सरकार की बनाई कमेटी पर पहलवानों ने जताया विरोेध, की ये बड़ी मांग
नई समिति बनाने की सरकार से मांग
नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलानों द्वारा शुरू किया गया दंगल अभी थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। पहलवानों के धरने और यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद सरकार ने कुश्ती संघ के कामकाज को देखने के लिए एक ओवरसाइट कमेटी बनाई है। मुक्केबाज मैरी कॉम की अध्यक्षता में बनी इस कमेटी का ऐलान कल ही सरकार द्वारा किया गया था। अब इन पहलवानों द्वारा इस कमेटी को लेकर नाराजगी जाहिर की गई। दरअसल, पहलवानों ने कमेटी में शामिल सदस्यों के नामों को लेकर ये नाराजगी जाहिर की है और सरकार व खेल मंत्रालय पर उनसे नामों का सुझाव न लेने की बात कही है। हालांकि खेल मंत्रालय ने कहा है कि पहलवानों से सुझाव लिए गए थे।
नई कमेटी का किया जाए गठन: विनेश
कमेटी में शामिल नामों का विरोध जताते हुए पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा कि हमें आश्वासन दिया गया था कि निगरानी समिति के गठन से पहले हमसे परामर्श किया जाएगा। लेकिन बड़े दुख की बात है कि इस कमेटी के गठन से पहले हमसे राय तक नहीं ली गई। विनेश फोगाट ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस निगरानी समिति को भंग कर दिया जाए। इतना ही नहीं, उन्होंने मांग की कि सरकार एक नई समिति का गठन करे। साथ ही जो नई समिति बने उसमें हमारी पसंद के मेंबर्स को शामिल किया जाए। विनेश ने कहा कि यह महिलाओं का मामला है और ये बहुत गंभीर है। हमें उम्मीद है कि मंत्रालय हमारी बात सुनेगा।
बजरंग पुनिया और साक्षी ने भी जताया विरोध
वहीं ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया ने ट्वीट किया, ‘हमें आश्वासन दिया गया था कि ओवरसाइट कमेटी के गठन से पहले हमसे परामर्श किया जाएगा। बड़े दुख की बात है कि इस कमेटी के गठन से पहले हमसे राय भी नहीं ली गई।’ वहीं साक्षी मलिक ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘हमें आश्वासन दिया गया था कि ओवरसाइट कमेटी के गठन से पहले हमसे सलाह ली जाएगी। बहुत दुख की बात है कि इस समिति के गठन से पहले हमसे सलाह तक नहीं ली गई।’ साक्षी पहलवानों ने अपने ट्वीट्स में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को टैग भी किया है।
मैरीकॉम की अध्यक्षता में बनी कमेटी
दरअसल, खेल मंत्रालय द्वारा दिग्गज मुक्केबाद एमसी मैरीकॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्य निगरानी समिति बनाई गई है। मैरी कॉम के अलावा योगेश्वर दत्त, तृप्ती मुरगुंडे, राधिका श्रीमन और राजेश राजगोपालन को भी समिति में शामिल किया गया है। इस समिति से एक महीने में अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है, ताकि सब कुछ साफ हो सके।