आप 2027 में पंजाब और गुजरात में बनाएगी सरकार

  • केजरीवाल बोले- बीजेपी जितना जुल्म करेगी जनता उतनी ही मजबूती से आप का साथ देगी
  • कहा-मैं राज्यसभा नहीं जाऊंगा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लुधियाना। विधानसभा उपचुनाव में बड़ी जीत के बाद आम आदमी पार्टी ने लुधियाना में धन्यवाद सभा का आयोजन किया और लोगों का आभार प्रकट किया। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों को संबोधित किया। उनके साथ पंजाब के पार्टी प्रभारी मनीष सिसोदिया, आप के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा, कार्यकारी अध्यक्ष अमनशेर सिंह (शैरी कलसी) सहित पार्टी के कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।
केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में आप की जीत से बीजेपी इतनी बौखला गई कि उन्होंने तुरंत हमारी पार्टी के एक विधायक को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि भाजपा वाले हमें जितना डरा लें, हम डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी जितना ज़ुल्म करेगी, जनता उतनी ही मजबूती से आम आदमी पार्टी के साथ खड़ी होगी। केजरीवाल ने कहा कि लुधियाना और गुजरात उपचुनाव 2027 के चुनावों का सेमीफाइनल है। उन्होंने दावा किया कि जिस तरह से इन दोनों उपचुनाव में पार्टी को समर्थन मिला है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि 2027 में पंजाब और गुजरात में आम आदमी पार्टी भारी बहुमत से सरकार बनाएगी। केजरीवाल ने कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके पास अब कोई जनहित का मुद्दा ही नहीं बचा। उन्होंने कहा कि हम लुधियाना उपचुनाव में शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक़, बिजली, पानी और नशा मुक्ति की बात कर रहे थे, ये लोग सिर्फ एक ही बात करते थे कि केजरीवाल को राज्यसभा जाने से रोकना है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सिर्फ जनता को गुमराह करने के लिए मेरे राज्यसभा जाने की अफवाह फैलाई थी। मैंने नतीजे आने के तुरंत बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ कर दिया था कि मैं राज्यसभा नहीं जाऊंगा।

मजदूरों के वोट काटने की साजिश कर रहा चुनाव आयोग : देवेन्द्र यादव

नई दिल्ली। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर भाजपा के इशारे पर दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी, रेहड़ी-पटरी, मजदूर और वंचित तबके के लोगों के वोट काटने की साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस इस साजिश को सफल नहीं होने देगी। यादव ने कहा, स्पेशल इंटेन्सिव रिवीजन के नाम पर दिल्ली की मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर बदलाव की तैयारी की जा रही है, जिसका उद्देश्य गरीबों और प्रवासी मजदूरों को वोट देने के अधिकार से वंचित करना है। उन्होंने सवाल उठाया कि मतदाता सूची की कट-ऑफ तिथि मार्च 2008 किस आधार पर तय की गई है और क्या मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इसके लिए जवाबदेह हैं? कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, अभी तक वोट बनाने के लिए किसी भी व्यक्ति के कम से कम छह महीने से उसी पते पर रहने का नियम है, लेकिन अब रेन बसेरों या खुले में रहने वाले गरीबों को इस प्रक्रिया से बाहर करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी पूछा कि जब आधार को वोटर कार्ड से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है, तो फिर उसे पहचान प्रमाण क्यों नहीं माना जा रहा? सरकार की नई प्रणाली से न तो नागरिकता स्पष्ट हो रही है और न ही मतदाता पहचान की प्रक्रिया पारदर्शी रह गई है।

Related Articles

Back to top button