ओवैसी ने क्यों कहा वन पार्टी स्टेट बन जाएगा भारत ?
नई दिल्ली। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने देश में एक साथ चुनाव (वन नेशन वन इलेक्शन) कराने की सिफारिश पर सवाल उठाए हैं। ओवैसी ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन भारतीय संघवाद के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि इससे भारत वन पार्टी स्टेट में बदल जाएगा।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ पर बनी कमेटी ने आज अपनी सिफारिश राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दी है। देश में एक साथ चुनाव कराने पर 47 राजनीतिक दलों ने अपनी राय कोविंद के नेतृत्व वाले पैनल को सौंपी हैं। 32 पार्टियों ने देश में एक साथ चुनाव कराए जाने का समर्थन किया है, जबकि 15 दलों ने इसका विरोध किया है। हालांकि, इस नीति का समर्थन करने वाले दलों में सिर्फ दो राष्ट्रीय पार्टियां बीजेपी और एनपीपी हैं। एनपीपी भी NDA का हिस्सा है।
अब ओवैसी ने भी वन नेशन वन इलेक्शन का विरोध किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, ”बार-बार चुनाव होने से सरकारें तनाव में रहती हैं। वन नेशन वन इलेक्शन के साथ कई संवैधानिक मुद्दे हैं, लेकिन सबसे बुरी बात यह है कि सरकारों को अब पांच साल तक लोगों के गुस्से की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। यह भारतीय संघवाद के ताबूत में आखिरी कील होगी। यह भारत को वन पार्टी स्टेट में बदल देगा।