सरकार आने पर ग्राम स्वराज को देंगे और मजबूती

पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा- इस सरकार ने गांवों की ओर ध्यान नहीं दिया

बोले- एमपी में भाजपा सरकार ने किसानों को सिर्फ छला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि कांग्रेस ने सत्ता का विकेन्द्रीकरण कर लोकतंत्र में वास्तविक अधिकार ग्राम पंचायतों को सुनिश्चित कराए, क्योंकि ग्रामों की खुशहाली से ही प्रदेश में खुशहाली आती है और इस लक्ष्य को सशक्त रूप से साकार करने के लिए मैं वचनबद्ध हूं। पूर्व सीएम ने शिवराज सरकार पर हमला बोलेते हुए कहा कि इस सरकार ने गांवों की ओर ध्यान नही दिया। किसान परेशान है उसे लागत मूल्य तक नहीं मिल पार रहा है।
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर मध्यप्रदेश पंचायत राज और ग्राम स्वराज अधिनियम को मूल भावना के अनुरूप अक्षरश: लागू करेगी। ग्राम पंचायत सचिवों एवं रोजगार सहायकों की मांग पर न्याय करेंगे तथा ग्राम रोजगार सहायक को सहायक पंचायत सचिव का दर्जा देंगे। इनको नियमित वेतनमान से जोड़ेंगे एवं अनुकम्पा नियुक्ति का लाभ देंगे। जनता ही सरकार के सिद्धांत पर चलकर ग्राम सभाओं एवं ग्राम पंचायतों को पुन: अधिकार सम्पन्न बनायेंगे। सरपंचों के सम्मान को सुनिश्चित करेंगे एवं उनकी गरिमा को कम करने वाले नियमों को बदलेंगे। सरपंच निर्वाचित जनप्रतिनिधि होते हैं अतएव उनके विरूद्ध की गई शिकायतों के निराकरण की नई व्यवस्था करेंगे। ग्राम पंचायतों में एक सचिव और एक सहायक सचिव की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। जिला पंचायतों एवं जनपद पंचायतों में नगरीय निकायों की तरह एल्डरमेन नियुक्त करेंगे। 15 वें वित्त आयोग की राशि नवीन जनसंख्या अनुसार ग्राम पंचायतों को मिले, इस हेतु प्रस्ताव करेंगे। वित्त आयोग की राशि में जिला एवं जनपद सदस्यों को विकास कार्य के लिए अलग से मिले, इस हेतु प्रस्ताव करेंगे। पंचायत स्तरीय पदों के लिए पृथक से स्थानांतरण नीति बनायेंगे। जिला/जनपद पंचायत को अधिकार देंगे। अधिकार सम्पन्न पंचायतों से अधिकार सम्पन्न आमजन होगा और खुशहाल मध्यप्रदेश बनेगा।

बाबर वालों के डर से राहुल रामलला के मंदिर नहीं जाते : हेमंत

चुनावी जनसम्पर्क करने खंडवा जिले में पहुंचे असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिसवा सरमा ने जिले की मान्धाता और पंधाना सहित खंडवा विधानसभा में कहीं रोड शो किये तो कहीं जनसभाओं को सम्बोधित किया। इसी बीच पंधाना विधानसभा में अपनी सभा के दौरान उन्होंने अपनी पार्टी के पक्ष में मतों का ध्रुवीकरण करते हुए कांग्रेस, राहुल और कमलनाथ के साथ ही राम मंदिर और इस्त्रायल से लेकर हमास तक को अपने बयान में लपेटे में ले लिया। पहले तो उन्होंने कांग्रेस और राहुल पर हमला बोलते हुए उन्हें बाबर (मुसलमानों ) के डर से रामलला के मंदिर नहीं जाने वाला बताया, तो वहीं इसी बीच हमास और इस्त्रायल के बहाने देश की साम्प्रदायक ताकतों पर भी निशाना साधा। सम के मुख्यमंत्री हेमंत बिसवा सरमा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी कभी रामलला के मंदिर नहीं गए और वे सिर्फ चुनाव के समय ही मंदिर जाते हैं। वह छुप छुप कर मंदिर जाते हैं, और वे वही मंदिर जाते हैं जहां बाबर के लोगों को उनसे शिकायत ना हो।

इंडिया गठबंधन में मतभेदों को दूर करें : उमर अब्दुल्ला

बोले- राज्य चुनावों में सीटों के बंटवारे पर पहले ही करना था स्पष्ट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राज्य चुनावों में सीट बंटवारे को लेकर इंडिया गठबंधन को घेरा है। इससे कहा जा सकता है कि इंडिया गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है। उमर ने कहा कि हाल ही में कांग्रेस ने कहा कि इंडिया अलायंस केवल संसद चुनावों के लिए है। पांच राज्यों के चुनावों के बाद, सभी सदस्यों को एक साथ बैठना चाहिए और मतभेदों को दूर करना चाहिए ताकि 2024 में आगामी संसद चुनावों में हमारा प्रदर्शन प्रभावित न हो। वहीं, नेकां और पीडीपी के बीच भी शब्दों के बाण चलाए जा रहे हैं। दोनों पार्टियां ही इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन राज्य चुनावों में सीटें साझा नहीं करना चाहता था, तो इस बारे में पहले ही साफ कर देना चाहिए था। आगे उन्होंने कहा कि वह बैठकों में भाग लेते रहे हैं। इसमें गठबंधन विधानसभाओं के लिए है या नहीं, यह विषय बार-बार उठा, लेकिन कोई निर्णय नहीं हुआ। और अब नतीजा सबके सामने है। गठबंधन के सभी सदस्य मध्यप्रदेश और राजस्थान आदि में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर में पर्यावरण के साथ हो रहा खिलवाड़

नेकां के उपाध्यक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अमरनाथ गुफा तक मोटर योग्य सडक़ के निर्माण पर सवाल उठाया। कहा कि इस तरह पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करना अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि अमरनाथ गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा वर्षों से चल रही है और वहां वाहन ले जाने की कोई जरूरत नहीं है। उमर ने श्रीनगर स्थित पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, इस मामले पर दोबारा विचार करने की सख्त जरूरत है। यहां के लोग अमरनाथ यात्रियों को अपने कंधों पर उठाकर ले जाते रहे हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे। पर्यावरण के साथ इस तरह से खिलवाड़ करना अच्छा नहीं है। उमर ने कहा कि यात्रा के दौरान कुछ कठिनाइयों का सामना करना आम बात हो गई है। उमर ने कहा, जब हम हज के लिए जाते हैं, तो क्या हम किसी वाहन में सफर करते हैं। नहीं, हम ऐसा पैदल करते हैं। लोग माता वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन के लिए जाते हैं और कई लोग पैदल जाते हैं और वाहनों आदि का उपयोग नहीं करते हैं।

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