अपने ही नेताओं ने मंत्री रमापति शास्त्री के खिलाफ उठाई आवाज
- परशुराम स्वाभिमान सेना के प्रदेश अध्यक्ष शशांक शर्मा ने संगठन को लिखा पत्र, सरकार से की शिकायत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले जहां सभी पार्टियां ब्राह्मïणों को रिझाने में लगी हैं। वहीं सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के लिए उनकी पार्टी के नेता ही मुसीबत खड़ी करने में लगे रहते हैं। योगी सरकार में समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने ऐसा बयान दिया है, जिससे विपक्ष को बीजेपी को घेरने का एक मौका मिल गया है। दरअसल गोंडा पहुंचे मंत्री रमापति शास्त्री ने एक कार्यक्रम में ब्राह्मïणों के लिए अपशब्द कहे। इस पर परशुराम स्वाभिमान सेना के प्रदेश अध्यक्ष शशांक शर्मा ने संगठन व सरकार को पत्र लिखते हुए मंत्री रमापति शास्त्री को बर्खास्त किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा मंत्री ने ब्राह्मïणों के लिए अभद्र व अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। इससे विप्र समाज में भारी आक्रोश है। शास्त्री के विरोध में परशुराम स्वाभिमान सेना पूरे प्रदेश में जन आंदोलन कर विप्र समाज की आवाज बुलंद करेगी। शशांक ने कहा रमापति शास्त्री का दिया गया यह बयान यूपी सरकार और भारतीय जनता पार्टी के लिए कहीं न कहीं मुसीबत खड़ी कर सकता है। उन्होंने कहा मंत्री को इस बयान पर तुरंत माफी मांगनी चाहिए। यह भी आगे कहा कि अगर मंत्रीजी ने अपना स्पष्टïीकरण देकर माफी नहीं मांगी तो संपूर्ण समाज को साथ लेकर आंदोलन किया जाएगा।