उत्तराखंड : चुनाव को लेकर दलित परिवारों में खाना खाएंगे कांग्रेसी
- आगामी चुनाव से पहले दलित वोट साधने की जुगत
देहरादून। इस बार गांधी जयंती के मौके को आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति से जोड़कर कांग्रेस खास बनाना चाहती है इसलिए कांग्रेस नेता 2 रात गांवों में रुकेंगे। वहीं झंडा फहराएंगे और वहीं दलित परिवारों के साथ खाना खाएंगे। 700 गांवों में होने वाले इस प्रोग्राम को दलित सियासत को साधने के तौर पर देखा जा रहा है। चुनाव से ठीक पहले उत्तराखंड का दलित समाज चर्चाओं में आ गया है। इसका बड़ा कारण माना जा रहा है कि इस समुदाय के पास राज्य के कुल वोटों में से 19 फीसदी वोट दलित समाज के हैं। एक तरफ भाजपा की पूरी कोशिश है कि दलित समुदाय के नेताओं का साथ उससे न छूटे। वहीं इस बार 2 अक्टूबर के मौके पर 2 दिनों तक कांग्रेस नेता दलित समुदाय को साधने के लिए खास रणनीति बना रहे हैं। कांग्रेस नेता गांवों में रात भर रुककर ग्रामीणों के साथ चर्चा, मीटिंग और दलित परिवारों के साथ सहभोज करेंगे। कांग्रेस का ये प्रोग्राम उत्तराखंड की 700 न्याय पंचायतों में होगा। ऐसे में देखना होगा कि 2022 में कांग्रेस की ये रणनीति कितनी कारगर साबित होगी। वहीं बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस ने दलितों के लिए कुछ नहीं किया। अब दलित झांसे में नहीं आएंगे। बीजेपी का दावा है कि उनके बड़े नेता अपने दौरों के दौरान अक्सर दलितों के घर भोजन करने जाते रहे हैं।