दिल्ली की महिलाओं को कब मिलेंगे 2500 रुपये: आतिशी
आम आदमी पार्टी का भाजपा सरकार पर वार, पूछे चार सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। वरिष्ठ आप नेता आतिशी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए जानना चाहा कि दिल्ली में महिलाओं को महिला समृद्धि योजना के तहत 2,500 रुपये मासिक वित्तीय सहायता कब मिलेगी। राष्ट्रीय राजधानी में सत्तारूढ़ भाजपा ने चुनाव के दौरान ये वादा किया था। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने आश्चर्य जताया कि क्या भाजपा सरकार राजधानी में 18 वर्ष से अधिक आयु की लगभग 48 लाख महिलाओं को 2,500 रुपये प्रदान करेगी या विभिन्न शर्तें लगाकर लाभ को 1 प्रतिशत से भी कम तक सीमित कर देगी।
आतिशी ने भाजपा सरकार से चार सवाल पुछे। उन्होंने कहा कि क्या भाजपा सरकार दिल्ली की 48 लाख से ज़्यादा महिलाओं को 2500 रुपये देगी? सरकार की कमिटी बने 12 दिन हो गए, अभी तक उस कमिटी ने क्या फैसला लिया? महिलाओं को 2500 रुपये देने की योजना का रजिस्ट्रेशन कब से शुरू होगा? दिल्ली की महिलाओं के खातों में 2500 रुपये कब से आयेंगे? क्या दिल्ली की बीजेपी की सरकार मोदी जी की गारंटी को जुमला साबित करने जा रही है?
आतिशी ने दावा किया कि भाजपा सरकार ने 12 दिन पहले एक समिति बनाई थी, जिसने अभी तक कुछ नहीं किया है। उन्होंने सवाल किया कि इस योजना के लिए पंजीकरण कब शुरू होंगे और लाभार्थी महिलाओं के खातों में पैसे कब आएंगे?
भाजपा सरकार ने दिल्ली में गरीब परिवारों की महिलाओं को 2,500 रुपये मासिक सहायता प्रदान करने के लिए 5,100 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इस योजना के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में मंत्रियों की एक समिति बनाई गई है। यह दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के प्रमुख चुनावी वादों में से एक है।
जमीन पर उतरी है हमारी सरकार, अफसरों से हम काम करवाएंगे : प्रवेश वर्मा
दिल्ली के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि कई मुद्दे हैं। हमने भी तय किया है कि हम मेहनत करने से पीछे नहीं हटेंगे। हम इन अफसरों से काम करवाएंगे। जिन अफसरों ने पिछले 10 साल से काम नहीं किया, दिल्ली की पूरी व्यवस्था चरमरा गई थी, लगभग खत्म होने की कगार पर थी – ऐसे सभी अफसरों से हम काम करवाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जमीन पर उतरी है, हमने अफसरों को सख्त निर्देश दिए हैं, लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि मौजूदा व्यवस्था को बदलना होगा और हम सभी मुद्दों का समाधान करेंगे। हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। पिछले 10 सालों में अधिकारी मोटी चमड़ी वाले हो गए हैं, हम इससे छुटकारा पाएँगे। हम उन सभी से ज़मीन पर काम करवा रहे हैं। मैं भी ज़मीन पर काम कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि हमने नालों का निरीक्षण किया। दिल्ली में नालों के उपचार की हमारी क्षमता कम है, हम क्षमता बढ़ा रहे हैं। मैंने यूपी और हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी नालों के संबंध में बात की है।
आप ने सौंपी सौरभ भारद्वाज को दिल्ली की कमान, मनीष सिसोदिया बने पंजाब के प्रभारी
आम आदमी पार्टी ने सौरभ भारद्वाज को पार्टी की दिल्ली इकाई का प्रमुख नियुक्त किया। गोपाल राय और पंकज गुप्ता को क्रमश: गुजरात और गोवा का प्रभारी बनाया गया है। अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई बैठक के बाय ये फैसला लिया गया है। आप सांसद संदीप पाठक ने कहा ने बताया कि आज पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में कई फैसले लिए गए। गोपाल राय को गुजरात का प्रभारी बनाया गया है। पंकज गुप्ता को गोवा का प्रभारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया को पंजाब का प्रभारी बनाया गया है और मुझे छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया है। इसके साथ ही पाठक ने बताया कि सौरभ भारद्वाज को पार्टी की दिल्ली इकाई का प्रमुख और मेहराज मलिक को पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया है। दिल्ली आप अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता पार्टी संगठन का विस्तार करना होगी।
’कुमारस्वामी के डीएनए में है प्रतिशोध की राजनीति‘
