तीन सौ करोड़ की कीमत के पकड़े गए मादक पदार्थ

बीकानेर। भारतीय सीमा पर तैनात जवानों की सक्रियता के चलते मादक पदार्थों की एक बड़ी खेप को पकडऩे में सफलता हाथ लगी है। बाद में आगे की कार्रवाई के दौरान दो संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है। मादक पदार्थों की कीमत अंतरराष्टï्रीय बाजार में कम से कम तीन सौ करोड़ की आंकी जा रही है। घटनाक्रम के अनुसार सीमा सुरक्षा बल ने राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नशीले पदार्थों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 56 किलो 600 ग्राम हेरोइन जब्त की है. बरामद हेरोइन की बाजार कीमत 300 करोड़ रुपये आंकी गई है। पाकिस्तान की ओर से संदिग्ध तस्करों की भारत में घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर दिया गया। इसे बीएसएफ की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है।
इस हेरोइन को तस्कर एक पाइप के जरिए सीमा पार से तस्करी कर रहे थे। हेरोइन को पीवीसी पाइप में डालकर बैरिकेड्स के उस पार से भारतीय सीमा में डाला गया था। बीएसएफ के जवानों ने आधी रात को आंधी-तूफान के बीच यह कार्रवाई की। पाकिस्तानी तस्कर भागने में सफल रहे।
बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि बीएसएफ को पहले से ही इस इलाके से इनपुट मिले थे। इसको लेकर सभी सतर्क थे। बुधवार की आधी रात करीब दो बजे सीमा पर खाजूवाला की बंदली चौकी के पास बीएसएफ की 127 बटालियन के जवानों को लगा कि सीमा पर कुछ हलचल हो रही है और तूफान के बीच भी सीमा पर आवाजाही देखने वाले उपकरणों की मदद से पाकिस्तानी तस्करों का पता लगाया गया।
सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी तस्कर भारतीय तस्करों के इशारे पर हेरोइन को एक पाइप के सहारे बाड़ के नीचे से भारतीय सीमा में धकेल रहे थे। जब जवानों को इस बात का शक हुआ तो उन्होंने फायरिंग कर दी, तब पाकिस्तानी और भारतीय तस्कर मौके से फरार हो गए. अब बीएसएफ के साथ अन्य एजेंसियां मामले की आगे जांच करेंगी।
घटना के बाद बीएसएफ तस्करों की तलाश में जुट गई है। गुरुवार को ही उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा ने बीएसएफ और एनसीबी के अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण किया। उसके बाद बीएसएफ और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गुरुवार देर रात ग्रामीणों की मदद से दो संदिग्धों को पकड़ लिया है। फिलहाल सभी एजेंसियां उनसे पूछताछ में लगी हुई हैं। सूत्रों का कहना है कि जल्द पकड़े गए संदिग्धों से कई बड़े राज खुलने की उम्मीद है और ऐसी आशा की जा रही है कि एक बड़े अंतरराष्टï्रीय तस्कर गिरोह तक पहुंचने में जांच एजेंसियां कामयाब हो जाएंगी।

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