पबजी खेलने से रोका तो मां को मारी गोली, तीन दिन तक छिपाए रखा शव

सूबेदार मेजर के पद पर तैनात है मृतका के पति

लखनऊ के जमुनापुरम कॉलोनी की घटना                                                  4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पबजी गेम के आदी नाबालिग बेटे ने मां साधना सिंह (40) की गोली मारकर हत्या कर दी। उसके शव के साथ दो दिन व तीन रात तक घर में रहा। वहीं छोटी बहन को धमकी दी कि अगर पुलिस या किसी को बताया तो उसे भी मार देगा। मंगलवार को बदबू फैलने लगी तो कहानी गढ़ी और पिता को सूचना दी। नाबालिग बेटे से पूछताछ की गई तो हकीकत सामने आ गई। पति सेना में सूबेदार मेजर (जेसीओ) के पद पर आसनसोल में तैनात है।
मूलरूप से वाराणसी के रहने वाले नवीन सिंह सेना में सूबेदार मेजर (जेसीओ) के पद पर तैनात है। वह परिवार के साथ जमुनापुरम कॉलोनी में रहते हैं। नवीन के परिवार में पत्नी साधना सिंह, 16 साल का बेटा और 9 साल की बेटी है। शनिवार रात बेटे ने पिता की लाइसेंसी पिस्तौल से सिर में गोली मार दी जिससे मां साधना की मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी दो दिन व तीन रात तक घर में बहन के साथ रहा। मंगलवार रात बदबू तेज हुई तो उसने पिता को सूचना दी कि मां को किसी ने मार दिया। उसने कुबूल किया कि वह पबजी गेम खेलता था। जिसके लिए उसकी पिटाई होती थी। शनिवार को घर में 10 हजार गायब हो गये थे। जिस पर मां ने चोरी करने का आरोप लगाते हुए पिटाई की थी। इसी नाराजगी में उसने मां की हत्या कर दी है।

मोबाइल पर लूडो खेलने से नाराज पिता ने बेटे को मार डाला
आजमगढ़। रौनापार थाना क्षेत्र के महुला बगीचा गांव में पिता की मोबाइल पर लूडो खेलना एक बच्चे की जान पर भारी पड़ गया। पिता ने उसकी इतनी पिटाई की कि उसकी जान चली गई। उसके बाद पिता ने अपने भाइयों के साथ मिलकर शव को नदी किनारे दफन कर दिया। पुलिस ने पिता को हिरासत में ले लिया और उसके भाइयों की तलाश में जुट गई है। गांव के जितेंद्र निषाद का इकलौता पुत्र लकी उर्फ धर्मवीर चार जून की की देर शाम घर के बाहर अपने पिता की मोबाइल पर लूडो खेल रहा था। इस पर नाराज पिता ने जमकर पिटाई कर दी जिससे उसकी मौत हो गई। अपने भाई व चचेरे भाई के साथ मिलकर बेटे के शव को घर से एक किमी पश्चिम नदी के किनारे ले जाकर गाड़ दिया। इसकी सूचना जितेंद्र के ससुराल गौरीडीह वालों को मिली तो उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। सूचना के बाद मंगलवार की शाम पहुंची पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर थाने ले गई। धर्मबीर ऊर्फ लकी कक्षा दो में पढ़ रहा था।

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