चुनाव से पहले ठीक हो गयी है। सचिन पायलट ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसको देखने के बाद लोग यह अनुमान लगाने लगे हैं। राजस्थान में मतदान से एक दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का एक वीडियो सोशल मीडिया मंच पर पोस्ट किया। इस वीडियो में पायलट लोगों से पुरानी बातें भुलाकर कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों को जिताने की अपील कर रहे हैं। यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर गुर्जरों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए सीधा हमला बोला था। गहलोत ने पायलट का 1.51 मिनट का वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर साझा करते हुए लिखा है, ‘‘कांग्रेस के युवा नेता सचिन पायलट जी की राजस्थान के लोगों से कांग्रेस को वोट देने की अपील।’’ वीडियो में पायलट लोगों से कांग्रेस को वोट देने की अपील करते हुए कह रहे हैं कि मतदाताओं के फीडबैक, जनता की प्रतिक्रिया और रुझान से साफ है कि आने वाले समय में कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है। उन्होंने लोगों से कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों को भारी बहुमत से जिताने की अपील की है। वीडियो में उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘पिछले कुछ हफ्तों में हम सब लोग पार्टी के लिए प्रचार करने अलग अलग जगह गए। जो प्रतिक्रिया, फीडबैक मिला है और मतदाताओं का जो रूझान है उसे देखकर स्पष्ट है कि आने वाले समय में सरकार कांग्रेस पार्टी की बनने जा रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘तीस साल की जो परंपरा है कि पांच साल भाजपा, पांच साल कांग्रेस; उस रिवाज में परिवर्तन आएगा और एक बार पुन: सभी लोग कांग्रेस पार्टी को अपना आशीर्वाद देंगे।’’उन्होंने कहा, ‘‘यह जीत कांग्रेस की जीत होगी, जनता की जीत होगी और आने वाले समय में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद हमने जो योजनाएं चालू की हैं उनको रोकने की भाजपा की सोच को हम कामयाब नहीं होने देंगे।

तेलंगाना में प्रचार ने पकड़ी रफ्तार

  • अल्लाह फिर हमारी सरकार बनाएंगे : केसीआर
  • बीजेपी और कांग्रेस ने झोंकी ताकत

तेलंगाना में मतदान के लिए 6 दिन बचे हैं। यहां सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हैं। इस चुनावी मैदान में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस), कांग्रेस और बीजेपी तीन अहम खिलाड़ी हैं, तीनों ही पार्टियां तेलंगाना के लिए अपना मेनिफेस्टो जारी कर चुकी हैं, कोई धर्म के सहारे वोटर को लुभाने में लगा है तो किसी ने जाति का मुद्दा उठाकर मतदाता को साधने का प्लान बनाया है। देखना ये है कि वोटर किस मेनिफेस्टो को तरजीह देते हुए मतदान करेगा। फिलहाल नतीजों से हटकर देखें तो तीनों ही दल अपने-अपने मेनिफेस्टो को बेहतर बता रहे हैं और जनता के भारी समर्थन का दावा कर रहे हैं। बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में धर्म आधारित आरक्षण को हटाने, रोहिंग्या और अन्य अवैध आप्रवासियों का निर्वासन, गोहत्या के खिलाफ कार्रवाई करने जैसे वादे किए हैं, धर्म से अलग बीजेपी ने जाति के जरिये भी वोटरों को लुभाने की कोशिश की है, पार्टी ने ओबीसी समुदाय से मुख्यमंत्री, विशेष बीसी विकास निधि और एससी और एसटी की रिक्तियों को तेजी से भरने का वादा किया है। जाति के मोर्चे को भुनाते हुए कांग्रेस भी आगे निकलने की होड़ में है, कांग्रेस ने मेनिफेस्टो में जाति जनगणना और आनुपातिक आरक्षण का वादा किया है, कांग्रेस सबसे बड़े जाति-आधारित वोट बैंक के उद्देश्य से बीसी को लुभाने की कोशिश कर रही है, इसके अलावा कांग्रेस ने जाति जनगणना का वादा किया है। बीआरएस वैसे तो एससी-एसटी और ओबीसी को साथ लेकर चलने की बात कह रही है, लेकिन उसके सामने चुनौती ये है कि वह फिलहाल अपने पिछले वादे को ही पूरा नहीं कर पाई है। उसने एक दलित मुख्यमंत्री नियुक्त करने की बात कही थी। तेलंगाना में जैसे-जैसे मतदान का समय करीब आ रहा है वैसे-वैसे तुष्टिकरण की राजनीति जोर पकडऩे लगी है। मुख्यमंत्री केसीआर और उनके करीबी असदुद्दीन ओवैसी खुलकर अपनी सभाओं में मुस्लिम मुस्लिम कर रहे हैं दूसरी ओर कांग्रेस भी खुद को मुस्लिमों का सबसे बड़ा हितैषी साबित करने में लगी हुई है। दस साल से तेलंगाना की सत्ता में जमे मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में अल्पसंख्यकों के लिए मात्र दो हजार करोड़ रुपए खर्च किये जबकि उनके नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति की सरकार ने दस साल में अल्पसंख्यकों के विकास पर 12 हजार करोड़ रुपए की बड़ी राशि खर्च की। केसीआर अपनी सभाओं में उम्मीद जता रहे हैं कि अल्लाह ने चाहा तो तेलंगाना एक बार फिर उनके पास आयेगा। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा देश में माहौल खराब कर रही है। इसमें किसी का कोई फ़ायदा नहीं है। यह उनके लिए स्थायी कार्यकाल नहीं होगा। डरने की कोई जरूरत नहीं है। उनका कार्यकाल बस कुछ और दिन ही है। वे हमेशा के लिये नहीं रहेंगे। जब लोगों को एहसास होगा तो वे उन्हें बाहर निकाल देंगे। फिर, यह खुशहाली वाला देश होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार मुसलमानों एवं हिंदुओं को दो आंखों की तरह मानती है और सभी को साथ लेकर चलती है।

Related Articles

Back to top button