नौजवानों पर लाठी चलाना कहीं योगी सरकार को न पड़ जाए भारी
- पुलिस छात्रों को घसीट घसीट कर ले गई
- पुलिस और छात्रों के बीच हाथापाई, स्थिति तनावपूर्ण
- छात्राओं ने संभाला मोर्चा, पुलिस ने की अभद्रता
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपीपीएससी के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन का चौथा दिन है। गुरुवार को आयोग के सामने स्थिती और तनावपूर्ण हो गई है। छात्र परीक्षा को दो पालियों में करवाने पर आयोग के फैसले का विरोध कर रहे हैं।
अभ्यर्थी पिछले तीन दिन से अपनी मांगों के लिए सड़क पर उतरे हैं पर प्रदेश की योगी सरकार की कान पर जूं तक नहीं रेंक रही। इसको लेकर सियासी गलियारें में यह चर्चा हो रही है कि नौजवानों का यह उग्र प्रदर्शन योगी सरकार के लिए भारी न पड़ जाए। हालांकि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने छात्रों की परेशानी को संज्ञान में लेने के लिए आयोग के अधिकारियों से कहा है पर अबतक कुछ नहीं हुआ है। वहीं छात्राओं का कहना है कि उनके साथ कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं थी। छात्राओं के साथ अभद्रता भी हुई है। अब छात्राओं ने ही मोर्चा संभाल लिया है और धरने का खुद नेतृत्व कर रही हैं। चारों तरफ बैरिकेडिंग और ज्यादा कर दी गई है। उधर इस मामले में सियासत भी गरमाई है। सपा, बसपा, कांग्रेस समेत लगभग यूपी के सभी विपक्षी दलों ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है।
परीक्षा एक दिन और एक शिफ्ट में कराए जाने की मांग कर रहे हैं छात्र
प्रदर्शनकारी छात्र यूपीपीसीएस 2024 और आरओएआरओ भर्ती परीक्षा एक दिन और एक शिफ्ट में कराए जाने की मांग कर रहे हैं। वह परीक्षा में लागू होने वाले नॉर्मलाइजेशन का भी विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है, इसे वह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
पुलिस से झड़प में कई छात्र घायल
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और छात्रों के बीच जबरदस्त नोकझोंक और हाथापाई हो रही है। स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई है। मौके पर भारी फोर्स मौके पर पहुंच गई है। इससे पहले, आज सुबह 8:00 बजे धरनास्थल पर अचानक पुलिस फोर्स पहुंची और कुछ छात्रों को घसीट कर ले गई। इनमें छात्र नेता आशुतोष पांडे भी शामिल हैं जो उसे वक्त धरने का नेतृत्व कर रहे थे। इस खींचतान में धरने पर बैठी कई छात्राएं चोटिल भी हो गईं। तमाम पुलिस कर्मी बिना वर्दी के थे।
छात्रों के आंदोलन में शामिल हो सकते हैं अखिलेश
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव चुनाव प्रचार के सिलसिले में आज प्रयागराज रहेंगे। इस दौरान कहीं वह आंदोलनकारी छात्रों से मिलने धरना स्थल पर नहीं पहुंच जाये, यही सोच-सोच कर प्रयागराज प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं। दरअसल, यूपी लोक सेवा आयोग के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन लगातार जारी है।
प्रदर्शनकारी छात्रों का आयोग से बातचीत करने से इंकार
प्रदर्शनकारी छात्रों से एक प्रतिनिधिमंडल बनाकर आयोग से वार्ता करने की बात कही। अफसरों ने कहा कि आयोग और छात्रों के प्रतिनिधिमंडल के बीच होने वाली बातचीत में वह मध्यस्थता करने को तैयार है। हालांकि प्रदर्शनकारी छात्र इसके लिए राजी नहीं हुए। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि वह कोई बातचीत नहीं करना चाहते। आयोग ने मनमाना फैसला किया है। आयोग को अपना फैसला वापस लेने का ऐलान करना चाहिए। फैसला वापस लेने का नोटिस जारी होते ही वह आंदोलन को खुद ही खत्म कर देंगे।