कुमारस्वामी के परिवार द्वारा 14 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण का मामला गरमाया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेंगलुरू। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने प्रतिशोध की राजनीति के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकारी अधिकारी केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी से जुड़े अतिक्रमण के मामले में केवल अदालती आदेशों का पालन कर रहे हैं। यह मामला कर्नाटक के रामनगर जिले में कुमारस्वामी के परिवार द्वारा 14 एकड़ जमीन पर कथित अतिक्रमण से संबंधित है।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान शिवकुमार ने आरोप लगाया, प्रतिशोध की राजनीति कुमारस्वामी के डीएनए में है। अधिकारियों ने केवल अदालत के आदेश के अनुसार काम किया है। यह मामला कार्यकर्ता एसआर हिरेमठ द्वारा दायर किया गया था। यह प्रतिशोध की राजनीति कैसे है? शिवकुमार ने मैसूरु में उनके खिलाफ कुमारस्वामी की टिप्पणी का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, हमने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। यह शिकायत हिरेमठ द्वारा दर्ज कराई गई थी। उन्होंने मेरे खिलाफ भी कई मामले दर्ज कराए हैं। सरकारी अधिकारी बस अपना काम कर रहे हैं, वे अदालत के निर्देश का पालन कर रहे हैं। इसमें कोई बदले की भावना नहीं छिपी हुई है।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि राज्य सरकार कन्नड़ समर्थक संगठनों की ओर से बुलाए गए बंद को प्रोत्साहित नहीं करेगी और प्रशासन उनसे बात करेगा, ताकि उन्हें समझाया जा सके कि यह ‘सही तरीका’ नहीं है।कन्नड़ समर्थक संगठनों ने 22 मार्च को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। विधान परिषद में शिवकुमार बंद के संबंध में नेता प्रतिपक्ष चलवाडी नारायणस्वामी के सवाल का जवाब दे रहे थे। नारायणस्वामी ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि उस दिन परीक्षा देने वाले एसएसएलसी (कक्षा 10) के लाखों छात्र प्रभावित हो सकते हैं। विभिन्न कन्नड़ समर्थक संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक छात्र संगठन कन्नड़ ओक्कुटा ने पिछले महीने सीमावर्ती जिले बेलगावी में मराठी न जानने के कारण एक सरकारी बस कंडक्टर पर कथित हमले के विरोध में बंद का आह्वान किया है।
जो बड़ी अटैची लाता है, उसे ही बनाया जाता है कुलपति : भाटी
राजस्थान में कुलपति की नियुक्ति पर उठ रहे सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बाड़मेर। राजस्थान विधानसभा में राजस्थान विश्वविद्यालयों की विधियां (संशोधन) विधेयक पर बहस के दौरान बाड़मेर जिले के शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने राज्य के विश्वविद्यालयों की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की। इस दौरान भाटी ने कुलपतियों की नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाए।
विधानसभा में शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने राजस्थान विश्वविद्यालयों की विधियों संशोधन विधेयक पर चर्चा करते हुए विश्वविद्यालय में रिक्त पदों को भरने, सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन और छात्र संघ चुनाव कराने जैसे विभिन्न विषयों पर अपनी बात रखीं। भाटी ने कुलपतियों की नियुक्ति प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आजकल जो बड़ी अटैची लाता है, उसे ही कुलपति बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार किसी की भी रही हो, लेकिन ऐसा होता रहा है।
भाटी ने आरोप लगाया कि रजिस्ट्रार और कुलपति केवल अपना टेन्योर पूरा करने में रुचि रखते हैं और तीन साल में अपनी अटैची वसूलने की जुगत में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश और आने वाली पीढ़ी को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है। युवाओं और शिक्षा नीति को पूरी तरह से खत्म किया जा रहा है, जिसके लिए भाटी ने विधानसभा में मौजूद सभी 200 विधायकों को जिम्मेदार ठहराया।
आखिर यह कब तक चलेगा?
भाटी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हम चुप बैठे हैं, आखिर यह कब तक चलेगा? इन यूनिवर्सिटीज को कौन बचाएगा? उन्होंने मंत्री से आग्रह किया कि वे अपने दौरे के दौरान सर्किट हाउस में रुकने के बजाय विश्वविद्यालयों में रुकें और कुलगुरु के साथ मिलकर विश्वविद्यालयों को बेहतर बनाने के लिए काम करें। साथ ही, उन्होंने खाली पड़े प्रोफेसर के पदों को भरने की मांग भी की। भाटी ने चेतावनी दी कि अगर समय रहते सुधार नहीं किया गया तो पूरा सिस्टम ध्वस्त हो जाएगा।
बीजेपी अपना सीएम बनाने की साजिश रच रही: कन्हैया
बिहार : पलायन रोको, नौकरी दो पदयात्रा पहुंची सीतामढ़ी, कांग्रेस नेता ने भाजपा पर साधा निशाना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सीतामढ़ी। पलायन रोको, नौकरी दो पदयात्रा के तहत कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार सीतामढ़ी पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाने की साजिश रच रही है, ताकि राज्य की संपदा को लूटकर अपने करीबी उद्योगपतियों की तिजोरी भरी जा सके।
कन्हैया कुमार ने कहा, बीजेपी साम, दाम, दंड, भेद का इस्तेमाल कर बिहार की राजनीति को प्रभावित करने में जुटी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विदेशों में नालंदा विश्वविद्यालय की प्रशंसा कर रहे हैं, लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि इसकी पुनर्स्थापना कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई थी। बीजेपी ने बिहार के विकास के लिए क्या किया है?
सीएम नीतीश ने बिहार को मजदूरों की फैक्ट्री बनाया
कन्हैया कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला और कहा कि बिहार को मजदूरों की फैक्ट्री बना दिया गया है। उन्होंने कहा, बेरोजगारी इस हद तक है कि लोग पलायन करने को मजबूर हैं। बिहारी शब्द को गाली बनाने वाली सरकार को इस बार के चुनाव में बिहार के नौजवान और छात्र सबक सिखाएंगे। वक्त आ गया है कि बिहार के गौरवशाली इतिहास को बचाया जाए।
बीेजपी के चुनावी थीम सॉन्ग पर कसा तंज
बीजेपी के चुनावी थीम सॉन्ग पर प्रतिक्रिया देते हुए कन्हैया कुमार ने कहा, पिछले 25 सालों से बिहार को चमकाने की बातें की जा रही हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। कोविड के दौरान बिहार में चुनाव हुए, अब फिर चुनाव होने जा रहे हैं, मगर बेरोजगार युवाओं को नियुक्ति पत्र तक नहीं दिया गया। बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर पुलिस को प्रैक्टिस करवाई जा रही है।
किसानों का धरना समाप्त, पर आंदोलन जारी रखने का एलान
आज खुलेगा एनएच-44 बुलडोजर से कंक्रीट बैरिकेड्स को हटाने का काम जारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 13 माह से चल रहे किसानों के धरने को पंजाब सरकार ने बुधवार रात पुलिस की मदद से हटा दिया। पुलिस ने बुलडोजर चलाकर खनौरी और शंभू बॉर्डर पर बने मंच ढहा दिए और टेंट भी उखाडऩे का काम जारी है। हालांकि किसानों ने आंदोलन जारी रखने की बात कही है।
दरअसल, किसान यहां 13 फरवरी-2024 से धरने पर बैठ थे। इससे पहले केंद्र सरकार और किसान संगठनों की बुधवार को चंडीगढ़ में हुई बैठक बेनतीजा रही। बैठक खत्म होने के बाद खनौरी व शंभू बॉर्डर लौट रहे किसान नेताओं जगजीत सिंह डल्लेवाल, सरवण सिंह पंधेर समेत 300 से अधिक किसानों को हिरासत में ले लिया। अब अमृतसर-अंबाला-दिल्ली नेशनल हाईवे गुरुवार को खोल दिया जाएगा। हालांकि अभी शंभू और खनौरी बॉर्डर पर लगाई गई बैरिकेडिंग नहीं हटाई गई है। पुलिस कार्रवाई के दौरान किसानों व पुलिस के बीच जमकर हाथापाई भी हुई, जिमसें कुछ किसान नेताओं की पगडय़िां उतर गईं।
सरकार ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर करीब 5000 पुलिसकर्मी तैनात कर दिए हैं। वहीं, बॉर्डर एरिया में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
पुलिस कार्रवाई के विरोध में प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर किसान सडक़ों पर उतर आए। विपक्ष समेत सभी किसान नेताओं ने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया है।
आंदोलन जारी रहेगा : तेजवीर सिंह
हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर किसानों का धरना प्रशासनिक कार्रवाई के बाद समाप्त हो गया, लेकिन किसान नेताओं ने साफ कर दिया है कि आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है। किसान नेता तेजवीर सिंह ने कहा कि पुलिस सभी किसान नेताओं को पकडऩे में सफल नहीं हो पाई है और जल्द ही आगे की रणनीति की घोषणा की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई केंद्र सरकार के इशारे पर पंजाब सरकार द्वारा की गई है।
सरकार की कार्रवाई के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन, सभी डीसी ऑफिस का करेंगे घेराव
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सतनाम सिंह पन्नू ने कहा है कि केंद्र और पंजाब सरकार को किसानों पर की गई कार्रवाई का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने ऐलान किया कि आज सभी जिलों में डीसी ऑफिस के बाहर किसान प्रदर्शन करेंगे। शंभू बॉर्डर से किसानों को हटाने के बाद आंदोलनकारियों में रोष है। सतनाम सिंह पन्नू ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन किसान झुकने वाले नहीं हैं।